सलमान-शाहरुख को पता ही नहीं कि फैन्स के बिना रहना होता क्या है- मनोज बाजपेयी
मनोज बाजपेयी ने कहा कि मेनस्ट्रीम बॉलीवुड के एक्टर्स उनसे डरते हैं.

स्टारडम के बारे में Manoj Bajpayee की सोच ज्यादातर अदाकारों से मुख्तलिफ़ है. ऐसा वो कहते हैं. उनका कहना है कि हज़ारों की भीड़ जो Shahrukh Khan और Salman Khan के लिए घंटों इंतज़ार करती है, उसे देखकर उन्हें घुटन होती है. उन्हीं के शब्दों में लिखें, तो फैन्स का हुजूम देखकर वो क्लॉस्ट्रोफोबिक महसूस करते हैं. अपने लेटेस्ट पॉडकास्ट पर भी मनोज ने इस विषय पर दिलखुलास गुफ्तगू की.
इंटरव्यू था बॉलीवुड बबल का. इसमें मनोज बाजपेयी ने अपने पसंदीदा शायरों से लेकर मकबूल अदाकारों तक के बारे में बात की. अच्छे एक्टर के तौर पर वो Satya से ही स्वीकार लिए गए थे. मगर स्टारडम उनके हिस्से कभी न आ सका. इस इंटरव्यू में उन्होंने इस विषय पर विस्तार से बात की. मनोज ने कहा कि उनके तीन दशक के करियर में उन्होंने हर तरह की फिल्में कीं हैं. इनमें से कुछ ध्रुव तारे की तरह चमक रही हैं, तो कुछ धुंधला भी गई हैं. मगर कोई बड़ी मेनस्ट्रीम फिल्म उनके हिस्से में नहीं आई. और मनोज के मुताबिक इसके पीछे मेनस्ट्रीम वालों का डर है. उनका मानना है कि उन जैसे 'इंडिपेंडेंट एक्टर्स' (मनोज ने खुद को इसी तरह संबोधित किया) के सामने मेनस्ट्रीम वाले असुरक्षित महसूस करते हैं. उन्हें अपनी पोज़िशन ख़तरे में नज़र आने लगती है. उन्होंने कहा,
"कृपया समझने की कोशिश कीजिए कि मैं कहां से आता हूं. तीन दशक से भी लंबा काम किया है मैंने. मैं आज तक उस मुक़ाम पर नहीं पहुंच पाया, जहां लोग मेरे पीछे भागें. मेरी एक झलक के लिए तरसें. मुझे देखकर रोने लग जाएं. मुझे पब्लिक से ऐसा रिएक्शन कभी नहीं मिला. मैं बस अपना काम करता रहा हूं. मेरी कुछ फिल्में आसमान तक पहुंच गईं. कुछ बीच में ही रह गईं, तो कुछ नज़र में ही नहीं आईं. मेरा काम ऐसा था ही नहीं, जो मुझे सो कॉल्ड स्टारडरम तक ले जा सके. और ये मेरा ही फैसला रहा कि वैसी फिल्में करनी ही नहीं हैं. मैं अपनी तरह का काम करके खुश था."
मनोज ने अपने करियर के बारे में आगे बात करते हुए कहा,
"मैंने अलग-अलग जॉनर के किरदार किए हैं. और अब ऑडियंस नई तरह की है. फिल्ममेकर्स और एक्टर्स की नई पौध आ चुकी है. अब ऐसे नए फैन्स से घिर जाता हूं, तो मैं क्लॉस्ट्रोफोबिक महसूस करता हूं. मुझे इसकी आदत नहीं हैं. सलमान, सैफ़, अजय, शाहरुख, आमिर को इसकी आदत है. इन्हें ये स्टारडम तब मिल गया था, जब सब 24-25 साल के थे. वो जानते ही नहीं हैं कि फैन्स के बिना रहना होता क्या है. मुझे तो ये सब दखलंदाज़ी सी लगती है."
मनोज बाजपेयी के वर्कफ्रंट की बात करें, तो उनकी दो फिल्में हाल ही में रिलीज़ हुई हैं. ये हैं 'इंस्पेक्टर ज़ेंडे' और 'जुगनुमा'. उन्हें अपने अब तक के करियर में तीन नेशनल अवॉर्ड मिले हैं. आने वाले समय में वो 'दी फैमिली मैन 3' में नज़र आएंगे.
वीडियो: जब Salman Khan ने अपना जीता हुआ अवॉर्ड Manoj Bajpayee को दे दिया