अपनी मौत के दिन शेफ़ाली ज़रीवाला ने ली थी विटामिन C आईवी ड्रिप, जानिए क्या है ये थेरेपी?
विटामिन C आईवी थेरेपी में विटामिन C की हाई डोज़ को नसों के ज़रिए दिया जाता है. ये विटामिन सप्लीमेंट्स के मुकाबले ज़्यादा असरदार मानी जाती है.
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‘कांटा लगा गर्ल’ के नाम से फेमस, मॉडल और एक्ट्रेस शेफ़ाली ज़रीवाला की मौत कैसे हुई? इस सवाल का जवाब अभी तक नहीं मिल सका है. मगर कुछ डीटेल्स सामने आ रही हैं. शेफ़ाली की खास दोस्त और एक्ट्रेस पूजा घई के मुताबिक, अपनी मौत के दिन यानी 27 जून को शेफ़ाली ने विटामिन C की आईवी ड्रिप ली थी. जर्नलिस्ट विक्की लालवानी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया था, ‘ये बहुत नॉर्मल-सी चीज़ है. हम सब विटामिन C लेते हैं. कुछ लोग टैबलेट खाते हैं तो कुछ आईवी ड्रिप के जरिए लेते हैं.'
हम सबने विटामिन सी और उसके फायदों के बारे में सुना है. मगर विटामिन C को आईवी ड्रिप के ज़रिए लेने की ज़रूरत क्यों पड़ती है. क्या है ये विटामिन C आईवी थेरेपी? इसके बारे में हमने सबकुछ जाना My Dermat Clinic, Pune, की फाउंडर और डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. रेणुका नलावडे राजले से.

डॉक्टर रेणुका बताती हैं कि विटामिन C आईवी थेरेपी में विटामिन C की हाई डोज़ को नसों के ज़रिए दिया जाता है. ये विटामिन सप्लीमेंट्स के मुकाबले ज़्यादा असरदार मानी जाती है. क्योंकि इससे विटामिन C का सीधा एब्ज़ॉर्प्शन होता है. उसे पहले पाचन तंत्र में जाने की ज़रूरत नहीं पड़ती.
विटामिन C आईवी थेरेपी लेने के कई फायदे होते हैं. जैसे शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स का लेवल बढ़ जाता है. एंटीऑक्सीडेंट्स हमारे सेल्स को नुकसान से बचाते हैं. सेल्स क्या हैं? ये शरीर का बेसिक यूनिट हैं. शरीर का हर अंग सेल्स से बना है. जब सेल्स को नुकसान पहुंचता है. तो शरीर बीमारियों की चपेट में आने लगता है. वहीं जब सेल्स हेल्दी होते हैं. तो बीमारियों का रिस्क घटता है.
सेल्स हेल्दी रहने से स्किन में भी निखार आता है. फाइन लाइंस और झाइयां कम दिखती हैं. आपकी स्किन ग्लो करती है.
विटामिन C से इम्यून सिस्टम को भी मज़बूत होता है. जिससे आप तमाम बीमारियों और इंफेक्शंस से बचे रहते हैं. ये थकावट को भी दूर करता है.

इस थेरेपी को ज़्यादातर वो लोग कराते हैं, जिन्हें बहुत थकान लगती है. जिनकी इम्यूनिटी कमज़ोर है. जिनकी लाइफस्टाइल बहुत स्ट्रेसफुल है. या जो अपनी उम्र से जवां दिखना चाहते हैं. माने वो एंटी-एजिंग के लिए ये थेरेपी कराते हैं. कभी-कभी लोग सर्जरी के बाद तेज़ रिकवरी और एनर्जी के लिए भी इसे कराते हैं.
आमतौर पर, विटामिन C आईवी थेरेपी सेफ मानी जाती है. बस ये ध्यान रखना है कि इसे किसी एक्सपर्ट की निगरानी में ही लें. हालांकि किसी भी मेडिकल थेरेपी की तरह, इसके भी कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. जैसे सिरदर्द होना. जी मिचलाना. ड्रिप वाली जगह पर हल्की सूजन या जलन होना.
किसी व्यक्ति को विटामिन C आईवी थेरेपी कितनी बार लेनी है. ये उसकी सेहत और ज़रूरत पर निर्भर करता है. अगर कोई इसे स्किन ब्राइटनिंग या एनर्जी बूस्ट के लिए ले रहा है, तो आमतौर पर हफ्ते में एक बार दिया जाता है. इस तरह लगातार 4 से 6 सेशंस यानी 4-6 हफ्ते तक दिया जाता है. कुछ लोग महीने में एक बार भी लेते हैं. लेकिन ये सब व्यक्ति खुद से तय नहीं करता. डॉक्टर ही आपको बताते हैं.
लिहाज़ा, अगर कोई विटामिन C आईवी थेरेपी लेने की सोच रहा है, तो पहले किसी अनुभवी डॉक्टर से सलाह-मशविरा ज़रूर करें. उनकी निगरानी में ही इसे लें. थेरेपी से पहले हाइड्रेट रहना बहुत ज़रूरी है. जब थेरेपी हो जाए तो अपने शरीर को आराम दें.
और एक चीज़. ये थेरेपी सबके लिए नहीं हैं. अगर किसी को किडनी की कोई समस्या है. लंबे समय से चली आ रही कोई बीमारी है. या G6PD डिफिशिएंसी है. ये एक जेनेटिक डिसऑर्डर है. इसमें शरीर में G6PD नाम के एंजाइम की कमी होती है. इस एंजाइम की कमी से रेड ब्लड सेल्स यानी RBC जल्दी टूटने लगते हैं. जिससे हीमोलिटिक एनीमिया हो सकता है. कुल मिलाकर, शरीर में खून की कमी हो सकती है. तो अगर आपको ऐसी कोई दिक्कत है, तब ये थेरेपी आपके लिए नहीं है.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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