युगांडा में फैल रही बीमारी डिंगा डिंगा क्या है जिसके मरीज 'नाच' रहे हैं?
डिंगा डिंगा से पीड़ित लोगों को बुखार आ रहा है. उनका शरीर अनियंत्रित होकर कांप रहा है. इससे व्यक्ति को चलने-फिरने में दिक्कत आ रही है.
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भारत से करीब साढ़े 5 हज़ार किलोमीटर दूर एक देश है- युगांडा. ये अफ्रीका महाद्वीप में पड़ता है. युगांडा में इस समय एक ‘रहस्यमय’ बीमारी फैल रही है. बीमारी का नाम है 'डिंगा डिंगा'. ये स्थानीय लोगों द्वारा दिया गया नाम है. डिंगा डिंगा का मतलब होता है, Shaking Like Dancing. यानी इतना ज़्यादा कांपना जो नाचने जैसा लगने लगे.
ये डिंगा डिंगा बीमारी युगांडा के बुंदीबूग्यो (Bundibugyo) ज़िले में फैली हुई है. इस रहस्यमय बीमारी से करीब 300 लोग प्रभावित हुए हैं, खासकर लड़कियां और महिलाएं. बीमारी के फैलने का कारण अभी भले न पता हो. लेकिन सारे मरीज़ों में कुछ खास लक्षण दिखाई दे रहे हैं.
न्यूज़ एजेंसी IANS के हवाले से India Today ने लिखा है कि कि इससे पीड़ित लोगों को बुखार आ रहा है. उनका शरीर अनियंत्रित होकर कांप रहा है. इससे व्यक्ति को चलने-फिरने में दिक्कत आ रही है. उन्हें बहुत कमज़ोरी लग रही है. कई गंभीर मामलों में तो, मरीज़ों को लकवा भी मार रहा है.
हालांकि राहत की बात ये है कि अभी इस बीमारी से किसी की मौत नहीं हुई है. और, ये बीमारी अभी सिर्फ एक ही ज़िले तक सीमित है.

Monitor Uganda ने अपनी रिपोर्ट में डिस्ट्रिक्ट हेल्थ ऑफिसर डॉक्टर कियिता क्रिस्टोफर के हवाले से बताया है, डिंगा डिंगा सेल्फ-हीलिंग डिज़ीज़ है. यानी ये खुद से ठीक होने वाली बीमारी है. मरीज़ आमतौर पर एक हफ्ते के अंदर ठीक हो रहे हैं. एंटीबायोटिक्स देकर उनका इलाज किया जा रहा है. उन्हें कोई भी हर्बल दवाई नहीं दी जा रही है.
डॉक्टर कियिता कहते हैं, “इस बात का कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है कि हर्बल दवा इस बीमारी का इलाज कर सकती है. मरीज़ों का उपचार खास तरीके से किया जा रहा है. स्थानीय लोगों से अनुरोध है कि वो ज़िला स्वास्थ्य केंद्रों से सलाह और सहायता लें.”
ये बीमारी पहली बार 2023 की शुरुआत में रिपोर्ट की गई थी. फिलहाल मरीज़ों के सैंपल युगांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय में भेजे गए हैं. ताकि बीमारी के बारे में और जानकारी पता चल सके.
कई लोग डिंगा डिंगा की तुलना ‘डांसिंग प्लेग’ से कर रहे हैं. डांसिंग प्लेग साल 1518 में फ्रांस में फैला था. इस बीमारी से पीड़ित लोग लगातार नाचते हुए दिखाई देते थे. और वो कई घंटों, यहां तक कि कई दिनों तक नाचते रहते थे. लगातार ऐसा करने से उन्हें थकावट होती, और कई बार इस दौरान उनकी मौत भी हो जाती थी.
हालांकि अभी तक जितनी भी जानकारी मिली है, उस हिसाब से तो डिंगा डिंगा इतनी गंभीर नहीं है. लेकिन बीमारी कोई भी हो, उससे बचाव और इलाज़, दोनों ज़रूरी है. युगांडा के स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह है कि बीमारी से बचने के लिए लोग साफ-सफाई रखें. अपना हाईजीन मेंटेन करें. संक्रमित मरीज़ों के संपर्क में न आएं. और, अगर किसी में भी बीमारी के लक्षण दिखें तो इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें.
देखिए, बस एक फ्लाइट भर की दूरी होती है, बीमारियों को एक देश से दूसरे देश तक पहुंचने में. इसलिए, भले हम डिंगा डिंगा बीमारी से कई हज़ार किलोमीटर दूर हों. फिर भी सावधानी ज़रूर बरतनी ज़रूरी है.
कैसे बरतें सावधानी? किन चीज़ों का रखें ध्यान? और, क्या भारतीयों को डरने की ज़रूरत है? ये हमने पूछा डॉक्टर पियूष मिश्रा से.

डॉक्टर पियूष कहते हैं कि ये बीमारी युगांडा के सिर्फ एक ज़िले में है. इसलिए, भारतीयों को अभी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. बस, घूमने के लिए युगांडा न जाएं. विदेश से घूमकर आए हैं, तो स्क्रीनिंग ज़रूरी है. अगर आपको किसी भी तरह की दिक्कत महसूस होती है. बीमारी का कोई लक्षण दिखता है. तो तुरंत डॉक्टर से मिलें. और सामाजिक दूरी बना लें.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘दी लल्लनटॉप' आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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