जब शाहरुख ने बिना बताए अमरीश पुरी के ऊपर सोमरसॉल्ट मार दिया!
'बादशाह' के एक्शन डायरेक्टर ने बताया कि फिल्म में कई जानलेवा एक्शन सीन थे, लेकिन शाहरुख की ज़िद थी कि वो खुद ही इन सीन्स को करेंगे.

Shah Rukh Khan की एक फिल्म है जो बचपन में बहुत कूल लगती थी. उन्हें दीवार पर चिपकने वाले जूते पहनकर चढ़ते देखना फन था. लंबे समय तक बच्चे मानते रहे कि ऐसा भी कोई चश्मा है जिससे आर-पार देखा जा सकता है. अब शाहरुख की उसी फिल्म ने रिलीज के 26 साल पूरे किए हैं. अब्बास-मुस्तन के निर्देशन में बनी ‘बादशाह’ में शाहरुख के साथ ट्विंकल खन्ना, अमरीश पुरी और शरत सक्सेना जैसे एक्टरस ने काम किया. हाल ही में फिल्म के एक्शन डायरेक्टर मोसेस फर्नानडेज़ ने मेकिंग से जुड़े कुछ किस्से बताए हैं.
फिल्म में एक सीन था जहां शाहरुख का किरदार अमरीश पुरी के हाथ से बंदूक छीनता है और उनके ऊपर से सोमरसॉल्ट करता है. यानी उछलकर गुलाटी मारता है. फिल्म के एक्शन डायरेक्टर मोसेस फर्नानडेज़ ने इस बारे में बताया,
इस शॉट से पहले अमरीश पुरी ने मुझसे पूछा, 'मास्टर जी, शाहरुख जम्प कैसे करेगा? मेरा हाथ टूट सकता है.' लेकिन शाहरुख भाई ने मुझसे कहा, 'मास्टर जी, उन्हें कुछ मत बताइएगा और बस शॉट ले लीजिएगा. वरना ये शॉट नहीं हो पाएगा. अमरीश पुरी जी को मत बताइएगा कि मैं क्या करने वाला हूं'. तो अमरीश पुरी को नहीं मालूम था कि शाहरुख क्या करने वाला है. उसने बस वो सोमरसॉल्ट किया और हमने शॉट ले लिया. वो बहुत अच्छे से हुआ है. उसमें रिस्क भी बहुत था.
मोसेस ने एक और एक्शन सीन से जुड़ा किस्सा बताया. इस सीन को शाहरुख और शरत सक्सेना के बीच फिल्माया जाना था. उन्होंने बताया,
शाहरुख भाई को जम्प कर के हवा में ही अपने पांव से बंधी बंदूक निकालनी थी. हमने केबल नहीं लगाई थी. शाहरुख भाई ने कहा कि वो खुद ही इस सीन को करेंगे. उस शॉट के लिए हमने 32 रीटेक लिए होंगे. मैंने सुझाया कि इसे अलग तरीके से शूट करते हैं. लेकिन शाहरुख भाई ने कहा कि वो खुद ही इसे करेंगे. वो इतने मेहनती हैं कि मैं आपको बता नहीं सकता. भले ही उन्हें 2-3 घंटे लगे लेकिन उन्होंने वो सीन खुद ही किया. उनका मानना था कि मैं ये कर के रहूंगा.
मोसेस ने इसी बातचीत में बताया कि फिल्म में कुछ जानलेवा एक्शन सीन थे, लेकिन शाहरुख की ज़िद थी कि वो खुद ही इन सीन्स को करेंगे. फिल्म में दीवार पर चढ़ने वाले सीन को CGI से क्रिएट किया गया. मोसेस बताते हैं कि वास्तविकता में शाहरुख खुद इस सीन को करने वाले थे. वो दीवार पर चढ़ने के लिए तैयार थे. पूरा सेटअप तैयार कर लिया गया. लेकिन अंत में अब्बास-मुस्तन ने मन बदल दिया. उन्होंने तय किया कि वो इस सीन को CGI से ही रचेंगे. शाहरुख और अब्बास-मुस्तान ने ‘बादशाह’ से पहले ‘बाज़ीगर’ में साथ काम किया था. ‘बाज़ीगर’ एक बड़ी हिट थी लेकिन ‘बादशाह’ के केस में ऐसा नहीं हो सका.
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