'पापा, कनाडा तो जाऊंगा. लेकिन छुट्टियां मनाने. सेटल होने के लिए नहीं.'इस बार अर्शदीप गिड़गिड़ा नहीं रहे थे. बल्कि सीना चौड़ा कर पिताजी के सामने गर्व से कह रहे थे. उन्हें अपनी मंजिल मिल गयी थी. # Punjab Kings ने खरीदा साल 2019 की IPL नीलामी में अर्शदीप सिंह को PBKS ने अपनी टीम में शामिल किया. 20 लाख रुपये में बिके. और उसी साल इस खिलाड़ी को IPL डेब्यू करने का मौका भी मिला. तीन मैच खेले और तीन विकेट चटकाए. लेकिन अर्शदीप ने अपना असली कमाल दिखाया अगले सीजन में. UAE में हुए IPL 2020 में अर्शदीप सिंह को आठ मैच खेलने का मौका मिला. और उन्होंने नौ विकेट चटकाए. इस गेंदबाज ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ यादगार प्रदर्शन किया. लो स्कोरिंग मुकाबले में अर्शदीप ने मात्र 23 रन खर्च तीन विकेट चटकाए थे. और खूब चर्चा बटोरी थी. #RR के खिलाफ लिए 5 विकेट और अब एक बार फिर अर्शदीप सिंह ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है. अर्शदीप सिंह ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पांच विकेट हासिल किए हैं. दुबई में खेले गए मुकाबले में अर्शदीप सिंह ने 32 रन खर्च कर अपना पहला फाइव विकेट हॉल लिया. ऐसा करने वाले वह पंजाब किंग्स के तीसरे गेंदबाज बने. जबकि RR के खिलाफ पांच विकेट लेने वाले वह दूसरे गेंदबाज हैं. इतना ही नहीं, अर्शदीप सिंह IPL में फाइव विकेट हॉल लेने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी बने. PBKS के इस गेंदबाज ने एवन लूइस, लियम लिविंगस्टन, महिपाल लोमरोर, चेतन साकरिया और कार्तिक त्यागी को आउट किया. बता दें कि भारत को हमेशा से बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों की कमी खली है. उंगलियों पर गिने चुने नाम हैं. जिन्होंने टीम इंडिया के लिए बेहतर प्रदर्शन किया और लंबे समय तक खेले. हालिया समय में कोई ऐसा गेंदबाज नहीं है, जो भविष्य के लिए बेहतर दिखे. छह फुट तीन इंच कद वाले अर्शदीप सिंह के पास टीम इंडिया में जगह बनाने का मौका है. महज 22 साल के हैं और भविष्य के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं. बशर्ते उन्हें इसी तरह प्रदर्शन करते रहना होगा.
कनाडा जाने से मना करने वाला अर्शदीप, जिसने राजस्थान को पस्त कर दिया!
कनाडा तो जाऊंगा, लेकिन छुट्टियां मनाने.

Arshdeep Singh- PTI
पंजाब में पैदा होने वालों के जीवन के दो ही मकसद होते हैं, पहला म्यूजिक वीडियो बनाना और दूसरा कनड्डा जाना. पहला पॉइंट बुरा लगा हो तो सॉरी, लेकिन दूसरा तो सच ही है. और इतना सच है, कि इस देश में कनाडा जाने वाले पंजाबियों को लेकर सैकड़ों जोक्स हैं. और इन जोक्स के पीछे कई सच्ची घटनाएं भी हैं. और ऐसी ही घटनाओं में शामिल है साल 2017 की एक घटना. मध्यप्रदेश के गुना में जन्मे अर्शदीप सिंह के पिताजी उनके पीछे पड़े थे. वह अपने बेटे के करियर को लेकर बहुत परेशान थे. पिताजी चाह रहे थे कि बेटा कनाडा जाए. और वहीं पर सेटल हो जाए. पिता जी को लगता था कि कनाडा जाकर अर्शदीप सिंह अपना भविष्य बेहतर कर सकते हैं.
# Canada नहीं गए Arshdeep
लेकिन अर्शदीप सिंह के मन में कुछ और ही था. कहने लगे कि पापा मुझे क्रिकेटर बनना है. बस एक साल दे दो. पिताजी के सामने खूब गिड़गिड़ाए और किसी तरह उन्हें मना भी लिया. ये साल अर्शदीप सिंह के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ. अर्शदीप जल्द ही पंजाब की U-19 क्रिकेट टीम में चुन लिए गए. और फिर अगले साल भारत की U-19 टीम में. अर्शदीप सिंह उस भारतीय टीम का हिस्सा थे. जिन्होंने न्यूजीलैंड में पृथ्वी शॉ की कप्तानी में U-19 का विश्वकप जीता. U-19 विश्वकप में अर्शदीप सिंह गेंदबाजी से अपनी छाप तो नहीं छोड़ सके, लेकिन राहुल द्रविड़ की छत्रछाया में रहकर उनकी किस्मत बदल गयी. इसके बाद अर्शदीप सिंह ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. विश्वकप जीतने के बाद अर्शदीप सिंह फिर पिताजी के पास गए. और कहा,