सारणी को कभी मध्य प्रदेश का एनर्जी कैपिटल कहा जाता था. क्योंकि यहां कोयला भरपूर मात्रा में है. लेकिन यहां शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति अच्छी नहीं है.