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पाकिस्तान से आई थी 72 साल की बहन, वीजा रद्द होने पर वापस गई तो छलका भाई का दर्द

72 साल की महिला अपने 70 साल के भाई से मिलने आई थीं. वो 16 अप्रैल से 16 जून तक के शॉर्ट वीजा पर गुजरात पहुंची थीं. इसी दौरान पहलगाम हमला हुआ जिसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर उन्हें वापस लौटने का आदेश दिया. इसके अगले दिन ही महिला को पाकिस्तान वापस लौटना पड़ा.

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gujarat 72 year old woman returns to pakistan after visiting home in bharuch after 10 years
गुजरात में भाई से मिलने आई 72 साल की महिला को पाकिस्तान वापस लौटना पड़ा. (तस्वीर-इंडिया टुडे)
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सचेंद्र प्रताप सिंह
29 अप्रैल 2025 (Updated: 29 अप्रैल 2025, 10:39 PM IST) कॉमेंट्स
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गुजरात के भरूच जिले में दस साल बाद घर आई 72 साल की पाकिस्तानी महिला को वापस लौटना पड़ा. महिला अपने भाई से मिलने शॉर्ट टर्म वीजा (STV) पर आई थी. लेकिन भारत सरकार के पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने के फैसले के बाद महिला को हिंदुस्तान छोड़ना पड़ा. बताया गया कि वह सरकार के आदेश के बाद गुजरात छोड़ने वाली पहली पाकिस्तानी नागरिक थीं.

मामला भरूच जिले के हंसोट गांव का है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 72 साल की महिला अपने 70 साल के भाई से मिलने आई थीं. वो 16 अप्रैल से 16 जून तक के शॉर्ट वीजा पर गुजरात पहुंची थीं. इसी दौरान पहलगाम हमला हुआ जिसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर उन्हें वापस लौटने का आदेश दिया. इसके अगले दिन ही महिला को पाकिस्तान वापस लौटना पड़ा. 

रिपोर्ट के मुताबिक अब महिला के भाई ने बताया है, “हम चाहते थे कि मेरी बहन लंबे समय तक यहीं रहे. लेकिन अब वह कब लौटेगी, कुछ कह नहीं सकते. मैं नहीं जानता कि अब उसे फिर कब देख पाऊंगा. हम लोग टीवी पर एक साथ बैठकर न्यूज देख रहे थे. तभी पता चला कि सरकार ने पाकिस्तान से वीजा पर आए नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है. इसके बाद फैसला किया कि समय से उसे देश छोड़ देना चाहिए. वह दुखी थी क्योंकि वह दस साल बाद इंडिया आई थी. वह अपने जन्म स्थान पर अधिक समय बिताना चाहती थी.”

उन्होंने आगे कहा, “हमने उसका सारा सामान पैक किया. एक कार किराए पर ली. 24 अप्रैल की सुबह हंसोट पुलिस स्टेशन पहुंच गए. उसके बाद भरूच जिला अधीक्षक के कार्यालय पहुंचे. वहां बहन का नाम सरकारी रजिस्टर में दर्ज करवाया. इसके बाद शुक्रवार 25 अप्रैल को अटारी-वाघा सीमा के लिए निकल पड़े. मेरे भतीजे उसे हंसोट से अटारी तक कार में ले गए. उनके साथ कोई पुलिसकर्मी नहीं था. अटारी सीमा पर पहुंचने के बाद उसने इमिग्रेशन पास किया और सीमा पार कर गई.”

भाई ने बताया कि बहन की बेटी उसे पाकिस्तान की तरफ से अटारी सीमा पर लेने आई थी. वह शनिवार को घर पहुंची. उसने हमें फोन करके बताया कि वह सुरक्षित पहुंच गई है.

बता दें कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 25 पर्यटकों समेत 26 लोगों की हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद केंद्र सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने की घोषणा की थी. इसके बाद गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि STV पर गुजरात में सभी सात लोगों को वापस पाकिस्तान भेज दिया गया था.

वीडियो: कांग्रेस नेता ने पहलगाम हमले पर क्या बयान दिया जो होने लगी आलोचना

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