हसन रूहानी की कहानी, जिन्होंने डूबते ईरान को बचा लिया
अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की वाहवाही में इनका भी बहुत बड़ा हाथ.
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी भारत दौरे पर आए हैं. ये दौरा भारत और ईरान के रिश्तों के लिहाज से काफी अहम है. इसके नतीजे तय करेंगे कि इन दो पुराने दोस्तों की दोस्ती आगे किस राह जाएगी. भारत ईरान से बहुत कुछ चाहता है. ईरान भारत से बहुत कुछ चाहता है. मगर दोनों के इस अलग-अलग ‘चाहना’ में उनके अपने फायदे भी हैं. जो कुछ मामलों में एक-दूसरे के खिलाफ जाते हैं. हसन रूहानी. आजाद हिंदुस्तान से बस एक साल छोटे. 1948 में पैदा हुए. उत्तरी ईरान में एक जगह है- सोरखेह. वहीं पर. ये ईरानी क्रांति से सालों पहले की बात है. तब ईरान में शाह का शासन था. रूहानी का परिवार शाह का विरोधी था. लेकिन और भी कुछ खास बातें हैं, जिसकी वजह से उनके सामने अमेरीका को भी झुकना पड़ा. वही बातें आज हम आपको बताएंगे इस वीडियो में.