'उदयपुर फाइल्स' में सेंसर बोर्ड ने लगवाए 150 कट, फिर भी रिलीज़ क्यों रोकी गई?
असल घटना से प्रेरित ये फिल्म उस आदमी की कहानी है, जिसने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ दिए गए विवादित बयान का समर्थन किया था. जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई.

Kanhaiya Lal Murder Case पर बनी फिल्म Udaipur Files किसी न किसी कारण से लगातार विवादों में रही. Vijay Raaz स्टारर ये फिल्म 11 जुलाई को रिलीज़ होनी थी. मगर ऐन वक्त पर इसे रिलीज़ होने से रोकने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी गई. पिटीशन फाइल करने वाला व्यक्ति केस के 11 आरोपियों में से एक है. वो जेल में है और ट्रायल चल रहा है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया है. इसके कुछ ही घंटों बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगा दी. इससे पहले Jamiat Ulema-e-Hind ने भी फिल्म को साम्प्रदायिक बताते हुए अलग-अलग हाई कोर्ट में इसके खिलाफ़ पिटीशन लगाई थी. जबकि सेंसर बोर्ड पहले ही जातिवाद से जुड़े विवादों को हवा न देने का तर्क देकर फिल्म में 150 कट लगवा चुका है. इस बारे में NDTV से बात करते हुए फिल्म के डायरेक्टर Bharat Shrinate ने कहा,
"सेंसर बोर्ड ने मेरी फिल्म 150 कट लगवाए हैं. हमने दो महीने सेंसर बोर्ड ऑफिस के चक्कर काटे. ये फिल्म किसी भी धर्म या विचारधारा के बारे में नहीं, बल्कि सच्चाई के बारे में है."
ये याचिका केस के आरोपियों में से एक मोहम्मद जावेद ने दायर की है. इसमें लिखा गया है कि फिल्म रिलीज़ होने से जयपुर की नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) कोर्ट में चल रहा मुकदमा प्रभावित हो सकता है. निष्पक्ष न्याय के लिए फिल्म की रिलीज़ पर रोक ज़रूरी है. इस पिटीशन में ये भी लिखा गया है कि चूंकि CBFC फिल्म को सर्टिफिकेट दे चुका है. इसलिए कोर्ट, केंद्र सरकार को कहे कि वो सिनेमेटोग्राफ एक्ट की धारा 6 के तहत इस मामले में दखल दे. वहीं फिल्म की आलोचना और जगह-जगह हो रहे विरोध का जवाब देते हुए भरत श्रीनेत ने कहा,
"पहली बात तो ये कि बिना ये देखे, कि फिल्म में क्या है, लोग उसके बारे में अंदाज़ा कैसे लगा सकते हैं? दूसरी बात, मैंने मेरी फिल्म भारतीय सेंसर बोर्ड को सौंपी थी. किसी और को नहीं. जो लोग फिल्म का विरोध कर रहे हैं, वो ये तय नहीं करेंगे कि फिल्म रिलीज़ होगी या नहीं. सेंसर बोर्ड के अपने नियम-कायदे और शर्तें हैं. क्या रखा जाएगा, क्या हटाया जाएगा, ये उनका फैसला है."
#क्या हुआ था कन्हैया लाल के साथ?
जून 2022, उदयपुर. शहर के हाथीपोल इलाके में कन्हैया लाल कपड़े सिलने का काम करते थे. उनकी दुकान पर पहुंचकर दो लोगों ने उनकी हत्या कर दी. वजह ये थी कि उस समय पैगम्बर मोहम्मद के बारे में नूपुर शर्मा का एक बयान विवादों में था. कन्हैयालाल ने नूपुर शर्मा का समर्थन करती एक पोस्ट सोशल मीडिया पर डाली थी. इसी बात से बौखलाए लोगों ने उनकी हत्या की योजना बनाई और दो लोगों ने उनकी दुकान पर जाकर इसे अंजाम दिया. वो कस्टमर बनकर उनकी दुकान पर गए. और कन्हैया लाल पर धारदार हथियार से हमला बोल दिया. उन्होंने मर्डर का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर शेयर भी किया.
‘उदयपुर फाइल्स’ का टाइटल पहले ‘ज्ञानवापी फाइल्स: अ टेलर्स मर्डर स्टोरी’ था. ये 27 जून को रिलीज़ होने वाली थी. मगर किन्हीं कारणों से टाइटल भी बदला गया और रिलीज़ डेट भी पोस्टपोन कर दी गई. अब चूंकि दिल्ली हाई कोर्ट ने इसकी रिलीज़ पर रोक लगा दी है इसलिए ये फिल्म 11 जुलाई को रिलीज़ नहीं होगी. उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मेकर्स फिल्म की नई रिलीज़ डेट अनाउंस करेंगे. इस फिल्म में विजय राज़ के साथ रजनीश दुग्गल, मुश्ताक़ खान, प्रीति झांगियानी और कमलेश सावंत भी ज़रूरी किरदारों में नज़र आएंगे.
वीडियो: Kanhaiya Lal Murder Case में आरोपी को मिली बेल, NIA से कहां हुई चूक?