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WFI ने युवा पहलवान को सुनाई कड़ी सजा, वेट मैनेज नहीं कर पाई तो 2 साल के लिए कर दिया सस्पेंड

पेरिस ओलंपिक में वेट मैनेज न करने की वजह से ही Vinesh Phogat को मेडल से हाथ धोना पड़ा था. विनेश केवल 100 ग्राम ओवरवेट थीं. नेहा सांगवान भी विनेश के ही गांव चरखी दादरी से ही आती हैं. विनेश जब पेरिस ओलंपिक से अपने घर लौटी थीं तो उनका स्वागत करने वालों में नेहा भी शामिल थीं.

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नेहा सांगवान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल जीत चुकी है. (PHOTO-UWW)

भारतीय युवा रेसलर नेहा सांगवान अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप (U20 World Championship) में हिस्सा लेने बुल्गारिया पहुंची थीं. नेहा को 59 किलोग्राम कैटेगरी में हिस्सा लेना था. हालांकि उनका वजन तय मानक से 600 ग्राम ज्यादा था. इसी कारण नेहा को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया. नेहा मेडल की प्रबल दावेदार थीं. उन्होंने पिछले साल इसी चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने अब सख्त कदम उठाते हुए नेहा सांगवान को दो साल के लिए सस्पेंड कर दिया है.

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सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप से भी बाहर हुई नेहा

नेहा ने हाल ही में सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए हुए ट्रायल में भी जीत हासिल की थी. हालांकि अब फेडरेशन ने उनकी जगह सागरिका मलिक को टीम में शामिल किया है. सागरिका विश्व चैंपियनशिप के 59 किग्रा वर्ग ट्रायल्स में दूसरे स्थान पर रही थीं. विश्व चैंपियनशिप 13 से 21 सितंबर तक क्रोएशिया के ज़ाग्रेब में होगी.

अच्छी लय में थीं नेहा सांगवान

नेहा इस साल 57 किग्रा भार वर्ग में सीनियर स्तर पर पहले ही तीन पदक जीत चुकी हैं. नेहा ने मई में 57 किग्रा वर्ग में UWW रैंकिंग सीरीज मंगोलिया ओपन जीता और जून में यासर दागू में भी टॉप पोजिशन हासिल किया. पिछले महीने उन्होंने बुडापेस्ट में रैंकिंग सीरीज प्रतियोगिता में सिल्वर पदक जीता. WFI का कहना है कि नेहा के साथ कई बार ऐसा हो चुका है जब वो अपना वजन मैनेज करने में फेल रही. इस कारण फेडरेशन ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया.

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नेहा से नाराज हैं फेडरेशन

फेडरेशन के अधिकारी ने न्यूज एजेंसी से कहा,

यह स्वीकार नहीं किया जाएगा. वजन मैनेज करना एक ऐसी चीज है जिसका एक पहलवान को ध्यान रखना होता है. हम बुल्गारिया में उस वेट कैटेगरी में मेडल जीतने से चूक गए थे. हमारी जवाबदेही भी है क्योंकि सरकार टूर्नामेंट का खर्च उठाती है. एक पहलवान पर लगभग दो से तीन लाख रुपये खर्च होते हैं. अगर आप वजन मैनेज नहीं कर सकते तो हम अगले बेस्ट पलवान को मौका देंगे.

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WFI ने बताया क्यों दी सजा

WFI इसे कठोर सजा नहीं मान रहा है. उन्होंने कहा,

इस स्तर पर एक पहलवान जानता है कि उससे क्या अपेक्षा की जाती है इसलिए वजन मैनेज करना एक पहलवान की जिम्मेदारी है. अगर आप ऐसा नहीं कर सकते तो आप खेल नहीं सकते. हम यह सजा खुशी के लिए नहीं दे रहे हैं. वह निश्चित रूप से एक अच्छी पहलवान है लेकिन अगर आप प्रतियोगिता में हिस्सा ही नहीं ले पा रहे हैं, तो इतनी मेहनत का क्या मतलब है.

आपको बता दें कि पेरिस ओलंपिक में वेट मैनेज न करने की वजह से ही विनेश फोगाट को मेडल से हाथ धोना पड़ा था. विनेश केवल 100 ग्राम ओवरवेट थीं. नेहा सांगवान भी विनेश के ही गांव चरखी दादरी से ही आती हैं. विनेश जब पेरिस ओलंपिक से अपने घर लौटी थीं तो उनका स्वागत करने वालों में नेहा भी शामिल थी. नेहा ने उसके कुछ दिन बाद ही देश के लिए अंडर-20 वर्ल्ड कप चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.

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