बिना कॉन्डम सेक्स करने से फैलती हैं बीमारियां, जानिए पुरुषों को कितना ख़तरा?
अनसेफ सेक्स से फैलने वाली बीमारियों को STDs कहा जाता है. STDs यानी सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिज़ीज़ेस.
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STDs यानी सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिज़ीज़ेस. ये एक पार्टनर से दूसरे पार्टनर में बड़ी आसानी से फैल सकते हैं. ख़ासकर उनमें, जो अनसेफ़ सेक्स करते हैं. यानी कॉन्डम का इस्तेमाल नहीं करते.
जब किसी को STD होता है, तो उसके प्राइवेट पार्ट से बदबूदार डिस्चार्ज निकलता है. प्राइवेट पार्ट में खुजली, सूजन, जलन और दर्द रहता है. पेशाब करने में जलन और दर्द होता है. सेक्स करने में बहुत दर्द होता है. पुरुषों के टेस्टिकल्स यानी अंडकोष में सूजन आ जाती है. कमज़ोरी लगती है. कई बार तो बुखार भी आ जाता है.
डॉक्टर से समझिए कि STD एक इंसान से दूसरे इंसान में कैसे फैलते हैं. महिलाओं और पुरुषों में किसे STD होने का खतरा ज़्यादा होता है. और STD से बचा कैसे जाए.
STDs क्या हैं? ये एक इंसान से दूसरे इंसान में कैसे फैलते हैं?ये हमें बताया डॉक्टर प्रशांत जैन ने.

STDs यानी सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिज़ीज़ेस. यानी वो बीमारियां जो सेक्स से फैलती हैं. जब एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के साथ सेक्स करता है. चाहे वो अपोज़िट सेक्स के साथ हो या सेम सेक्स के साथ. तब अगर एक पार्टनर को STD है, तो दूसरे को भी इंफेक्शन हो सकता है. इसे STI यानी सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन भी कहते हैं. फिर चाहे इंफेक्शन वायरस से, बैक्टीरिया से या फिर पैरासाइट (परजीवी) से हो.
पुरुषों और महिलाओं में किसे STD का रिस्क ज़्यादा होता है?आमतौर पर जिसे इंफेक्शन होता है, उसी से दूसरे में फैलता है. अगर पुरुष को इंफेक्शन है और वो किसी महिला के साथ सेक्स कर रहा है. या महिला को इंफेक्शन है और वो किसी पुरुष के साथ सेक्स कर रही है. तब पुरुष से महिला में इंफेक्शन फैलने का चांस ज़्यादा होता है.
महिलाओं में STD का रिस्क आमतौर पर ज़्यादा माना जाता है. इसका कारण है कि महिलाओं की वजाइना में म्यूकोसल सरफेस (नरम भीतरी परत) ज़्यादा होती है. इससे सेक्शुअली ट्रांसमिटेड वायरस, बैक्टीरिया या पैरासाइट के एब्ज़ॉर्व होने का चांस ज़्यादा रहता है.

STD के मामले में बचाव ही सबसे अच्छा इलाज है. आपको STD के बारे में पता होना चाहिए. STD के लक्षणों के बारे में भी आपको जानकारी होनी चाहिए. अपने पार्टनर से खुलकर बात करें. आप अपने पार्टनर से STD से जुड़ी जानकारी पूछ सकते हैं. अगर पार्टनर में STD के लक्षण दिखते हैं, तो सेक्स करने से बचें. या सेक्स के दौरान कॉन्डम का इस्तेमाल ज़रूर करें, ताकि इंफेक्शन न फैले. अगर आपको STD है, तो अपने पार्टनर को इस बारे में ज़रूर बताएं.
समय पर STD से जुड़े टेस्ट करवाएं. कॉन्डम का सही तरीके से इस्तेमाल करें. कई बार लोग शिकायत करते हैं कि सेक्स के दौरान कॉन्डम फट जाता है. ऐसा होने पर आपके या आपके पार्टनर में STD होने का चांस बढ़ जाता है.
रिसर्च में पाया गया है कि जिन पुरुषों ने सरकमसीज़न करवाया. सरकमसीज़न में लिंग के टिप की ऊपरी स्किन हटा दी जाती है. उनमें और उनके पार्टनर में STD फैलने का ख़तरा कम हो जाता है. ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को STD है, तो उनके लिए सरकमसीज़न एक ऑप्शन हो सकता है.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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