BCCI ने पिछले कुछ समय में कई अहम नियम लागू किए हैं. चाहे वो खिलाड़ियों के परिवार के साथ ट्रेवल को लेकर हो या फिर उनके निजी स्टाफ के साथ रहने को लेकर. इन नियमों से कुछ लोग सहमत हैं तो कुछ को लगता है कि यह जरूरत से ज्यादा सख्ती है. रवि शास्त्री, जिन्होंने खुद कोच रहते हुए कभी इस तरह के नियम लागू नहीं किए वो भी इस मामले में गंभीर का समर्थन करते हैं.
'कंट्रोल से बाहर...', गंभीर के सख्त रूल्स लागू करने पर पूर्व कोच शास्त्री ने ये क्या कह दिया?
गौतम गंभीर ने दौरों पर खिलाड़ियों के परिवार के साथ रहने को लेकर भी सख्त नियम जारी किए थे. इसको लेकर उनकी काफी आलोचना भी हुई थी. आलोचना करने वालों में विराट कोहली भी शामिल थे.


भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने ‘द ग्रेड क्रिकेटर’ से कहा,
मुझे याद नहीं ,जब मैं कोच था तब कोई भी शेफ़ के साथ आता था, क्योंकि अगर वो शेफ़ आता तो मेरे साथ बहुत व्यस्त रहता. मुझे एक-दो शेफ़ से कोई दिक्कत नहीं होती, क्योंकि तब कम से कम थोड़ी क्विजिन अलग होती, या एक ग्लास रेड वाइन मिल जाती तो खाने का स्वाद तो अलग होता. आपको हर समय रूम सर्विस के पास जाने की ज़रूरत नहीं होती. कुछ समय बाद, दौरों पर, आप चीज़ों को कम से कम करना चाहते हैं. जब आस-पास बहुत सारे लोग होते हैं, तो आपका ध्यान भटक जाता है.
शास्त्री ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा,
गंभीर ने जरूर देखा होगा कि चीजें हाथ से निकल रही हैं. इसलिए उन्होंने बस एक सीमा तय कर दी कि क्या किया जा सकता है और क्या नहीं. उनके लिए अच्छी बात यह है कि अब उन्हें एक ऐसा कप्तान मिल गया है जो स्थिर, संयमित और शांत है. गिल भारत के लिए अगले दशक के लिए सबसे उपयुक्त खिलाड़ी हैं. गंभीर तेज़ गेंदबाज़ों की एक अच्छी बेंच की तलाश में होंगे. शमी के संन्यास लेने और बुमराह के कार्यभार प्रबंधन को देखते हुए, आपको तीन और गेंदबाज़ों को जल्दी से तैयार करने की जरूरत है.
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गंभीर ने परिवार के साथ रहने को लेकर भी सख्त नियम जारी किए थे. इसको लेकर काफी आलोचना भी हुई थी. आलोचना करने वालों में विराट कोहली भी शामिल थे. गंभीर से जब इन नियमों को लेकर सवाल किए गए थे. उन्होंने कहा था,
परिवार ज़रूरी है, लेकिन आपको एक बात समझनी होगी. आप यहां एक मकसद से हैं. यह कोई छुट्टी नहीं है. आप यहां एक बड़े मकसद से हैं. ड्रेसिंग रूम में या इस दौरे में बहुत कम लोग होते हैं, जिन्हें देश को गौरवान्वित करने का मौका मिलता है. इसलिए हां, मैं परिवारों के साथ न होने के खिलाफ नहीं हूं.
गौतम गंभीर के कोच रहते हुए भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता है. टी20 में भी टीम को काफी सफलता मिली है. टेस्ट में टीम का रिकॉर्ड अच्छा नहीं था,लेकिन इंग्लैंड दौरे पर सीरीज ड्रॉ कराने के बाद उन्हें लाइफलाइन मिल गई थी.
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