महिला पुलिस ऑफिसर चंचल मिश्रा ने कैसे पकड़ा आसाराम को
लेडी ऑफिसर ने दरवाजे पर लात मारी, बोलीं दरवाजा खोल दो वरना तोड़कर गिरफ्तार कर लूंगी
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31 अगस्त की सुबह जोधपुर की एसीपी चंचल मिश्र के नेतृत्व में जोधपुर पुलिस आश्रम पहुंची. इंदौर में आसाराम का आश्रम. साथ में थे इंदौर के डीआईजी राकेश गुप्ता. वो इंदौर पुलिस की कमान संभाल रहे थे. पर आश्रम के पदाधिकारी ये मानने को तैयार नहीं थे कि आसाराम वहां मौजूद है. पुलिस लगातार कोशिश करती रही. वो नहीं माना. आसाराम की ये कोठी कुछ इस तरह की थी कि उसमें घुसकर उसे ढूंढना आसान नहीं था. ढेरों कमरे थे. पर पुलिस ने अभियान तेज किया. डीएम आकाश त्रिपाठी और एसपी अनिल कुशवाहा मौके पर पहुंचे. कमरों के अंदर तलाश शुरू हुई. आखिरकार पुलिस उस कमरे के बाहर पहुंच गई जहां आसाराम ने खुद को बंद कर रखा था. जोधपुर की एसीपी चंचल मिश्र ने चिल्लाते हुआ कहा – दरवाजा खोल दो आसाराम वरना दरवाजा तोड़ दूंगी. आसाराम समझ गया कि अब कुछ नहीं हो सकता.
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