काली, नीली, हरी, पीली छोड़िए, इस रंग की कार खरीदी तो फायदा और मुनाफा दोनों मिलेंगे
Benefits of white Color Car: जब गाड़ी के कलर की बात आती है, तो परिवार वालों से लेकर पड़ोसी तक भी इसमें शामिल हो जाते हैं. ऑप्शन भी खूब हैं. मगर आपके लिए कौन सा कलर अच्छा होगा, शायद ये तय करने में हम आपकी मदद कर सकते हैं.
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कार खरीदते समय हमें कई चीजें सोचनी पड़ती हैं. जैसे पेट्रोल कार लेनी है या डीजल कार. बजट देखते हुए CNG गाड़ी खरीदें या फिर हाइब्रिड. चलो यहां बात बन जाती है, तो फीचर्स भी देखने पड़ते हैं. मतलब सनरूफ चाहिए या नहीं. 360 डिग्री कैमरा के लिए एक वेरिएंट ऊपर जाना है या नहीं. चलिए यहां भी हम खुद सोच-विचार कर लेते हैं. लेकिन जब गाड़ी के कलर की बात आती है, तो परिवार वालों से लेकर पड़ोसी तक भी इसमें शामिल हो जाते हैं. ऑप्शन भी खूब हैं. मगर आपके लिए कौन सा कलर अच्छा होगा, शायद ये तय करने में हम आपकी मदद कर सकते हैं.
कार में कलर की बात करें तो सबसे अच्छा रंग सफेद होगा. साइंस से लेकर रिपेयर तक और सबकी पसंद से लेकर रीसेल तक, ये रंग आपको निराश नहीं करेगा. इसके कुछ फायदे हम आपको बता देते हैं.
गर्मियों में बुरा हाल नहीं होतागर्मी के मौसम में अक्सर कहा जाता है कि हल्के रंग के कपड़े पहनने चाहिए. क्योंकि इनमें गर्मी ज्यादा नहीं लगती है. बस वैसा ही कुछ हाल सफेद रंग की गाड़ी के साथ है. काली, नीली, लाल या अन्य गहरे रंग की कारों के अंदर सफेद गाड़ी के मुकाबले ज्यादा गर्मी होती है. ऐसा थर्मोडाइनैमिक्स की वजह से होता है. काला रंग सूर्य की रोशनी को ज्यादा सोखता है. सामान्य समझ की बात है कि ऐसा होने से कार का तापमान बढ़ जाएगा. इसके उलट, सफेद रंग सूर्य की रोशनी को अब्जॉर्ब करने की वजह उसे रिफ्लेक्ट करता है. नतीजा ब्लैक के मुकाबले गाड़ी कम गर्म होती है.
Carparts की एक रिपोर्ट के मुताबिक अलग-अलग रंगों की कारों में जब सूर्य की रोशनी की वजह से तापमान में बदलाव को चेक किया गया तो ब्लैक कलर की कार का तापमान एक घंटे में 70 डिग्री तक पहुंच गया था. सिल्वर कलर की कार में 63 डिग्री और सफेद कलर में तापमान 44 डिग्री ही रहा. अपने देश के हिसाब से देखें तो इतना तापमान तो गर्मी के कई दिनों तक रहता है.
साफ है तापमान के हिसाब से सफेद कार सबसे अच्छी है. गर्म कार को ठंडा करने में जो AC को 18 डिग्री चलाने पर ईंधन जलेगा, वो भी बच जाएगा.

आपके पास एक लाल रंग की गाड़ी है. आप उससे ही रोजाना ऑफिस आना-जाना करते हैं. ऑफिस में एक ही स्पॉट पर पार्क करते हैं और उस स्पॉट पर हमेशा 1-2 बजे तक तेज धूप रहती है. ऐसे में कुछ समय बाद आपकी गाड़ी का रंग फीका पड़ने लगेगा. कई बार ये रंग किसी एक जगह से उड़कर धब्बे में भी बदल जाता है. ये धब्बा बहुत खराब लगता है. वहीं, सफेद रंग की गाड़ी के साथ ये दिक्कत कम होती है. 'सफेद' रंग का एक और फायदा है. अगर रंग उड़ा भी तो उतना ज्यादा असर होता नहीं है. दूर से देखने पर तो शायद पता भी नहीं चले.
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ऐसा ही एक फायदा गाड़ी में स्क्रैच लगने पर भी होता है. काले और गहरे रंग की गाड़ी में छोटा सा स्क्रैच भी अलग नजर आता है. वहीं, सफेद रंग की गाड़ियों में ये थोड़ा कम नजर आता है. छोटे-मोटे स्क्रैच तो आप सफेद कलर की गाड़ी में इग्नोर ही कर सकते हैं.
पेंटिंग में भी कम खर्चासफेद गाड़ी की मेंटेनेंस कॉस्ट भी ज्यादा नहीं होती है. मतलब आप सफेद रंग की गाड़ी पर पेंट कराने गए, तो कम खर्चा आएगा. कॉमन कलर है तो आसानी से और हर जगह मिल जाता है. वहीं, दूसरे रंग की गाड़ी पर रंग करवाना मतलब जेब पर अच्छा-खासा बोझ आना है. क्योंकि कुछ रंग हर जगह नहीं मिलते हैं. जैसे कि बेज रंग की गाड़ी या फिर कोई ऐसा कलर जो आपने कंपनी से बोलकर बनवाया था. अगर कोई व्यक्ति इस रंग की गाड़ी पर पेंट कराना चाहता है, तो शायद उसे कई दुकानों पर जाना पड़ेगा, तब जाकर उसे ये रंग मिलेगा. हां, वो बात अलग है कि अगर कोई मैट व्हाइट रंग की गाड़ी लेता है, तो इस रंग को भी पेंट करवाना महंगा पड़ेगा और ये रंग हर जगह मिलने में भी मुश्किल होगी. लेकिन सफेद रंग के साथ ये दिक्कत नहीं आने वाली.
रीसेल वैल्यू भी अच्छी मिलेगीअगर किसी चौराहे पर खड़े होकर आप इधर-उधर देखेंगे, तो यकीन मानिए आपको 10 में से 7 गाड़ियां सफेद रंग की दिख जाएंगी. इस रंग की डिमांड काफी रहती है. इसलिए जब आप अपनी व्हाइट कलर की गाड़ी बेचने के लिए निकलेंगे, तो इसकी कीमत आपको अच्छी मिल जाएगी. क्योंकि ये रंग काफी पसंद किया जाता है. वहीं, अगर आपके पास काले से लेकर कोई और रंग की गाड़ी है तो इसका सही ग्राहक ढूंढने में आपको टाइम लग सकता है. क्योंकि गर्मी और दूसरे नेगेटिव फैक्टर्स की वजह से ये कलर कई लोगों को पसंद नहीं आता है.
इन सब बातों से इतर आंकड़े भी इस बात की गवाही देते हैं कि सफेद रंग सभी की पसंद है. BASF Colour Report 2024 बताती है कि 2024 में 49% लोगों ने व्हाइट रंग की गाड़ियां खरीदी. मतलब तकरीबन आधी गाड़ियां, जबकि ब्लैक रंग की गाड़ी 18 प्रतिशत लोगों ने खरीदीं.
फायदे-नुकसान हमने आपको बता दिए. आखिर में ये आप पर निर्भर करता है कि आप कौन से रंग की गाड़ी लें. सफेद रंग काफी कॉमन है. वहीं, दूसरे रंग काफी यूनिक. अब आपको सुविधा देखनी है या फिर अलग दिखना है तो ये आपको डिसाइड करना है. बाकी, आपकी गाड़ी धूप में कम रहती है या आप ठंडे इलाके में रहते हैं, तो गहरे रंग की गाड़ी लेना भी बढ़िया है. बस सावधानी से गाड़ी चलाएं, ताकि उसमें स्क्रैच कम लगे.
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