अभी जुमा-जुमा कुछ ही दिन गुजरे हैं जब इंडियन टेक कंपनी Ola ने वो काम कर दिखाया, जिसकी कल्पना भी मुमकिन नहीं थी. कंपनी ने अपना मैप लॉन्च करके गूगल मैप्स की बादशाहत को चुनौती दे डाली. इतना ही नहीं, Ola ने बाकी सारे इंडियन ऐप्स को भी अपना प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने की गुजारिश की. इसका सीधा असर गूगल पर भी हुआ, उसने अपनी मैप सर्विस के दाम कम कर दिए. लेकिन हम जब तक ढंग से खुश होते, तब तक खबर आई कि Ola ने मैप की तकनीक कॉपी मारी है. एक और भारतीय कंपनी MapMyIndia का डेटा 'चुराया' है.
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मीडिया रपटों के मुताबिक MapMyIndia की पेरेंट कंपनी CE Info Systems ने Ola को लीगल नोटिस भेजा है. ऐसा लगा कि भारत की सड़कों पर राज करने की लड़ाई तो वाकई 'सड़कों' पर आ गई. एक तरफ टेक दिग्गज गूगल और दूसरी तरफ इंडियन कंपनियां. मंजिल किसको मिलेगी, वो भविष्य के गर्त में. लेकिन रास्ते में क्या चल रहा, वो समझते हैं.

मीडिया में रपटें छपीं कि MapMyIndia की पेरेंट कंपनी CE Info Systems ने Ola को लीगल नोटिस भेजा है. कहने का मतलब ऐसे लगा कि भारत की सड़कों पर राज करने की लड़ाई तो वाकई 'सड़कों' पर आ गई. एक तरफ टेक दिग्गज गूगल और दूसरी तरफ इंडियन कंपनियां. मंजिल किसको मिलेगी, वो भविष्य के गर्त में. लेकिन रास्ते में क्या चल रहा, वो समझते हैं.
Ola ने क्या गोला फेंका?कैब सर्विस से लेकर इलेक्ट्रिक स्कूटर तक में रौला जमाने वाली कंपनी ने पहले तो माइक्रोसॉफ्ट को टाटा बोला. और फिर गूगल मैप्स को बाहर का रास्ता दिखा दिया. माइक्रोसॉफ्ट से मतलब उसके Azure प्लेटफॉर्म से है जो सॉफ्टवेयर सर्विस देता है. ये मामला फिर कभी बतिया लेंगे, पहले गूगल मैप वाला झोल समझते हैं.
दरअसल गूगल मैप का API कंपनी की कैब और स्कूटर में इस्तेमाल होता है. API मतलब ऐप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफ़ेस. आसान भाषा में कहें तो शरीर गूगल का और कपड़े कंपनियों के. अपने हिसाब से पहना लो, मतलब ऐप का यूजर इंटरफ़ेस डिजाइन कर लो. API सिर्फ Ola में नहीं बल्कि दूसरे कई ऐप्स में इस्तेमाल होता है. विशेषकर डिलीवरी करने वाले. बताने की जरूरत नहीं कि गूगल इसका पैसा लेता है.
कितना, उसका अंदाजा बस इस बात से लगा लीजिए कि Ola इसके लिए साल के 100 करोड़ रुपये खर्च करता था. अब गूगल और उसमें क्या खटपट हुई, वो नहीं पता. मगर कंपनी ने अपने AI बेस्ड प्लेटफॉर्म Krutrim के जरिए खुद का मैप बना डाला. कंपनी ने इसको अभी अपनी कैब सर्विस में इस्तेमाल किया है और जल्द ही स्कूटर में भी चलेगा.
Ola ने अपने मैप का API भारतीय डेवलपर्स के लिए भी ओपन किया. कीमत भी गूगल के मुकाबले 50 फीसदी कम रखी. इस धमाके की गूंज गूगल को भी सुनाई दी. उसने अपनी कीमत 70 फीसदी कम कर दी. लगा कि सब चंगा सी. मगर तभी एंट्री हुई MapMyIndia की.
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MapMyIndia का इल्जाममैप माई इंडिया भारत में कई सालों से मैप सर्विसेंज दे रही है. कंपनी क्या करती है उसका एक सबसे बड़ा उदाहरण आईफोन है. जिसके भारत वाले मैप के पीछू यही कंपनी है. वही API वाला कार्यक्रम. कंपनी का मैपल्स ऐप भी जोरदार है. इतने जबर फीचर हैं कि मजबूरी में गूगल मैप को भी इनको अपने सिस्टम में जोड़ना पड़ा. इसी कंपनी की पेरेंट कंपनी CE Info Systems ने Ola पर उसका डेटा चुराने का इल्जाम लगाया है.
Forbs India के मुताबिक CE Info Systems का दावा है कि Ola ने उनकी API और SDKs (software development kits) के ‘डुप्लिकेट’ बनाकर अपना मैप बनाया है. अपनी भाषा में कहें तो Ola ने कपड़ों के ऊपर कोट पहना दिया. आरोप लगने के बाद से Ola की खूब छीछालेदर हो रही.
हमने इस मामले पर MapMyIndia के सीईओ रोहन वर्मा से बात की, लेकिन उन्होंने अभी कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. वहीं Ola के सीईओ Bhavish Aggarwal ने भी इस नोटिस को बस एक 'अवसरवादिता' कहा है.
कहते हैं दो की लड़ाई में तीसरे को फायदा होता है. मगर यहां तीन की लड़ाई में चौथे को पक्का फायदा होगा. तीन मतलब गूगल, Ola और MapMyIndia. और चौथे हम, यानी यूजर्स. ऑप्शन ही ऑप्शन मिल गए.
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