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'उन्हें मजबूर न करो', विजय हजारे ट्रॉफी को लेकर कैफ की सलाह मानेंगे गंभीर?

BCCI ने कुछ समय पहले यह नियम बनाया था कि सभी खिलाड़ियों के लिए ब्रेक के समय घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य है. अब जब कोहली केवल एक ही फॉर्मेट में एक्टिव हैं तो वह भी विजय हजारे ट्रॉफी खेलने वाले हैं.

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विराट कोहली ने विजय हजारे ट्रॉफी खेलने का फैसला किया है. (Photo-PTI)

साउथ अफ्रीका के खिलाफ धमाकेदार बल्लेबाजी करने वाले विराट कोहली इस सीरीज के बाद विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) में खेलते नजर आएंगे. BCCI ने कुछ समय पहले यह नियम बनाया था कि सभी खिलाड़ियों के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य है और अब जब कोहली केवल एक ही फॉर्मेट में एक्टिव हैं तो वह भी विजय हजारे ट्रॉफी खेल रहे हैं. हालांकि पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) को लगता है कि कोहली को इसके लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए.

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विराट कोहली बॉस हैं

विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में शानदार खेल नहीं दिखा पाए थे. हालांकि, 35 दिन बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ वापसी करते हुए उन्होंने बैक टू बैक दो शतक लगाए हैं. कैफ के मुताबिक, कोहली वनडे के बॉस हैं. उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,

वॉइट बॉल क्रिकेट में खिलाड़ियों को ज़्यादा बदलाव करने की ज़रूरत नहीं होती. कोहली 35 दिन बाद आए, और देखिए उन्होंने कैसा खेला. उन्होंने ढेर सारे छक्के भी लगाए. उन्होंने दिखाया कि इस फ़ॉर्मेट में वो बॉस हैं. अगर वो इसी तरह बल्लेबाज़ी कर सकते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि आपको उन्हें विजय हज़ारे ट्रॉफी खेलने के लिए मजबूर करना चाहिए. वहां भी उनका स्तर अच्छा नहीं है.

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कोहली पर दबाव न डाला जाए

कैफ को लगता है कि विजय हजारे में खेलना या न खेलना विराट कोहली का फैसला होना चाहिए. कैफ ने कहा,

अगर वह चाहें तो खेल सकते हैं. आपको यह उन पर छोड़ देना चाहिए. आप उन्हें कुछ करने के लिए नहीं कह सकते. आप उनसे पूछ सकते हैं. उनके स्तर को देखते हुए, आपको ऐसे खास खिलाड़ियों के लिए दरवाज़े खुले रखने चाहिए. उन्होंने रांची में यही उदाहरण दिया था. हर खिलाड़ी के साथ एक जैसा व्यवहार न करें.

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कैफ ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि भारतीय टीम मैनेजमेंट और मुख्य कोच गौतम गंभीर को कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के हितों को ध्यान में रखते हुए उन्हें संभालना चाहिए. ऐसे खिलाड़ियों पर कुछ थोपना नहीं चाहिए. उन्होंने कहा,

बड़े कोच हमेशा खिलाड़ियों से पूछते हैं कि वे क्या चाहते हैं. खासकर ऐसे खिलाड़ियों से, वे उनसे पूछते हैं कि क्या वह एक्सट्रा अभ्यास के लिए आना चाहते हैं और ज़रूरत पड़ने पर व्यवस्था करते हैं. और यह सब सार्वजनिक रूप से नहीं होता. ये पर्दे के पीछे की बातें होती हैं. बड़े कोच खिलाड़ियों पर चीज़ें थोपने की बजाय उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने के लिए उन्हें इस तरह तैयार करते हैं. यह बात विराट पर लागू नहीं होती, और आपको यह समझना होगा.

37 साल के कोहली टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले चुके हैं. वह अब केवल वनडे फॉर्मेट में एक्टिव हैं. हालांकि, वह 2027 वर्ल्ड कप का हिस्सा होंगे या नहीं, यह बहुत बड़ा सवाल है. अभी के लिए स्थिति यह है कि कोहली ने अपनी फिटनेस औऱ फॉर्म दोनों से साबित किया है कि वह संन्यास से दूर हैं. 

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