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अक्षय ने 1.5 करोड़ डोनेट किए, अब शाहरुख़-सलमान समेत इन 5 एक्टर्स की चैरिटी भी जान लो

कुछ एक्टर्स तो दान-पुण्य करके उसके बारे में बात करना भी पसंद नहीं करते.

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लेफ्ट में अक्षय, ट्रांसजेंडर्स के साथ. राइट में टॉप में सलमान खान, बीइंग ह्यूमन की टी शर्ट के साथ. नीचे शाहरुख़, अपनी संस्था 'मीर' के लिए, एसिड अटैक सर्वाइवर्स के साथ.
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2 मार्च 2020 (Updated: 3 मार्च 2020, 08:32 IST)
Updated: 3 मार्च 2020 08:32 IST
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अक्षय कुमार. 02 मार्च को इनकी ‘सूर्यवंशी’ का ट्रेलर आया. खूब बज़ बना. 24 को ये मूवी भी आ जाएगी. और इसके बाद 6 और मूवीज़ कतार में हैं अक्षय की. लेकिन आज खबर इनकी मूवी को लेकर नहीं, इनकी फिलैंथ्रपी पर. यानी इनके परोपकारी कार्य को लेकर.
तो खबर ये है कि अक्षय कुमार ने डेढ़ करोड़ रुपए दान किए हैं. ट्रांसजेंडर्स के लिए घर बनाने के लिए. ये डेढ़ करोड़ रुपए उन्होंने ‘लॉरेंस चेरिटेबल ट्रस्ट’ को दिए हैं. जो चेन्नई में पहली ‘ट्रांसजेंडर बिल्डिंग’ बना रहे हैं. मतलब ये इंडिया में पहली बार होगा जब पूरी बिल्डिंग में ट्रांसजेंडर ही रहेंगे. ये जो ‘लॉरेंस चेरिटेबल ट्रस्ट’ है, वो साउथ के फेमस डायरेक्टर राघव लॉरेंस ने बनाई है. राघव पहली बार एक हिंदी मूवी डायरेक्ट कर रहे हैं. ‘लक्ष्मी बम’. ईद में रिलीज़ होगी. अक्षय कुमार इसमें लीड रोल में हैं.
अक्षय कुमार के डोनेशन पर लॉरेंस ने उन्हें थैंक्स करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा-
जो कोई भी मदद करता है, मेरे लिए वो ईश्वर है. इसलिए अक्षय सर अब मेरे लिए ईश्वर हैं.

वैसे अक्षय की चैरिटी की खबरें पहली बार नहीं आई हैं. वो पहले भी दान-पुण्य करते रहे हैं. और हां. केवल अक्षय ही नहीं हैं जिन्हें चैरिटी के लिए जाना जाता है. हम आपको 5 और एक्टर्स बताते हैं, जो अपनी एक्टिंग के लिए ही नहीं बल्कि अपनी फिलैंथ्रपी के चलते भी जाने जाते हैं, या इन्हें इसलिए भी जानना चाहिए.
# 1- शाहरुख़ खान-
शाहरुख़ खान. एसिड अटैक सरवाईवर्स के साथ. शाहरुख़ खान. एसिड अटैक सरवाईवर्स के साथ.


शाहरुख़, नानावटी हॉस्पिटल के कैंसर डिपार्टमेंट में अपनी मां के नाम पर चैरिटी करते हैं. हालांकि उनकी मां की मौत डायबिटीज़ के चलते हुई थी. कैंसर शाहरुख़ खान के पिता को था. इसी कैंसर ने उनकी जान ले ली थी. 19 अक्टूबर, 1981 को. तब शाहरुख़ सिर्फ 16 साल के थे.
इसके अलावा वो ‘मेक अ विश’ फाउंडेशन के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स में से एक हैं. ये संस्था ढाई साल से अट्ठारह साल के बच्चों को होने वाली जानलेवा बीमारी के लिए काम करती है. यूएस बेस्ड ‘मेक अ विश’ फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है. जिसके 45 अन्य देशों में ऑफिस और 40 देशों में एफिलिएटिड ब्रान्चेज़ हैं.
शाहरुख़ खान को उनके चैरिटी से जुड़े कार्यों के लिए व्हाट्सएप वाले यूनेस्को नहीं सच्ची वाले यूनेस्को (United Nations Educational Scientific and Cultural Organization), मतलब 'संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन’ ने सम्मानित किया है.
शाहरुख खान. ड्यूसल्डॉर्फ, जर्मनी में. 20 वें यूनेस्को चैरिटी गाला में पुरस्कार पाने के बाद. शाहरुख खान. ड्यूसल्डॉर्फ, जर्मनी में. 20 वें यूनेस्को चैरिटी गाला में पुरस्कार पाने के बाद.


मीर फाउंडेशन. एसिड अटैक सरवाईवर्स के लिए काम करने वाली गैर-सरकारी, गैर-लाभकरी संस्था है. इसके फाउंडर शाहरुख़ खान ही हैं. उनके पिता का नाम है मीर. मीर ताज मुहम्मद खान. उन्हीं के नाम पर है ये फाउंडेशन.
वैसे शाहरुख़ अपने इन कार्यों का न प्रचार पसंद करते हैं न उनके बारे में बात करना. लेकिन अंत में टेरी (The Energy and Resource Institute) के ‘लाइट अ बिलयन लाइव्ज़’ (करोड़ों ज़िंदगियां रोशन करें) नाम के प्रोग्राम की बात भी कर लें. इस प्रोग्राम के अंतर्गत शाहरुख़ की ‘रेड चिलीज़’ ने पांच गांवों को गोद लिया है. मतलब इन गांवों में सोलर एनर्जी उपलब्ध करवाने की जिम्मेवारी शाहरुख़ खान की है.
# 2 – शिल्पा शेट्टी-
शिल्पा शेट्टी, एक शेरनी वाले अवतार में. ये फोटो, सर्कस में जानवरों पर हो रही क्रूरता के प्रति जागरूकता अभियान का हिस्सा थी. शिल्पा शेट्टी, एक शेरनी वाले अवतार में. ये फोटो, सर्कस में जानवरों पर हो रही क्रूरता के प्रति जागरूकता अभियान का हिस्सा थी.


शिल्पा शेट्टी को बॉलीवुड की कुछ सबसे अधिक चैरिटी करने वाली एक्ट्रेसेज़ में से एक माना जाता है. एड्स को लेकर वो 2006 से ही एक्टिव हैं. बिग ब्रदर में जीती गई पूरी धनराशी उन्होंने एड्स कैंपेन के लिए दान कर दी थी. शिल्पा पशु-पक्षियों के प्रति भी अपने प्रेम के लिए जानी जाती हैं. और पेटा (People for the Ethical Treatment of Animals) ‘यानी पशुओं के साथ नैतिक व्यवहार के पक्षधर लोग’ नाम की एनिमल राईट आर्गेनाइजेशन से भी जुड़ी हुई हैं. कुछ साल पहले पेटा ने उन्हें सम्मानित किया था. 'हीरो टू एनिमल्स' अवॉर्ड से. कारण ये था कि उन्होंने एक आवरा बिल्ली को गोद लिया था और जलिकट्टू पर प्रतिबंध लगाने को लेकर भी काफी एक्टिव रही थीं.
# 3 – सलमान खान-
सलामन खान. अपने ब्रांड, बीइंग ह्यूमन की स्वेट शर्ट पहने. सलामन खान. अपने ब्रांड, बीइंग ह्यूमन की स्वेट शर्ट पहने.


सलमान खान के बारे में कौन नहीं जानता. सलमान खान की बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन भी जाना पहचाना नाम है. वो, जिसकी टी–शर्ट्स बिकती हैं.
ये दरअसल एक एनजीओ की टी-शर्ट्स हैं. मतलब इसकी कमाई सामजिक कार्यों में लगाई जाती है. सामजिक कार्य, जिसमें बच्चों की शिक्षा, दिव्यांग बच्चों की ट्रेनिंग जैसे लॉन्ग टर्म चैरिटी वर्क्स और कंबल, कपड़े बांटने जैसी कई वन टाइम चैरिटी वर्क्स शामिल हैं.
एसकेएफ (सलमान खान फिल्म्स) के अलावा सलमान का एक और प्रोडक्शन हाउस है. एसकेबीएच (सलमान खान बीइंग ह्यूमन) प्रोडक्शन. इसकी कमाई भी बीइंग ह्यूमन संस्था को जाती है.
# 4 – राहुल बोस-
राहुल बोस. अपनी एनजीओ 'दी फाउंडेशन' के मेंबर्स के साथ. राहुल बोस. अपनी एनजीओ 'दी फाउंडेशन' के मेंबर्स के साथ.


सुपरस्टार न हों, लेकिन राहुल बोस एक अच्छे एक्टर तो हैं हीं. लेकिन इसके साथ ही चैरिटी कार्यों में भी वो काफी आगे रहते हैं. उनकी एक फाउंडेशन है. नाम है ‘दी फाउंडेशन’. अंडमान निकोबार में 2004 में आई सुनामी के बाद ‘दी फाउंडेशन’ ने राहत और पुनर्वास कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. उसी साल 'वर्ल्ड यूथ पीस समिट' के दौरान उन्होंने जेंडर इक्वेलिटी पर ऑक्सफ़ोर्ड में लेक्चर दिया था. 18 सितंबर, 2011 में सिक्किम में बाइचुंग भूटिया के साथ मिलकर सिक्किम में आए भूकंप के लिए भी पैसे जुटाए.

अपनी खुद की बनाई फाउंडेशन के अलावा भी वो कई अन्य फाउंडेशन्स और चैरिटी के कामों और संस्थाओं से जुड़े हुए हैं. 2007 में ऑक्सफाम नाम की चैरिटेबल आर्गेनाइजेशन के ग्लोबल एंबेसेडर बनाए गए. कई साल पहले, 1942 में स्थापित ऑक्सफाम, नॉन-प्रॉफिटेबल संस्था है. विश्व भर में गरीबी उन्मूलन के लिए काम करती है. राहुल का 'वर्ल्ड विद डिस्क्रिमिनेशन' संगठन समाज के उस तबके की मदद करता है जिसके साथ लंबे समय से अमानवीय व्यवहार होता आता है.
इसके अलावा नर्मदा बचाओ अभियान में भी उन्होंने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था. राहुल भी, शाहरुख़ की ही तरह, अपने इन चैरिटी के कार्यों का शो ऑफ़ नहीं करते.
# 5 - जॉन अब्राहम-
पेटा के एक पोस्टर में जॉन अब्राहम. पेटा के एक पोस्टर में जॉन अब्राहम.


लीलावती हॉस्पिटल में कम से कम एक बार तो जॉन अब्राहम चैरिटी कर ही चुके हैं.
'कम से कम' इसलिए, क्यूंकि जॉन की भी ज़्यादातर चैरिटी लाइमलाइट में नहीं आती. फिर भी जानवरों से अपने प्रेम के लिए तो वो जाने ही जाते हैं. पेटा के एक्टिव मेंबर हैं. 'जॉन ब्रिगेड फॉर हैबिटेट' नाम की उनकी ब्रिगेड मुंबई में बेघरों को घर दिलवाती है.

अक्षय कुमार और इन पांच एक्टर-एक्ट्रेसेज़ के अलावा अमिताभ बच्चन, गुल पनाग, अनुपम खेर, प्रियंका चोपड़ा, दीप्ति नवल, सोनम कपूर, दिया मिर्ज़ा, विद्या बालन, शबाना आज़मी और ऐश्वर्या राय बच्चन भी अपनी चैरिटी के लिए जाने जाते हैं.




वीडियो देखें:
'हीरोपंती 2' का पोस्टर देख कर लोग टाइगर श्रॉफ को हॉलीवुड एक्टर की कॉपी बता रहे हैं -

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