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गूगल पर वर्तमान और भविष्य सुरक्षित रखने के लिए इतिहास ठीक करने का तरीका जान लो

गूगल पर आपके डिवाइस का लेखा-जोखा हटाना बहुत जरूरी है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर. (साभार- Unsplash.com)

इतिहास खुद को दोहराता है. पहले एक त्रासदी की तरह, फिर एक मज़ाक की तरह. अब ये किसने कहा वो बताने की जरूरत तो नहीं, लेकिन फिर भी बता देते हैं. कार्ल हेंरिच मार्क्स, जिन्हें दुनिया कार्ल मार्क्स नाम से ज्यादा जानती है. जिस तरह कार्ल मार्क्स की ये बात कभी ना मिटने वाले इतिहास में दर्ज है, वैसे ही आपका भी इतिहास कहीं और दर्ज है. हम बात कर रहे हैं Google पर आपकी हिस्ट्री की. और इस हिस्ट्री का अगर ढंग से ख्याल नहीं रखा गया तो वर्तमान और भविष्य दोनों बिगड़ना तय है. गूगल पर किधर है आपकी हिस्ट्री और इसको हटाने के लिए (how to delete device history in google) इतिहास से किसी महायोद्धा को बुलाना पड़ेगा या डॉक्टर स्ट्रेंज से काम चल जाएगा, सब बताते हैं.

हिस्ट्री कहां है वो जानने से पहले ये समझना जरूरी है कि हिस्ट्री बनती कैसी है. आज के जमाने में स्मार्टफोन किसके पास नहीं होता. एक फोन तो आम है, कई लोग दो-दो फोन चलाते दिख जाते हैं. तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा. मतलब तीन फोन वाले कुछ धुरंधर भी पाए जाते हैं. एक शब्द में कहें तो डिवाइस कि भरमार है. अब आपके पास चाहे android हो या iPhone. एक अदद गूगल अकाउंट की जरूरत तो पड़ती ही है. एंड्रॉयड है तो बिना इसके कुछ नहीं होने वाला. वैसे आईफोन भी बिना गूगल और गूगल के तमाम ऐप्स के बगैर अधूरा-अधूरा ही रहेगा. सौ की सीधी एक बात, स्मार्टफोन हो या लैपटॉप, गूगल वो चाबी है जो कई सारे तालों को एक साथ खोल देती है.

इसी गूगल सर्विस का पूरा मजा लेने के लिए लॉगिन करना पड़ता है. इधर आपने लॉगिन किया नहीं उधर आप इतिहास में दर्ज हो गए. होता ये है कि जब आप किसी भी डिवाइस पर गूगल आईडी से लॉगिन करते हैं तो डिवाइस की कुंडली भी गूगल पर बन जाती है.

अभी आप कहोगे कि भईया हम तो लॉगआउट कर जाते हैं. हम कहेंगे जियो राजा. बहुत ही बढ़िया आदत है. दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ जारी रखिए. कहने का मतलब अच्छी आदत है, बनाए रखिए. असली कहानी लॉगआउट करने पर नहीं बल्कि डिवाइस बदलने पर होती है. हां हां पता है, अभी आप कहोगे हम कौन सा हर महीने नई डिवाइस लेते हैं. सही फरमाया आपने, लेकिन कभी ना कभी तो आप अपना स्मार्टफोन बदलते ही हैं. स्मार्टफोन बदला, फॉर्मेट भी किया और क्या लगा, हो गया गंगा स्नान.

नहीं भाई, जैसे गंगा स्नान के लिए मेहनत मशक़्क़त करनी पड़ती है वैसे हिस्ट्री हटाने के लिए भी पापड़ बेलने पड़ते हैं. आपने डिवाइस फॉर्मेट किया और बेच दिया या किसी को दे दिया, फिर भी वो आपके गूगल अकाउंट से जुड़ा रहता है. दिक्कत ये भी है कि गूगल इसके लिए कोई नोटिफिकेशन भी नहीं भेजता. भेजेगा भी कैसे, उसको कोई सपना थोड़े ना आता है कि आपने डिवाइस बदल लिया. गूगल ठहरा बड़े दिल वाला, सो आप जितने भी डिवाइस पर लॉगिन मारते हो, सबकी एंट्री अपने रजिस्टर में दर्ज कर लेता है.

लेकिन इस इंट्री को हटाना बेहद जरूरी है. नहीं किया तो खुराफाती जीवों से लेकर हैकर्स तक इसका फायदा उठा सकते हैं. अब वो क्या-क्या कर सकते हैं, वो हमने दसियों बार बता दिया है. इसलिए सीधे चलते हैं गूगल से आपकी हिस्ट्री हटाने.

लैपटॉप पर

ये सबसे आसान तरीका है. अपने जीमेल अकाउंट से लॉगिन कीजिए और दाएं कोने पर प्रोफाइल फोटो पर क्लिक कीजिए. अब 'Manage your google account' पर क्लिक कीजिए. नई स्क्रीन ओपन होगी और हो सकता है कि आपको स्क्रीन पर security recommendations का विंडो नजर आए. यदि ऐसा है तो आपका काम आसान है. बस क्लिक कीजिए और तमाम ऑप्शन सामने होंगे, जैसे टू स्टेप वेरीफिकेशन, थर्ड पार्टी एक्सेस, सेव पासवर्ड और Signed-in-devices.

Signed-in-devices में जितने डिवाइस पर लॉगिन है वो नजर आएंगे. लैपटॉप हो या स्मार्टफोन. अब देखिए कौन सा डिवाइस आप इस्तेमाल कर रहे और कौन सा नहीं. जो नहीं है इस्तेमाल में उसको करिए Sign out और फिर हमेशा के लिए हटा दीजिए. डिवाइस पर क्लिक करते ही दाईं तरफ तीन डॉट्स में ये ऑप्शन नजर आएगा.
 

लैपटॉप पर गूगल हिस्ट्री
स्मार्टफोन पर


जीमेल ओपन कीजिए और प्रोफाइल पिक्चर पर क्लिक कीजिए. Manage your google account पर क्लिक करते ही कई सारे पेज नजर आएंगे.

स्मार्टफोन पर डिवाइस हिस्ट्री

सिक्योरिटी में आपको डिवाइस का ऑप्शन मिल जाएगा. आगे आपको पता है क्या करना है.

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