आज तारीख है 12 जून 2024. Apple की सालाना डेवलपर कॉन्फ्रेंस WWDC 24 को हुए मोटा-माटी 2 दिन हो चुके हैं. कंपनी नए सॉफ्टवेयर iOS 18 का एलान (Apple iOS 18 Launch) कर चुकी है. डेवलपर वर्जन रोलआउट हो चुका है. रील पर रील बनकर बाहर आ रही हैं. एप्पल फैन इसको आजतक का सबसे बड़ा अपडेट बता रहे तो एंड्रॉयड यूजर्स फीचर्स को कॉपी करने को लेकर मौज ले रहे. ठीक बात है क्योंकि iOS 18 के ज्यादातर फीचर एंड्रॉयड में सदियों (मजाक के तौर पर पढ़ें) से हैं. लेकिन हम जो आज इस खबर को लिख रहे हैं तो कुछ तो अलग होगा.
बैटरी, पासवर्ड, प्राइवेसी... Apple लाया तगड़े फीचर, iPhone चलाने का असली मजा तो अब आएगा!
हम बात करेंगे iOS 18 के उन फीचर्स की जिनकी चर्चा अभी तक नहीं हुई है. कैसे कंपनी ने बैटरी चार्जिंग पर नया कंट्रोल दिया है तो अपने शानदार जबरदस्त जिन्दाबाद पासवर्ड मैनेजर को और बेहतर बना दिया है. इसलिए रील के रंग से बाहर आइए और हमारे बताए फीचर्स का मजा लीजिए.

एकदम सही अंदाजा लगाए क्योंकि हम बात करेंगे iOS 18 के उन फीचर्स की जिनकी चर्चा अभी तक नहीं हुई है. कैसे कंपनी ने बैटरी चार्जिंग पर नया कंट्रोल दिया है तो अपने शानदार जबरदस्त जिंदाबाद पासवर्ड मैनेजर को और बेहतर बना दिया है. इसलिए रील के रंग से बाहर आइए और हमारे बताए फीचर्स का मजा लीजिए.
चार्जर स्लो है भईयाएप्पल अपने डिवाइस की बैटरी को लेकर खूब काम कर रहा है. बैटरी साइकिल से लेकर चार्जिंग लिमिट के लिए कई फीचर्स पहले से उपलब्ध हैं. मसलन, रात भर चार्ज पर लगाकर सोने वालों के लिए 80 फीसदी वाला फीचर. इसकी वजह से बैटरी ओवर चार्ज नहीं होती. नए ऑपरेटिंग सिस्टम में अब इसके लिए लिमिट का भी जुगाड़ हो गया है. अब 80-85-90-95 और 100 फीसदी का भी जुगाड़ हो गया है. सेटिंग में इसका ऑप्शन मिलेगा. बोले तो आपको कितनी बैटरी चाहिए, खुद तय कर लीजिए. इतना ही नहीं, बैटरी के साथ चार्जिंग के लिए भी नया फीचर आया है.
अब जो आपने स्लो वाले चार्जर से फोन चार्ज किया तो फोन खुद बोलेगा. अरे भाई, हटाओ इसको. बहुत स्लो है. मतलब चार्जर ढंग का ही लगाना पड़ेगा.

Keychain मतलब iOS का पासवर्ड मैनेजर. पासवर्ड सेव तो करता ही है, उसके कमजोर होने, हैक होने पर नोटिफिकेशन भी भेजता है. क्योंकि आप आसान से पासवर्ड बनाने से बाज नहीं आते तो एक बेहद कठिन सा पासवर्ड बनाने में भी आपकी मदद करता है. अच्छी बात ये कि दूसरे पासवर्ड मैनेजर ऐप्स की तरह इसके पैसे भी नहीं लेता. बस एक दुख था. ये सारा काम सेटिंग में जाकर करना पड़ता था. अब नहीं करना पड़ेगा क्योंकि पासवर्ड का अब ऐप भी मिलेगा. होम स्क्रीन पर टप्पा मारिए और फिर सारे पासवर्ड्स का कच्चा-चिठ्ठा खोल डालिए.
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यूजर्स की प्राइवेसी को प्रोटेक्ट करने वाला जरूरी फीचर. फोन के अंदर कई सारे ऐप्स कई सारी परमिशन मांगते हैं. मसलन कॉन्टैक्ट से लेकर फ़ोटो और लोकेशन तक. iOS में फ़ोटो और लोकेशन के लिए तो कई ताले लगे हुए हैं. मसलन कौन सी फ़ोटो शेयर करनी है और कौन सी लोकेशन. कॉन्टैक्ट के साथ ऐसा नहीं था. जो एक बार एक्सेस दिया तो ऐप फोन के हर एक कॉन्टैक्ट से कनेक्ट हो जाता था. आगे से नहीं होगा. यूजर को इस बात का कंट्रोल मिलेगा कि ऐप से साथ कौन सा कॉन्टैक्ट शेयर करना है और कौन सा नहीं.

इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि ऐप इंस्टाल करने के बाद वो आपके कॉन्टैक्ट्स को चिल्ला-चिल्लाकर नहीं बता पाएगा कि फलाने ये वाला ऐप इस्तेमाल करते हैं.
ये तीन वो फीचर हैं जो आपकी लाइफ आसान बनाएंगे और साथ में आपकी निजता का भी ख्याल रखेंगे. वैसे बात यहीं खत्म नहीं हुई है क्योंकि अभी तो हमने iOS 18 का डेवलपर वर्जन इंस्टाल ही किया है. हाथ फरारे करेंगे तो बहुत कुछ निकलेगा.
सब लेकर आते रहेंगे.
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