इंडिया वर्सेस बांग्लादेश. पहले टेस्ट का चौथा दिन. इंडिया ने मेज़बान टीम बांग्लादेश को 513 रन का टार्गेट देकर ललकारा. इतना बड़ा स्कोर देख बड़े से बड़ा खिलाड़ी प्रेशर में आ सकता है. लेकिन एक 24 साल के लड़के ने दिखाया, कि वो इस प्रेशर के खिलाफ़ जाकर भी खेल सकता है.
पहला मैच खेल रहे लड़के ने भारत की उम्मीदों को तोड़ दिया!
कौन हैं ज़ाकिर हसन?

उस लड़के का नाम है ज़ाकिर हसन. ज़ाकिर ने भारत के खिलाफ़ डेब्यू मैच की दूसरी पारी में शतक जड़कर इतिहास रच दिया है. ज़ाकिर तीसरे दिन के खेल के बाद नज़मुल हसन शांतो को सपोर्ट कर रहे थे. दोनों ओपनर्स ने 42 रन की साझेदारी बना ली थी. लेकिन नई गेंद और सुबह की हवा में किसी भी पेस अटैक को झेलना, मुश्किल काम है. और ये पेस अटैक जब इंडिया का हो, तब मुश्किलात और भी बढ़ जाती है.
मोहम्मद सिराज अच्छी फॉर्म में हैं. पहली पारी में उन्होंने बांग्लादेश के टॉप ऑर्डर के तीन बड़े नामों को चलता किया था. खुद ज़ाकिर भी सिराज का शिकार हुए थे. लेकिन दूसरी पारी में कहानी पलट गई. सुबह के सेशन में बांग्लादेश ने एक भी विकेट नहीं गंवाया. इंडियन प्लेयर्स के माथे की शिकन बढ़ने लगी. दोनों बांग्लादेशी ओपनर्स की 124 रन की पार्टनरशिप के बाद भारत को पहला विकेट मिला. उमेश यादव ने शांतो को वापस भेजा. लेकिन ज़ाकिर क्रीज़ पर जमे रहे, और तीनों सेशन में बल्लेबाज़ी कर अपना शतक पूरा किया.
ज़ाकिर ने इस मैच में अपना टेस्ट डेब्यू किया है, और अमिनुल इस्लाम के बाद बांग्लादेश के पहले ऐसे बल्लेबाज़ बने हैं जिन्होंने इंडिया के खिलाफ़ डेब्यू पर शतक जड़ा है. ज़ाकिर पहले ऐसे बांग्लादेशी ओपनर भी बने हैं, जिन्होंने अपने टेस्ट डेब्यू पर शतक जड़ा है.
कौन हैं ज़ाकिर हसन?
1 फरवरी 1998 को सिलहट में ज़ाकिर का जन्म हुआ. क्रिकेट से रिश्ता बहुत पुराना है. बहुत कम उम्र से ही ज़ाकिर ने सिलहट डिवीज़न के लिए खेलना शुरू कर दिया. 2015 में 17 साल की उम्र में ज़ाकिर ने अपना लिस्ट ए डेब्यू किया. उनके प्रदर्शन को देखते हुए सेलेक्टर्स ने उन्हें 2016 U-19 वर्ल्ड कप के लिए चुना.
इस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में ज़ाकिर ने अपना जलवा दिखाया. बांग्लादेश के सामने नेपाल ने 212 रन का टार्गेट रखा था. टीम के चार विकेट्स 100 रन के भीतर ही गिर गए थे. नंबर पांच पर बैटिंग करते हुए ज़ाकिर ने अपने कैप्टन मेहदी हसन के साथ मिलकर 117 रन की पार्टनरशिप बनाई और अपनी टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया. इस मैच में ज़ाकिर ने 75 रन बनाए.
इसके बाद उन्हें बांग्लादेश की टीम में जगह मिली. लेकिन वो अपने मौकों को भुना नहीं पाए. भारत के खिलाफ़ टेस्ट सीरीज़ के लिए ज़ाकिर को चुनने पर बांग्लादेश के चीफ सेलेक्टर मिन्हाज़ुल अबेदिन ने कहा था-
‘ज़ाकिर पिछले पांच साल से हमारे रडार पर रहे हैं. चार साल तक वो हमारे हाई-परफॉर्मेंस यूनिट का हिस्सा भी थे. इस साल फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. इंडिया ए के खिलाफ़ भी उन्होंने अच्छी पारी खेली थी. सेलेक्टर अब्दुर रज़्ज़ाक ने उन्हें खेलते हुए देखा है. ज़ाकिर अब टॉप लेवल के लिए तैयार हैं.’
दिसंबर के पहले हफ्ते में ज़ाकिर ने इंडिया ए के खिलाफ़ कॉक्स बाज़ार में 173 रन की शानदार पारी खेल अपनी टीम को हार से बचाया था. ज़ाकिर ने इस साल बांग्लादेश की नेशनल क्रिकेट लीग में 56.25 की औसत से 442 रन बनाए हैं.
भले ही शतक बनाने के बाद ज़ाकिर आउट हो गए, लेकिन उन्होंने भारत से मैच बचाने के लिए जी-जान से कोशिश की. उनकी कोशिश के चलते ही भारत का चौथे दिन टेस्ट मैच जीतने का सपना, सपना ही रह गया.
Ind vs Ban में अंपायर ने भारत को पांच अतिरिक्त रन क्यों दिए?