चाय-कॉफ़ी पीने वाले इस बात का ध्यान रखें, नहीं तो हो सकता है कैंसर!
गर्म चीज़ें पीने से क्यों बढ़ जाता है कैंसर का रिस्क?

कुछ लोगों को खूब गर्म-गर्म चीज़ें खाने-पीने की आदत होती है. चाय पिएंगे तो एकदम खौलाकर. कुछ खाएंगे तो तेज़ आंच पर भूनकर. कॉफ़ी से धुंआ निकल रहा होगा, और ये गटक जाएंगे. ठीक है. सबके अपने-अपने शौक हैं. लेकिन, अगर आप भी सालों से खौला-खौलाकर चाय पी रहे हैं. या बहुत गर्म कॉफ़ी पीते हैं तो संभल जाइए. क्योंकि कई स्टडीज़ में ये दावा किया गया है कि लगातार बहुत गर्म चीज़ें पीने से खाने की नली में कैंसर हो सकता है. यानी एसोफैगल कैंसर.
सुनने में अजीब लग रहा है न? हमें भी लगा. तो हमने कुछ स्टडीज़ और रिसर्च खंगालीं. एशियन पैसिफिक जर्नल ऑफ़ कैंसर प्रिवेंशन में छपी एक स्टडी के मुताबिक, बहुत गर्म चीज़ें पीने से कैंसर का रिस्क बढ़ता है.
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की इंटरनेशनल एजेंसी फ़ॉर रिसर्च ऑन कैंसर में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक भी, बहुत गर्म चीज़ें बार-बार खाने पीने से एसोफैगल कैंसर का ख़तरा बढ़ता है. इंटरनेट पर ऐसी कई स्टडीज़ और रिसर्चस की भरमार है.
लेकिन, इसके बावजूद, इस मुद्दे पर एक्सपर्ट्स की राय बंटी हुई है. तो हमने सोचा क्यों न इसके बारे में किसी कैंसर के डॉक्टर से बात की जाए. उनसे समझें कि आखिर गर्म चीज़ें पीने और खाने की नली में कैंसर का क्या कनेक्शन है? आज आपको इस सवाल का जवाब मिलेगा. साथ ही ये भी समझेंगे कि कितना गर्म बहुत गर्म होता, जिससे कैंसर का रिस्क हो सकता है और इस तरह के कैंसर से बचने के लिए क्या करना चाहिए.
क्या गर्म चीज़ें पीने से कैंसर हो सकता है?ये हमें बताया डॉ. मंदीप सिंह मल्होत्रा ने.

-एक रिसर्च के मुताबिक, गर्म चीज़ें पीने से फ़ूड पाइप यानी खाने की नली का कैंसर बढ़ता है, जिसे एसोफैगल कैंसर कहते हैं
-क्योंकि बहुत गर्म चीज़ें बार-बार पीने से खाने की नली की अंदरूनी परत को चोट पहुंचती है
-इस चोट की वजह से वहां मौजूद सेल्स टूटते हैं
-जिससे बॉडी में रिएक्शन होता है जैसे सूजन और एंजियोजिनेसिस (ट्यूमर को नए ब्लड वेसेल्स से ऑक्सीजन और पोषण मिलना)
-नतीजा? सेल्स की बनावट में बदलाव आने लगता है
-ऐसे सेल्स बनने लगते हैं, जो आगे जाकर कैंसर पैदा कर सकते हैं
-लगातार गर्म चीज़ें पीने से फ़ूड पाइप लगातार चोटिल होता रहता है
-ऐसे में कैंसर का रिस्क बढ़ सकता है
-इसको ऐसे देखना चाहिए, जैसे अगर शरीर में कहीं स्किन जल गई या एक्सीडेंट में चोट लग गई
-वो नॉन-हीलिंग अल्सर बन सकती है. यानी ऐसा अल्सर जो ठीक नहीं हो सकता
-ऐसी चोट में कैंसर हो सकता है
-ठीक वैसे ही लगातार गर्म चीज़ें पीने से होता है

-गर्म चीज़ें लगातार खाने-पीने से खाने की नली में चोट लगती रहती है और कैंसर होने का रिस्क बढ़ जाता है
बचाव-हमें 65 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान की चीज़ें खानी-पीनी चाहिए
-कोई भी बहुत गर्म चीज़ खा-पी रहे हैं तो उसे थोड़ी देर ठंडा होने के लिए छोड़ दें
-बहुत गर्म चीज़ें बार-बार नहीं पीनी चाहिए
-ऐसा देखा गया है कि जिन देशों में लगातार गर्म चीज़ें ही पी जाती हैं, जैसे जापान और इरान
-वहां इस तरह के कैंसर के मामले भी ज़्यादा हैं
-घबराने की ज़रुरत नहीं है
-हिंदुस्तान में हम बहुत गर्म चाय वैसे भी नहीं पीते
-कोशिश बस ये करें कि बहुत गर्म चीज़ें बार-बार न पिएं
-कभी-कभी कुछ गर्म खाने-पीने से कैंसर नहीं होता
तो भई कुल मिलाकर सार ये है कि घबराने की ज़रुरत नहीं है. कभी-कभार गर्म चीज़ें खाने-पीने से कैंसर नहीं होगा. लेकिन, हां बहुत गर्म चीज़ें पीना-खाना जिनकी आदत में शुमार है, उन्हें थोड़ा ध्यान देना चाहिए. बहुत गर्म चीज़ें लगातार खाने-पीने से फ़ूड पाइप यानी खाने की नली को चोट पहुंचती है. अगर ऐसा लगातार सालों होता रहे तो ये दिक्कत दे सकता है. इसलिए खाने-पीने को थोड़ा ठंडा होने दें, फिर लें.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
वीडियो: सेहत: ज़्यादा गर्म चीज़ें पीने से कैंसर का रिस्क क्यों है?