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फल बेचने वाला बनेगा डिप्टी एसपी, 86 रैंक लाए अरविंद की कहानी होश उड़ाने वाली है!

मां कैंसर के बाद नहीं रहीं, पिता को लकवा मारा...फल बेचकर लड़का बना अफसर.

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Arvind Sonkar cracked UPPSC PCS 2022 with 86th rank
अरविंद सोनकर (दाएं) और उनके पिता गोरख सोनकर (बाएं) अपने फल के ठेले के साथ. (तस्वीरें- इंडिया टुडे/आजतक)
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प्रशांत सिंह
10 अप्रैल 2023 (Updated: 11 अप्रैल 2023, 11:49 AM IST) कॉमेंट्स
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उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की PCS 2022 परीक्षा (UPPSC PCS 2022 Result) पास करने वाले छात्रों की संघर्ष की कहानियां चर्चा में हैं. देवरिया से आने वाली ज्योति चौरसिया और मुरादाबाद की आयुषी की कहानी तो हमने आपको बता दी. उन्हीं की तरह हालात से लड़कर UPPSC PCS 2022 की परीक्षा करने वाले हैं अरविंद सोनकर जिनके पिता फल का ठेला लगाते हैं और उनको भी ये काम करना पड़ता था.

पिता का ठेला संभाला, अब बना DSP

अरविंद सोनकर मऊ जिले के नासोपुर गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता गोरख सोनकर शहर के भीटी इलाके में फल का ठेला लगाने का काम करते थे. दो महीने पहले अरविंद की मां का कैंसर के कारण देहांत हो गया था. उसके कुछ दिन बाद पिता गोरख सोनकर को भी लकवा मार गया.

आजतक से जुड़े संवाददाता दुर्गा सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक अरविंद के अलावा परिवार में पांच बहन और दो भाई हैं. पिता की बीमारी के बाद उनके मामा ने उनकी और परिवार की मदद की. उन्होंने फल के ठेले की जिम्मेदारी संभाल ली.

मामा की मदद के चलते अरविंद को पढ़ाई का समय मिला और वो परिवार की उम्मीदों पर खरे उतरे. PCS 2022 परीक्षा में 86वीं रैंक लाकर अरविंद अब DSP बनेंगे. बेटे की सफलता पर बोलते हुए अरविंद के पिता ने आजतक को बताया,

“मैं फल बेचता हूं. हमने फल बेचकर अपने बेटे को पढ़ाया है. अब उसका चयन हुआ है, इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है. हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे लड़के को इतनी बड़ी कामयाबी मिलेगी.”

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वहीं अरविंद के भाई गोविंद सोनकर ने कहा कि कोरोना के समय अरविंद घर आए थे और फल बेचते थे. गोविंद ने बताया,

“हम लोगों की मेहनत सफल हुई. हम ये सपना बचपन से देख रहे थे. हमारी मां टोकरी में फल लेकर बेचती थीं. दो महीने पहले उनका देहांत हो गया. अरविंद ग्रेजुएशन के बाद दिल्ली चले गए थे. कोरोना के समय आए थे और यहां फल बेचते थे. हम लोग चूल्हे पर खाना बनाते हैं. फल की पेटी की लकड़ी से खाना बनाते हैं.”

अरविंद ने तैयारी कैसे की?

अरविंद की शुरुआती शिक्षा मऊ के रामस्वरूप भारती इंटर कॉलेज से हुई है. उसके बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से उन्होंने ग्रेजुएशन किया. साथ ही सिविल सेवा की तैयारी शुरू की. ग्रेजुएशन के बाद साल 2019 में अरविंद तैयारी के लिए इलाहाबाद से दिल्ली चले गए. उन्होंने इससे पहले भी UPPSC के लिए अटेम्प्ट किए थे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी. इस बार 86वीं रैंक हासिल कर अरविंद का DSP के पद पर चयन हुआ है.

PCS 2022 में कुल 30 सेवाओं से जुड़े 383 पदों के लिए हुई परीक्षा में 364 कैंडिडेट्स को सफल घोषित किया गया है. आगरा की दिव्या सिकरवार ने पहली रैंक हासिल कर टॉप किया है. वहीं प्रतीक्षा पांडे ने दूसरी रैंक और नमृता सिंह ने तीसरी रैंक हासिल की है. इतना ही नहीं, टॉप 10 उम्मीदवारों में से 8 लड़कियां हैं.

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