ब्रांड का नाम 'One Plus' जिसका Trimmer इस समय ऑनलाइन मार्केट में धूम मचा रहा है. ऑनलाइन मार्केट में ये तीसरे नंबर पर है तो ऑफलाइन मार्केट में ये टॉप 10 में आ चुका है. मगर इसका OnePlus स्मार्टफोन या उसे बनाने वाली कंपनी से पास क्या, दूर तक भी लेना-देना नहीं है. सोशल मीडिया पर इसे 'इंदौरी बिजनेसमैन' की स्मार्टनेस बताया जा रहा है. हालांकि सच ये है कि कंपनी इंदौर के पते पर रजिस्टर्ड है.
स्मार्टफोन वाले 'One Plus' में 'Trimmer' जोड़ दिया, पैसों की बरसात रुक ही नहीं रही!
One Plus का Trimmer इस समय ऑनलाइन मार्केट में धूम मचा रहा है. ऑनलाइन मार्केट में ये तीसरे नंबर पर है तो ऑफलाइन मार्केट में ये टॉप 10 में आ चुका है. मगर इसका OnePlus से पास तो छोड़िए, दूर तक भी लेना-देना नहीं है.


इंदौर के 'One Plus' Trimmer की सक्सेस स्टोरी को शेयर किया है Bombay Shaving Company के वरुण गुप्ता ने. उन्होंने बताया,
India is not for beginners, मतलब भारत का बाजार नए-नवेले लोगों के लिए नहीं है. क्या होगा जब स्मार्टफोन ब्रांड नेम ग्रूमिंग के बाजार में दाखिल होगा. ब्रांड 3-4 फीसदी मार्केट शेयर पर पहुंच चुका है.

मगर जैसा हमने बताया. इस वाले 'One Plus' का स्मार्टफोन वाले OnePlus से कोई लेना-देना नहीं. NDTV की खबर के अनुसार इस वाले 'One Plus' की पेरेंट कंपनी 'Kiratech Innovations' इंदौर के सिद्धार्थ नगर में रजिस्टर है. वैसे अगर गौर से देखेंगे तो इंदौर वाले 'One Plus' में दोनों शब्दों के बीच में स्पेस है जबकि स्मार्टफोन वाली कंपनी ‘OnePlus’ लिखती है. बीच में कोई स्पेस नहीं है.

लेकिन ये सब तो अंदर की बात है. ऑनलाइन मार्केट में जब आप Trimmer सर्च करेंगे तो ये ब्रांड सबसे ऊपर नजर आएगा. इसके पीछे की वजह है असली वाले OnePlus की मेहनत. जो अपने प्रोडक्ट को टॉप पर रखने के लिए सारे जतन करता है.
वरुण गुप्ता अपनी पोस्ट में बताते हैं कि चीनी दिग्गज कंपनी अपने प्रोडक्ट को ‘फनल’ में डालती है, मतलब प्रमोशन करती है. अपने प्रोडक्ट या ब्रांड के बारे में लोगों को जागरूक करती है. इंदौरी बिजनेसमैन ने इस फसल को नीचे से ही काट लिया है.
लुब्ब-ए-लुबाब ये कि ये मामला भारत में ब्रांड्स के सामने आने वाले अवसरों और कानून में लूप-होल, दोनों को उजागर करता है. इस पूरे मामले पर अब असल वाली OnePlus का रिएक्शन देखना होगा. कंपनी में बहुत कुछ पहले से माइनस चल रहा है, ऊपर से अब ये इंदौरी भियो.
OnePlus के बनाए केक पर अपना चाकूआपके मन में एक सवाल 'प्लस' हो रहा होगा कि ये इंदौर की कंपनी के पास One Plus नाम कहां से आ गया. ट्रेडमार्क का चक्कर बाबू भईया. दरअसल ट्रेडमार्क लेने की प्रक्रिया में कई दाव-पेच होते हैं. एक मामूली सा बदलाव भी आपको मिलते-जुलते नाम का ट्रेडमार्क दिलवा सकता है. इस केस में भी यही हुआ.
दूसरा, असली वाली OnePlus ने इंडिया में कई प्रोडक्ट रजिस्टर कर रखे हैं, मगर Trimmer नहीं. जाहिर है अगर उनके नाम पर रजिस्टर होता तो इंदौर वाले भिया को नहीं मिलता. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि OnePlus समेत दूसरी कई स्मार्टफोन कंपनियां Trimmer सहित कई और प्रोडक्ट बनाती हैं. जैसे शाओमी या रेडमी. भले वो उनको इंडिया में सेल नहीं करें मगर रजिस्टर करके रखती हैं.
रही बात इस केस की तो इसमें शायद भिया (मतलब कंपनी) की किस्मत उनकी तरफ है. वैसे ट्रेडमार्क का केस समझना हो तो Lacoste T-shirt और Crocodile की कहानी पढ़ लीजिए.
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