बाइक लेते समय हम अक्सर कई चीजों का ख्याल रखते हैं. मसलन कौन सा मॉडल है, क्या फीचर्स हैं, कितना एवरेज देती है, सर्विस का क्या सीन है वगैरा-वगैरा. इसके साथ बाइक की ताकत पर भी खूब फोकस होता है. 'कितने HP या BHP है रे बाबा', अक्सर ऐसा पूछा जाता है. मगर यहां एक महीन सा फर्क है जिसको हमेशा नजरअंदाज किया जाता है. जो आपको लगे हमने 'आमतौर' पर क्यों नहीं कहा तो यहां आमतौर है ही नहीं. अच्छे-अच्छे धुरंधर यहां मात खा जाते हैं. दो बहुत अलग फीचर मगर इनको एक साथ पढ़ लिया जाता है.
बाइक लेने से पहले HP-BHP का फर्क समझ लें, बड़े-बड़े एक्सपर्ट के बीच रौला काट देंगे
बाइक में ताकत बताने वाले HP और BHP को बस ऐसे बोल दिया जाता है कि फलां बाइक में इतने BHP की ताकत है. जबकि हकीकत ये है कि HP मतलब Horsepower और BHP मतलब Brake Horsepower. दोनों में महीन फर्क जिसके बारे में आपको जानना जरूरी है.

हम बात कर रहे बाइक में ताकत बताने वाले HP और BHP की. दोनों अलग-अलग जगह की ताकत बताते हैं, मगर इनको बस ऐसे बोल दिया जाता है कि फलां बाइक में इतने BHP की ताकत है. जबकि हकीकत ये है कि HP मतलब Horsepower और BHP मतलब Brake Horsepower. दोनों की ताकत बताते हैं.
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इसके नाम से मिलता जुलता इसका अर्थ भी और काम भी. जितने एचपी मतलब उतने जवान घोड़े की ताकत. मोटा-माटी इतना होता भी है. इंजन की ताकत हमेशा एचपी में मापी जाती है. इसकी वजह है स्टीम इंजन और उसके खोजकर्ता James Watt. 1760 में जब उन्होंने स्टीम इंजन बनाया तो ताकत मापने के लिए सिर्फ घोड़े ही थे. घोड़े इसलिए क्योंकि वो तो सालों से क्या सदियों से ट्रांसपोर्ट का साधन रहे हैं.
जेम्स के मुताबिक एक जवान घोड़े को एक मिनट में 1000 फीट गहरे कुएं से 14 लीटर पानी 1 फीट ऊपर उछालना होगा. ये पढ़ने में ही नहीं समझने में भी जटिल है. उस जमाने में भी इसको समझना मुश्किल था मगर यही मानक बना. हमने इसको और जानने के लिए बजाज ऑटो फाइनेंस की साइट का रुख किया. वहां भी लिखा है कि भईया ये गणित बड़ा ही जटिल है. हालांकि तब इस सिद्धांत को मान्यता मिली. आज की तारीख में यही काम dynamometer करता है. ये मशीन इंजन से जुड़ी होती है और ताकत को HP में बताती है. सिर्फ एक लाइन में समझना हो तो एक इंजन जितनी ताकत जनरेट करेगा वो HP में काउंट होगी.

BHP मतलब ब्रेक हॉर्सपॉवर. इंजन से निकली वो ताकत जो गाड़ी के टायरों तक जाती है. जाहिर सी बात है कि ताकत एक जगह से दूसरी जगह ट्रेवल कर रही है तो उसमें थोड़ी कमी आएगी ही सही. इसके पीछे की वजह टायरों में होने वाला घिसाव है जो सड़क पर चलने से उत्पन्न होता है. वैसे इसके लिए गणित भी है. 1hp मतलब 0.99bhp. बहुत महीन सा अंतर है मगर है तो सही.
अब आपको लगेगा कि ये सब जानकर हम क्या करेंगे. कुछ नहीं, क्योंकि ये सब ऑटोमैटिक प्रोसेस है. कोई भी बाइक कंपनी इसमें झोल नहीं करती. मगर सोचिए अगर कोई कभी आपसे इसके बारे में बात करे तो आप अगर इतना महीन अंतर बता दिए तो आपका रौला गारंटी से बनेगा.
कहने को कॉमन सेंस वाली बात, मगर जैसा मशहूर फ्रेंच फ़िलॉसफ़र वोलटेर (Voltaire) ने कहा है, “Common sense is not so common”. सेंस और रौला दोनों ज्ञान से बनता है. इसलिए हमने भी जानकारी आपसे साझा कर दी.
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