विराट कोहली (Virat Kohli). वर्ल्ड कप 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में एक बार फिर कोहली टीम इंडिया के लिए संकटमोचक बने. कोहली ने मैच में ना सिर्फ केएल राहुल के साथ बड़ी साझेदारी की, जबकि मुश्किल में फंसी टीम इंडिया को जीत के बेहद करीब भी पहुंचा दिया. ऐसे में दिग्गज भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने कोहली की बैटिंग की तारीफ की है. साथ ही गंभीर ने युवा खिलाड़ियों को कोहली से सीखने की सलाह दी है.
दरअसल, 200 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दो रन पर इंडियन टीम के तीन विकेट गिर गए. कप्तान रोहित शर्मा, ईशान किशन और श्रेयस अय्यर तीनों ही जीरो पर आउट हुए. इसके बाद कोहली ने राहुल के साथ संभलकर बैटिंग करते हुए 165 रन की पार्टनरशिप की. कोहली ने 116 गेंद पर 85 रन की पारी खेली. जिसमें केवल छह चौके रहे.
ऐसे में गंभीर ने कोहली की इस शानदार पारी की तारीफ करते हुए कहा,
"सीखो कोहली से..."- गंभीर ने इतनी तारीफ की, कोहली फैन्स विश्वास नहीं कर पाएंगे
Gautam gambhir ने Virat Kohli की बैटिंग की तारीफ की है. साथ ही गंभीर ने युवा खिलाड़ियों को कोहली से सीखने की सलाह दी है.
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मुझे लगता है कि आप खेल को कैसे पढ़ते (समझते) हैं, यह बहुत महत्वपूर्ण है. जब आपको ऐसे बड़े टोटल चेज करने होते हैं तो पहले तो आपको वो दबाव झेलना आना चाहिए. आपके भीतर ये आत्मविश्वास होना चाहिए कि आप किसी भी स्थिति से इस टारगेट का पीछा कर सकते हैं. यहां एक और महत्वपूर्ण बात है कि जब वनडे क्रिकेट में वो (कोहली) ऐसा करते हैं तो ये एहसास होता है कि ये खेल सिर्फ बड़े शॉट्स खेलने का नहीं है.
गंभीर ने आगे कहा,
जब टीम दबाव में हो तो कम जोखिम वाले शॉट्स ही ज्यादा कारगर होती है. आपको विकेट के बीच में दौड़ना होता है. आपको स्ट्राइक रोटेट करनी होती है. इस तरह से आप खुद पर दबाव नहीं आने देते हैं. आप जितनी कम डॉट बॉल खेलते हैं, उतना ही आपके लिए बेहतर होता है. कोहली जब 70 रन पर थे, तब तक उन्होंने केवल 5 चौके लगाए थे. ये स्पिन के खिलाफ उनकी स्ट्राइक रोटेट करने की क्षमता को दर्शाता है.
साथ ही गंभीर ने युवा खिलाड़ियों को विराट कोहली से सीखने की सलाह दी. उन्होंने कहा,
यही कारण है कि विराट कोहली इतने कंसिस्टेंट हैं. मुझे पूरा भरोसा है कि ड्रेसिंग रूम में बैठे युवा खिलाड़ी यहां फिटनेस का महत्व समझेंगे, वो रनिंग बिटवीन द विकेट की अहमियत को समझेंगे. वो समझेंगे कि बीच के ओवरों में स्ट्राइक रोटेट करना कितना अहम है, क्योंकि T20 क्रिकेट के आने के बाद ज्यादातर युवा खिलाड़ी बॉल को केवल मैदान से बाहर ही हिट करना चाहते हैं.
बताते चलें कि कोहली को 12 रन के इंडिविजुअल स्कोर पर मिचेल मार्श ने जीवनदान दिया था. इसके बाद से कोहली ने संभलकर बैटिंग की और उन्होंने कोई भी रिस्की शॉट नहीं खेला.