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मां के निधन के बाद मोदी की मुंडन वाली तस्वीर वायरल लेकिन सच कुछ और है

दावा है कि पीएम मोदी ने मां के निधन के बाद हिन्दू रीति-रिवाज से मुंडन कराया है.

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सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर.
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अंशुल सिंह
4 जनवरी 2023 (Updated: 4 जनवरी 2023, 03:27 PM IST) कॉमेंट्स
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दावा

30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां हीराबेन का 100 साल की उम्र में निधन हो गया था. वह पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं, जिसके चलते उन्हें अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसी अस्पताल में पीएम मोदी की मां ने अंतिम सांस ली थी. 
अब पीएम मोदी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. तस्वीर में मोदी क्लीन शेव लुक के साथ सिर मुंडवाए हुए नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि मां के निधन के बाद मोदी ने हिन्दू रीति-रिवाज के मुताबिक मुंडन करवाया है.

फेसबुक पेज Nation with Modi ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, 

"माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार अपनी मां के लिए तिये पर मुंडन करवाया है; धन्य है ये कर्मयोगी #PMModiji. माता जी हीराबा को भावभीनी श्रद्धांजलि."

फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट.

ट्विटर यूजर राष्ट्रवादी चिंतक ने ट्वीट कर लिखा, (आर्काइव)

मोदी जी ने सभी रस्में निभाई सादगी से अपनी समाज के रीति-रिवाजों के अनुसार ही अपनी माता जी का अंतिम संस्कार एवं आज मुंडन यानी पानीधाम भी किया वाह रे भारत मां के सच्चे सपूत

ट्वीट का स्क्रीनशॉट.

इसके अलावा दूसरे सोशल मीडिया यूजर्स ने भी वायरल तस्वीर को ऐसे ही मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर किया है. 
मोदी की मां को लेकर वैसे तो बीजेपी से लेकर विपक्ष के तमाम नेताओं ने श्रद्धांजलि दी थी लेकिन समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने ट्वीट कर मुंडन विवाद को जन्म दिया था. आईपी सिंह ने 30 दिसंबर को ट्वीट कर लिखा था, 

एक वो हिंदू बेटा जिसने सभी हिंदू संस्कारों का मान रखते हुए तेरहवीं तक सब कुछ त्याग पिता की आत्मा को शांति हेतु पाठ किया।
एक वो बेटा जो हिंदू संस्कारों को नकारते हुए सूतक में शुभ कार्य प्रतिबंधित होने के बावजूद माँ के निधन के उपरांत सरकारी कार्यक्रम में शामिल हुआ। हिंदू कौन हुआ?

पड़ताल

 'दी लल्लनटॉप' की पड़ताल में वायरल तस्वीर एडिटेड निकली. असली तस्वीर पांच साल पुरानी है, जिससे छेड़छाड़ कर वायरल तस्वीर बनाई गई है.

वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए हमने सबसे पहले रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली.  सर्च से हमें वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती तस्वीर ज़ी बिजनेस की खबर में मिली. यह खबर अप्रैल, 2018 में पब्लिश हुई थी और इसमें फोटो का क्रेडिट समाचार एजेंसी PTI को दिया गया है. असली तस्वीर में मोदी को बाल और सामान्य दाढ़ी के साथ देखा जा सकता है, जबकि एडिटेड फोटो में ऐसा नहीं है.

दोनों तस्वीरों की तुलना.

थोड़ा और अधिक सर्च करने पर हमें वायरल तस्वीर 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की वेबसाइट पर पब्लिश हुई रिपोर्ट में मिली. 18 दिसंबर, 2017 को पब्लिश हुई रिपोर्ट के मुताबिक,

गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी संसद भवन पहुंचे. यहां पहुंचकर प्रधानमंत्री ने विक्ट्री साइन दिखाया.

पड़ताल के दौरान हमें इस मौके की तस्वीर Getty Images और alamy जैसी वेबसाइट पर मिली. इन तस्वीरों में मोदी ने वही कपड़े पहने हुए हैं जो वायरल फोटो में दिखाई दे रहे हैं. 

इस मौके का वीडियो हमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला. 15 दिसंबर 2017 को अपलोड हुए इस वीडियो में पीएम मोदी ने संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर अपनी बात रखी थी.

नतीजा 

हमारी पड़ताल में वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत निकला. मोदी की पांच साल पुरानी तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. साथ ही हमें ऐसी कोई भी विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें प्रधानमंत्री के मुंडन के बारे में कुछ लिखा गया हो.  

वीडियो: कश्मीर में पत्थरबाज को सेना द्वारा बम से उड़ाने का सच

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