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'प्रभु प्रताप उर सहज असंका'... क्या है रामायण की इस लाइन का विरेंदर सहवाग कनेक्शन?

सहवाग ने खुद ट्वीट कर खोला बड़ा राज.

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Virender Sehwag को Angad से प्रेरणा मिलती थी. (तस्वीरें सोशल मीडिया से साभार)
विरेंदर सहवाग. क्रीज पर पैर जमा दें, तो बोलर्स के लिए मुश्किल. और बैटिंग के दौरान फुटवर्क दिखाना हो, तो खुद के लिए मुश्किल. हैंड-आई कोऑर्डिनेशन (हाथ और आंखों के तालमेल) के लिए सहवाग की जितनी तारीफ होती थी, फुटवर्क के लिए उतने ही वह कोसे जाते थे. अब सहवाग ने बता ही दिया है कि बैटिंग के दौरान उनके पैर न हिलाने के पीछे कौन था. सहवाग के मुताबिक, वो बैटिंग के दौरान अंगद से प्रेरित होकर पैर हिलाए बिना खेलते थे. सहवाग ने 'रामायण' सीरियल के अंगद की फोटो के साथ ट्वीट किया,
'यहां से मैंने अपनी बैटिंग की प्रेरणा ली थी. पैर हिलाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है. हैशटैग अंगद जी रॉक्स'
ख़बर की हेडिंग में आपने जो लाइन पढ़ी वो रामायण की एक चौपाई से है.
बंदि चरन उर धरि प्रभुताई। अंगद चलेउ सबहि सिरु नाई॥ प्रभु प्रताप उर सहज असंका। रन बाँकुरा बालिसुत बंका
अर्थात- प्रभु के चरणों की वंदना कर और भगवान की प्रभुता को अपने हृदय में रखकर, अंगद सबके आगे सिर झुकाकर चल पड़े. प्रभु के प्रताप को हृदय में धारण करने वाले रणबाँकुरे बालिपुत्र स्वाभाविक ही निर्भय हैं। सबसे खतरनाक बल्लेबाज़ों में से एक थे वीरू अपने जमाने में सहवाग दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाज़ों में से एक थे. उन्होंने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए हजारों रन बनाए. अपनी धमाकेदार बैटिंग और गज़ब के हैंड-आई कोऑर्डिनेशन के दम पर उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग का अंदाज ही बदल दिया. शुरुआत में टेस्ट के लिए अनफिट बताए गए सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में दो ट्रिपल सेंचुरी मारीं. अपने करियर में सहवाग ने भारत के लिए 251 वनडे और 104 टेस्ट मैच खेले. इन मैचों में उनके नाम 8273 और 8586 रन हैं. सहवाग ने कोरोना से बचने के लिए लोगों को घर से न निकलने की भी सलाह दी. इसके साथ ही उन्होंने इस दौर में लोगों की मदद कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों की सराहना भी की.
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