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ट्रैवल बुकिंग के नाम पर ठगी, ऐसी ट्रिक अपनाई है कि आपका दिमाग झन्ना जाएगा!

सारी छुट्टी धरी रह जाएगी, पैसा उड़ जाएगा अगर...

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ठगी का नया तरीका (सांकेतिक तस्वीर)

जब भी सोचता हूं कि ऑनलाइन ठगी के तरीकों पर एक किताब लिख दूं तभी एक नया तरीका सामने आ जाता है. माने यूट्यूब वीडियो लाइक और वर्क फ्रॉम होम वाली ठगी की घटनाएं अभी चल ही रही थीं कि एक और यूनीक तरीका धीरे-धीरे पैर पसार रहा है. ठगों ने इसके लिए टाइमिंग भी कमाल चुनी है. छुट्टियों का मौसम है तो ट्रैवलिंग के नाम पर चूना लगाया जा रहा. कैसे वो हम आपको आगाह करते हैं.

Travel वेबसाइट का Trouble  

वैसे तो देश और दुनिया में लोग साल भर यात्राएं करते हैं लेकिन गर्मी का मौसम आते ही इसका लेवल बढ़ जाता है. वजह स्कूल की छुट्टियों से लेकर पहाड़ों की ठंड हो सकती है. और अब जमाना डिजिटल है तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से भी पूरी यात्रा चुटकियों में प्लान हो जाती है.

कहां जाना-कैसे जाना-कब जाना और उस जगह ही क्यों जाना. सारे क्यों सवाल के जवाब तुरंत हाजिर हो जाते हैं. बस ऐप वेबसाइट या चैटबॉट का सहारा लेना होता है. मगर यहीं शुरू होता है खेल. इसी ऐप या वेबसाइट के नाम पर गुल खिला रहे हैं साइबर ठग. हूबहू असल दिखने वाली वेबसाइट बनाते हैं. पहली दूसरी और तीसरी नजर में भी फर्क करना बेहद मुश्किल. इसके बाद आता है कांटा बोले तो फिशिंग का जाल.

टिकट से लेकर होटल की कीमतों में ऑफर्स के नाम पर लुभाया जाता है. जो आपको लगे कि टिकट में क्या ऑफर्स देंगे क्योंकि उसका दाम तो फिक्स होता है. अगर फिक्स नहीं भी तो दाम कितना होगा, उसका अंदाजा सभी को होता है. यहां होता है स्मार्ट गेम. टिकट की कीमत तो असल ही दिखती है बस कैश-बैक, बोनस पॉइंट के नाम पर फंसाया जाता है. समझिए कि टिकट का दाम 100 रुपये और उसपर 30 रुपये वापस मिलने लगे तो कौन ही इसको छोड़ेगा.

ऐसे ऑफर्स देख आदमी का मन मचलना जाहिर है. लोग वापसी की टिकट भी लगे हाथ बुक करवाने लगते हैं. होटल स्टे पर तगड़ा डिस्काउंट, फ्री अपग्रेड और टोटल पैकेज डील जैसी चीजें भी यहां ठगी के लिए तैयार रहती हैं. इंटरनेशनल यात्रा का मन बना रहे तो फ्री वीजा और अनलिमिटिड मोबाइल डेटा प्लान जैसे वादे भी किये जाते हैं. जहां आप लाखों का बजट लेकर चल रहे होते हैं वहां हजारों में मौज का सपना दिखाया जाता है.

और अब आप इसके झांसे में आ गए तो आगे क्या होगा वो बताने की जरूरत नहीं. जो होगा वो मंजूर ए ठग होगा. बेहतरी इसी में है कि हकीकत के धरातल पर रहकर ये ऑफर्स देखे जाएं. सीधी सी बात है कि लिमिट से ज्यादा का कोई भी ऑफर ठगी का संकेत है. मुफ्त में कुछ नहीं मिलता. इसको पहचानें. दूसरे ऐप्स और वेबसाइट्स से मैच करें और खुद को बचा लें. धन्यवाद.

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