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UP चुनाव में BJP के खिलाफ उतरेगा संयुक्त किसान मोर्चा, मनाएगा 'विश्वासघात दिवस'

SKM ने कहा, केंद्र सरकार ने किसानों को धोखा दिया.

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संयुक्त किसान मोर्चा 31 जनवरी को मनाएगा विश्वासघात दिवस. तस्वीर- आजतक
29 जनवरी 2022 (Updated: 29 जनवरी 2022, 08:09 IST)
Updated: 29 जनवरी 2022 08:09 IST
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संयुक्त किसान मोर्चा ने 31 जनवरी को देश भर में 'विश्वासघात दिवस' मनाने का ऐलान किया है. साथ ही साथ संगठन ने यूपी चुनाव में बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने की बात कही है. किसान संगठनों को उम्मीद है कि 'विश्वासघात दिवस' कार्यक्रम का आयोजन देश के कम से कम 500 जिलों में किया जाएगा. संगठन का कहना कि केंद्र सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है. इन प्रदर्शनों में केंद्र सरकार के नाम ज्ञापन दिया जाएगा. संयुक्त किसान मोर्चा की कोऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक में इस कार्यक्रम को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा हुई. इस कार्यक्रम का ऐलान करते हुए संगठन ने कहा,
"सरकार किसान विरोधी रुख पर काबिज है. 15 जनवरी के फैसले के बाद भी, भारत सरकार ने 9 दिसंबर के अपने पत्र में किया कोई वादा पूरा नहीं किया है. किसान आंदोलन के दौरान हुए केस को वापस लेने और शहीद परिवारों को मुआवजा देने संबंधी वादों पर सरकार ने अब तक कोई फैसला नहीं लिया है. MSP के मुद्दे पर सरकार ने अब तक कोई भी निर्णय नहीं लिया है. इसलिए हमने देशभर में किसानों से आह्वान किया है कि वह 'विश्वासघात दिवस' के माध्यम से सरकार तक अपना रोष पहुंचाएं."
बीजेपी के खिलाफ मोर्चा संयुक्त किसान मोर्चा ने यह साफ किया है कि 'मिशन उत्तर प्रदेश' जारी रहेगा. जिसके जरिए सरकार को सबक सिखाया जाएगा. SKM ने कहा,
"अजय मिश्र टेनी को अब तक बर्खास्त नहीं किया गया है, केंद्र और यूपी सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात किया है. भाजपा को इसकी सजा दी जाएगी. आने वाले यूपी चुनाव में सरकार को इसकी सजा मिलेगी. इस मिशन को पूरा करने के लिए 3 फरवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा, वहीं से मिशन के नए दौर की शुरुआत होगी. इसके तहत SKM के सभी संगठनों पूरे प्रदेश में साहित्य वितरण, प्रेस कॉन्फ्रेंस, सोशल मीडिया और सार्वजनिक सभा के जरिए भाजपा को सजा देने का संदेश पहुंचाया जाएंगे."
SKM ने यह स्पष्ट किया है कि आगामी 23 और 24 फरवरी को देश की सेंट्रल ट्रेड यूनियन चार लेबर कोड को वापस लेने के साथ-साथ एमएसपी और प्राइवेटाइजेशन के मुद्दों के लेकर आंदोलन किया जाएगा. पंजाब और अन्य राज्यों के चुनाव को लेकर SKM ने कहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा के नाम, बैनर या मंच का इस्तेमाल किसी राजनैतिक दल या उम्मीदवार को नहीं करने देंगे. ऐसा करने वालों के खिलाफ मोर्चे द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.

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