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दिल्ली: 7 साल में खुले केवल 63 नए स्कूल, दो तिहाई स्कूलों में साइंस की पढ़ाई नहीं

RTI में ऐसे स्कूलों के बारे में जानकारी मांगी गई थी जहां 11वीं-12वीं में साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई हो रही. साथ ही ये भी कि फरवरी 2015 से मई 2022 तक दिल्ली सरकार ने कितने स्कूल खोले.

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RTI से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली सरकार के केवल एक तिहाई स्कूलों में ही होती है साइंस की पढ़ाई (सांकेतिक तस्वीर- PTI)
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फातमा ज़ेहरा
29 अगस्त 2022 (Updated: 29 अगस्त 2022, 11:31 PM IST)
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दिल्ली के दो तिहाई स्कूलों में साइंस की पढ़ाई नहीं होती. एक RTI से ऐसा पता चला है कि दिल्ली में केवल एक तिहाई स्कूल ऐसे हैं जहां 11वीं-12वीं की क्लास में साइंस पढ़ाई जा रही है. करीब 66 फीसद स्कूलों में साइंस नहीं पढ़ाई जा रही. इस RTI में ऐसे स्कूलों के बारे में जानकारी मांगी गई थी जहां 11वीं-12वीं में साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई हो रही. साथ ही ये भी कि फरवरी 2015 से मई 2022 तक दिल्ली सरकार ने कितने स्कूल खोले.

RTI से क्या पता चला?

न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक 838 हायर सेकेंडरी स्कूल में से केवल 279 स्कूलों में साइंस की पढ़ाई होती है. जबकि 674 स्कूलों में कॉमर्स की पढ़ाई होती है. दिल्ली के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में सबसे कम साइंस के स्कूल हैं. जहां 31 हायर सेकेंडरी स्कूलों में से केवल 4 में साइंस की पढ़ाई होती है और 10 में कॉमर्स की. ये जानकारी RTI और दिल्ली के शिक्षा निदेशालय से मिली है.

खोले गए 63 नए स्कूल

दरअसल, 2015 में हुए विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में आम आदमी पार्टी ने 500 नए स्कूल खोलने का वादा किया था. ताकि दिल्ली में बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके. लेकिन RTI से मिले जवाब के मुताबिक फरवरी 2015 से मई 2022 तक 7 सालों में केवल 63 नए स्कूल खुले. 

2017 में हाईकोर्ट पहुंचा था मामला

हालांकि ये बात सिर्फ दिल्ली सरकार तक ही सीमित नहीं रही. इस बात को लेकर हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया गया था. 2017 में. इस मामले को लेकर हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी. ये याचिका वकील युसूफ नकी के द्वारा दायर की गई थी. जिसमें कहा गया था कि साइंस और कॉमर्स के सब्जेक्ट्स का डिस्ट्रीब्यूशन सही तरीके से नहीं हुआ है. जिसे सही नहीं ठहराया जा सकता है. ये विद्यार्थियों के साथ नाइंसाफी है. इसपर उच्च न्यायलय ने दिल्ली सरकार को नोटिस भी जारी किया था. जिसके जवाब में सरकार में दिल्ली सरकार ने हलफनामा दायर कर कहा था कि वह करीब 50 स्कूलों में विज्ञान और वणिज्य के विषयों की पढ़ाई शुरू करने जा रही है.  

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