पड़ोस वाले भईया या दोस्त से सेकंड हैंड फोन अच्छे दाम में खरीद लिया, लेकिन कुछ दिन बाद पता चला कि फोन में तो गड़बड़ है. अब किसी एजेंसी या ऐप से खरीदा होता तो वापस करने और शिकायत करने का जुगाड़ होता मगर यहां तो आपसदारी वाली बात है. कुछ भी कहने में संकोच होने वाला है. मतलब गरारी फंस गई. कुछ ऐसा ही हमारे दोस्त के साथ होने वाला था, लेकिन वो फोन खरीदने से पहले हमसे मिल लिए. हमने उनको बताए तीन करारे ऐप (Apps to check old phone details) जो फोन के सेंसर से लेकर डिस्प्ले और बैटरी का पूरा अस्थि-पंजर खोल देते हैं. उनको बताया तो आपको नहीं बताएंगे. ऐसा कभी हुआ है क्या भला...
सेकंड हैंड फोन लेने से पहले ये 3 काम कर डाले तो कोई चाहके भी ठग नहीं पाएगा!
Second Hand या पुराना फोन नए फोन के मुकाबले काफी सस्ता होता है. कई बार तो शानदार जबरदस्त जिन्दाबाद डील मिल जाती है. बस डिवाइस अंदर-बाहर से अच्छा होना चाहिए. विशेषकर अंदर से क्योंकि बाहर से तो काफी कुछ दिख जाता है. अंदर-बाहर का पूरा खेल समझने में ये तीन ऐप्स आपकी मदद करेंगे.

सेकंड हैंड या पुराना फोन नए फोन के मुकाबले काफी सस्ता होता है. कई बार तो शानदार जबरदस्त जिन्दाबाद डील मिल जाती है. बस डिवाइस अंदर-बाहर से अच्छा होना चाहिए. विशेषकर अंदर से क्योंकि बाहर से तो काफी कुछ दिख जाता है. अंदर-बाहर का पूरा खेल समझने में ये तीन ऐप्स आपकी मदद करेंगे.
Dead Pixel Testफोन में सबसे पहले ध्यान जाता है स्क्रीन पर. अब स्क्रीन ढंग से काम कर रही है या नहीं. टच नो टची-टची टाइप तो नहीं मतलब हर तरफ से रिस्पॉन्स मिल रहा है या नहीं. कहीं कोई डेड पिक्सल तो नहीं है. आमतौर पर अगर कुछ बड़ी दिक्कत हुई जैसे हरी-नीली लाइन तो पता चल जाएगा लेकिन कुछ बारीक दिक्कत हुई तो deadpixeltest.org वेबसाइट बहुत काम आएगी. जिस फोन को टेस्ट करना, उसमें ब्राउजर पर वेबसाइट ओपन करके टेस्ट रन कर दीजिए. सारे मरे हुए पिक्सल जिंदा हो जाएंगे. मतलब गड़बड़ पता चल जाएगी. ये टेस्ट बहुत जरूरी है क्योंकि आईफोन से लेकर दूसरे प्रीमियम डिवाइस में इसको बदलवाने पर मोटा पैसा लगता है.

स्क्रीन के बाद फोन के सेंसर जैसे माइक्रोफोन, लाइट, फेस सेंसर, नेटवर्क रिसेप्शन में पूरा सेंस है मतलब बरोबर से काम कर रहा है या नहीं. इसका पता करने में आपकी मदद करेगा Phone Doctor PLus ऐप. ऐप फोन को तीस से भी ज्यादा पैरामीटर पर चेक करता है. मसलन बैटरी हेल्थ, माइक, स्टोरेज, कैमरा, स्पीकर और इंटरनल हार्डवेयर का पूरा तिया-पांचा. एक डॉक्टर के फुल बॉडी चेकअप के माफिक. अगर यहां कुछ गड़बड़ हुई तो फिर उस फोन को पड़ोस वाले भैया को ही चलाने दो. इतना ही नहीं अगर आपके नए फोन में कोई दिक्कत आ रही है जो आपने समझ नहीं आ रही तो इसी ऐप का आला उसके दिल पर भी लगा दीजिए.

अब ऐसा आपके दोस्त या पड़ोसी तो आपके साथ नहीं करेंगे, लेकिन फिर भी इसको चेक करना बनता है. विशेषकर जब कोई फोन मिट्टी के भाव मिल रहा हो. इसके लिए सरकार ने बढ़िया व्यवस्था कर रखी है. Know Your Mobile ऐप. मोबाइल का IMEI नंबर डालने की देर है. फोन से जुड़े डिटेल जैसे चोरी का तो नहीं, नकली तो नहीं. सब स्क्रीन पर नजर आ जाता है. ये पोर्टल मोबाइल से जुड़ी कई और सर्विस भी मुहैया करवाता है. इनके बारे में आप यहां क्लिक करके जान सकते हैं.

तो ये जानकारी है तो काम की, आप इस्तेमाल करें और हमें भी बताएं ये आपके काम आई या नहीं…
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