नारी कांट्रेक्टर: इंडिया का वो कप्तान जिसे गेंद लगी तो 6 दिन बेहोश रहा
एक टीवी इंटरव्यू में जयललिता ने उन्हें अपना क्रश बताया था.
इंडिया वर्सेज़ पाकिस्तान. साल 1960. कानपुर में हुए दूसरे मैच के लिए भारतीय टीम ट्रेन से पहुंची. पंजाब मेल ने शाम साढ़े 6 बजे टीम को कानपुर स्टेशन पर उतारा. टीम अंधेरा होते-होते होटल पहुंची और वहां फैन्स के भेजे ग्रीटिंग कार्ड्स और मेसेज उनका इंतज़ार कर रहे थे. कप्तान साहब ने एक कार्ड उठाया. उसपर लिखा हुआ था कि वो उनका बहुत बड़ा फैन है और पूरी टीम का बहुत बड़ा प्रशंसक है. लेकिन उस ख़त की आख़िरी लाइन थीं – “याद रखियेगा कि आप पाकिस्तान के ख़िलाफ़ खेल रहे हैं. अगर जीत नहीं सकते तो मैच ड्रॉ ज़रूर करवा लीजियेगा. आप हारे तो मैं आपकी जान ले लूंगा.” देखिए नारी कांट्रैक्टर की जिंदगी के किस्से.