फाइनली खत्म हुई भोजपुरी सुपरस्टार्स पवन सिंह और खेसारी लाल यादव की लड़ाई
भोजपुरी फिल्मफेयर अवॉर्ड के दौरान दोनों एक-दूसरे के गले लगे. पवन ने चूमा खेसारी लाल यादव का माथा. लड़ाई खत्म करने का ऐलान किया.

16 जुलाई की रात Filmfare Femina Bhojpuri Icons Award हुए. ये इस अवॉर्ड शो का पहला संस्करण है. यहां बहुत क्रेज़ी माहौल बन गया. एकदम Baba Siddiqui की इफ्तार पार्टी टाइप. इस अवॉर्ड शो में भोजपुरी सिनेमा के दो सुपरस्टार्स की दोस्ती हुई. Pawan Singh और Khesari Lal Yadav ने एक-दूसरे को गले लगाया. माथा चूमा. अपनी अदावत खत्म करने का ऐलान किया. इस सब का क्रेडिट जाता है Ravi Kishan को.
# खत्म हुई Pawan Singh और Khesari Lal Yadav की लड़ाई
लखनऊ में हुए फिल्मफेयर फेमिना भोजपुरी आइकन्स अवॉर्ड हो रहा था. इसे रवि किशन और विशाल आदित्य सिंह होस्ट कर रहे थे. यहां से कुछ वीडियोज़ वायरल हो रहे हैं. रवि किशन ने पवन सिंह और खेसारी लाल को स्टेज पर बुलाया. दोनों का हाथ पकड़कर 'जीना यहां मरना यहां' गाना शुरू कर दिया. फिर बोले-
“ये ऐतिहासिक रात है, जिसका इंतजार भोजपुरी की दुनिया का हर इंसान कर रहा था.”
खेसारी ने उन्हें काटते हुए कहा-
"हमारे बीच न झगड़ा कभी था, न है और न कभी आगे रहेगा. ये हमेशा मेरे बड़े भाई और गार्डियन रहे हैं. तब तक हम इस धरती पर रहेंगे, वो हमेशा हमसे बड़े ही रहेंगे."
ये बोलकर दोनों गले मिले. कुछ तस्वीरें आई हैं, जो अवॉर्ड शो के बाद की हैं. इसमें पवन सिंह, खेसारी का माथा चूम रहे हैं. दूसरी तस्वीर में खेसारी, पवन को गाल पर चूम रहे हैं. दूसरे वीडियो में पवन सिंह, खेसारी की ओर इशारा करके गाना गाते हैं-
“तोहरा जइसन भाई कहां. तोहरा जइसन यार कहां.”
खेसारी पवन को गले लगाते हैं और इस तरह से ये भरत मिलाप पूरा होता है.
# किस बात की लड़ाई थी?मामला ईगो क्लैश से शुरू हुआ था. मगर चीज़ें जुड़ती चली गईं. खेसारी लाल का एक वीडियो वायरल हुआ था. इसमें खेसारी भोजपुरी इंडस्ट्री के नए एक्टर्स को बुरा-भला बोल रहे थे. इसमें उन्होंने कुछ अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया. एक लाइव शो में इस पर रिएक्ट करते हुए पवन सिंह ने कहा-
"कोई यहां जा रहा है कोई वहां, जिसे जहां जाना है वहां जाए. हम वहां कबका काम करके आ चुके हैं. इस तरह के लोग अभी ये कल्पना भी नहीं कर सकते कि पवन सिंह कहां-कहां गाना गाएंगे. कुछ लोग अकड़ में रहते हैं और 5 हजार में कहीं भी गाना गाते हैं."
तीसरे राउंड में खेसारी ने पवन को जवाब देते हुए कहा-
"खुद को खड़ा करो, भोजपुरी को बड़ा करो. मैं जिन्हें इतना बड़ा मानता था, उन्हें मेरे नाम से दिक्कत है. मंच पर इंसान को अच्छे मन से रहना चाहिए. दारू पीकर नहीं जाना चाहिए. दारू पीकर जाना अच्छी बात नहीं है. कुछ लोगों को लगता है कि उनके द्वारा खींची लकीर पर ही दुनिया चलती है, जबकि ये लोग भ्रम में हैं."
उसके बाद से मामला लगातार चल रहा था. दोनों फेसबुक लाइव में भी बिना नाम लिए, एक-दूसरे पर टीका-टिप्पणी करते थे. फिर मामला जातिवादी हो गया. राजपूत बनाम यादव. पवन और खेसारी ने एक दूसरे की जाति को नीचा दिखाना शुरू किया. कभी कमेंट करके. कभी गाने बनाकर. हालांकि जब भी इंटरव्यू में इनसे एक-दूसरे के बारे में पूछा जाता, तो तारीफों के पुल बांध देते. पिछले दिनों एक इंटरव्यू में खेसारी ने कहा था कि पवन सिंह उनके बड़े भाई हैं. अगर वो बुलाएंगे, तो खेसारी हाफ पैंट में ही दौड़े चले जाएंगे. इंटरनेट पर इन दोनों का एक वीडियो चलता है, जिसमें ये लोग साथ में नाच रहे हैं.
खै़र, अब इनका मामला सॉर्ट हो गया है. पहले फिल्मफेयर भोजपुरी अवॉर्ड में पवन सिंह को आइकॉन ऑफ द ईयर और सिंगर ऑफ द ईयर के अवॉर्ड्स मिले. वहीं खेसारी लाल को एंटरटेनर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड दिया गया.
वीडियो: खेसारी लाल यादव ने ऐसा क्या कह दिया कि बवाल कट गया?