पड़ताल: क्या जॉर्ज फ्लॉयड ने गर्भवती महिला को किडनैप कर बच्चे की हत्या की धमकी दी थी?
मई, 2020 में ब्लैक कम्युनिटी के फ्लॉयड को एक पुलिसवाले ने घुटने से दबाया और उसकी मौत हो गई.
एक घायल महिला की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. दावा किया जा रहा है इस महिला को जॉर्ज फ्लॉयड ने किडनैप किया था और उसके बच्चे को मारने की धमकी दी थी. तस्वीर के साथ वायरल मेसेज में ये भी कहा जा रहा है कि महिला उस वक़्त प्रेग्नेंट थी.
हम आपको वायरल मेसेज
ज्यों-का-त्यों पढ़ा रहे हैं,
जॉर्ज फ्लॉयड जिसकी पुलिस कार्यवाही में।मौत पे अमेरिका में लिबरल हंगामा दंगे फसाद कर रहे है उसकी असलियत ये है कि अर्सली हेनेरक्विज़ नामक महिला को जॉर्ज फ्लॉयड ने अपने 5 साथियों के साथ किडनैप किया उसके घर मे पैसे और ड्रग्स की तलाशी लेते समय गर्भवती अर्सली के बच्चे की हत्या की धमकी दी इस फोटो में उस घटना के बाद उक्त महिला की हालत देखिये(आर्काइव लिंक)
याद है भारत मे गुजरात मे एक गैंगस्टर जिसके घर से 50 AK 47 बरामद हुई थी जो दावूद गैंग का जाना माना गैंगस्टर था उसके एनकाउंटर के बाद गुजरात के गृह मंत्री पे हत्या का मामला बनाया गया था
लिबरल वामपंथी असक्ल में अपराधी ही होते है जो हमेशा समाज के लिए खतरनाक अपराधियो के साथ ही खड़े मिलेंगे इन्ही वामपंथियो ने फिल्मों में अपराध को ग्लैमर से जोड़ रखा है और आज अमेरिका में ये पुलिस को ही खत्म करने की मांग कर रहे है
जॉर्ज फ्लॉयड जिसकी पुलिस कार्यवाही में।मौत पे अमेरिका में लिबरल हंगामा दंगे फसाद कर रहे है उसकी असलियत ये है कि अर्सली...
Posted by Shelly Tiwari
on Sunday, 14 June 2020
पड़ताल
'दी लल्लनटॉप' ने वायरल दावे की विस्तार से पड़ताल की. हमारी पड़ताल में ये दावा भ्रामक निकला. वायरल तस्वीर में दिख रही महिला अर्सली हेनेरक्विज़ नहीं है.
कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें 30 मई, 2020 की बीबीसी की एक रिपोर्ट
मिली. रिपोर्ट के मुताबिक़, अमेरिका के मिनियापोलिस शहर में एक पुलिसवाले ने जॉर्ज फ़्लॉयड नामक शख़्स की गर्दन पर तब तक घुटना दबाए रखा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पूरे अमेरिका में प्रोटेस्ट शुरू हो गया. जॉर्ज फ्लॉयड की उम्र 46 साल थी.
बीबीसी की रिपोर्ट.
रिपोर्ट के अनुसार, ये मामला 20 डॉलर के फ़र्ज़ी नोट को लेकर शुरू हुआ था. फ्लॉयड ने सिगरेट खरीदने के लिए दुकानदार को वो नोट दिया था. दुकानदार ने पुलिस बुलाई. और, फिर पुलिस की कार्रवाई में जॉर्ज की मौत हो गई.
और सर्च करने पर हमें फ़ैक्ट-चेक वेबसाइट स्नोप्स की एक रिपोर्ट
मिली. इसमें जॉर्ज फ्लॉयड के जीवन का पूरा लेखा-जोखा मिलता है. रिपोर्ट के अनुसार, फ़्लॉयड को पहली बार 2 अगस्त, 1997 को अरेस्ट किया था. उसे पुलिस ने लगभग एक ग्राम कोकीन के साथ पकड़ा था. इसके बाद फ़्लॉयड को 8 बार और अरेस्ट किया गया. इनमें से लगभग सभी मामले छोटी-मोटी चोरी और ड्रग्स से जुड़े थे.
स्नोप्स की रिपोर्ट में जॉर्ज फ्लॉयड के क्रिमिनल रिकॉर्ड का ज़िक्र है.
अर्सली हेनरिकेज़ के घर में घुसकर डकैती का मामला 9 अगस्त, 2007 का था. इस मामले में 2009 में फ्लॉयड को दोषी पाया गया. उसे पांच साल क़ैद की सज़ा दी गई. 2013 में फ्लॉयड को पैरोल पर छोड़ दिया गया. इस मामले में कहीं भी ये दर्ज नहीं है कि अर्सली हेनरिकेज़ उस घटना के वक़्त प्रेग्नेंट थीं.
हमने तस्वीर को रिवर्स इमेज़ से सर्च किया तो हमें स्पेनिश न्यूज़ वेबसाइट EL Pais की 26 दिसंबर, 2018 की एक रिपोर्ट
मिली. रिपोर्ट का टाइटल है,
American student attacked and raped in Madrid neighborhood of Aluche
मैड्रिड में एक अमेरिकी छात्रा के साथ मारपीट और बलात्कार
इस रिपोर्ट के मुताबिक़, एंड्रिया सिसिनानो ने अपने साथ हुई घटना को फ़ेसबुक पर शेयर किया था और अपनी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर डाली थी. एंड्रिया ने ये पोस्ट 20 दिसंबर, 2018 को लिखी थी. रिपोर्ट के अनुसार, एंड्रिया की निशानदेही पर आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया था.
आप वो फ़ेसबुक पोस्ट यहां पर क्लिक
करके देख सकते हैं. (आर्काइव लिंक)
इस घटना का जॉर्ज फ्लॉयड से कोई संबंध नहीं था.
नतीजा
वायरल मेसेज में किए जा रहे दावे भ्रामक हैं. जॉर्ज फ्लॉयड को प्रेग्नेंट अर्सली हेनरिक़ेज़ के घर में घुसकर डकैती करने और रेप की धमकी देने का दोषी बताया जा रहा है. ये सच है कि फ्लॉयड ने 2007 में डकैती की थी. लेकिन उस वक़्त अर्सली हेनरिक़ेज़ के प्रेग्नेंट होने की बात कोर्ट के रिकॉर्ड में कहीं नहीं है.
इसके अलावा, जिस महिला की तस्वीर अर्सली हेनरिक़ेज़ की बताकर शेयर की जा रही है. वो एंड्रिया सिसिनानो की है. दिसंबर, 2018 में स्पेन के मैड्रिड में उनका रेप हुआ था. सिसिनानो ने ज़ख्मी चेहरे की तस्वीर और पूरी घटना अपने फ़ेसबुक अकाउंट पर साझा की थी. उस घटना का जॉर्ज फ़्लॉयड से कोई संबंध नहीं है.
(पड़ताल अब ट्विटर
पर, फॉलो करें यहां क्लिक करके.
फ़ेसबुक
पर पड़ताल की स्टोरीज़ और वीडियोज़ देखने के लिए यहां क्लिक कीजिए
)
अगर आपको भी किसी ख़बर पर शक है
तो हमें मेल करें- padtaalmail@gmail.com
पर.
हम दावे की पड़ताल करेंगे और आप तक सच पहुंचाएंगे.
कोरोना वायरस से जुड़ी हर बड़ी वायरल जानकारी की पड़ताल हम कर रहे हैं.इस लिंक पर क्लिक करके जानिए वायरल दावों की सच्चाई.