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इंडियन फुटबॉल फैन्स की सालों की तमन्ना आखिरकार पूरी होने जा रही है!

जानिए इंडियन फुटबॉल में प्रमोशन-रेलीगेशन कैसे काम करेगा.

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गोकुलम केरेला और हैदराबाद एफसी (Courtesy: Twitter)

इंडियन फुटबॉल. एक ऐसा बवंडर, जहां से अच्छी ख़बरें आना लगभग बंद हो चुकी थीं. 2020 में प्रफुल्ल पटेल का टर्म पूरा हो चुका था. उसके बाद चुनाव नहीं हुए. ये बवाल सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा. कोर्ट ने पटेल की कमेटी को निरस्त कर एक कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स को इंडियन फुटबॉल को चलाने और आगे ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी. इसके बाद खराब ख़बरों का सिलसिला थोड़ा थमा. कुछ दिनों बाद इस कमेटी ने ड्राफ्ट संविधान भी सार्वजनिक कर दिया. कमेटी के मेम्बर्स ने लगातार कहा है कि जल्द-से-जल्द चुनाव किए जाएंगे और इंडियन फुटबॉल वापस स्टेबल हो जाएगा.

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फुटबॉल पिच से भी अच्छी ख़बरें आईं. इंडिया ने लगातार दूसरी बार AFC एशियन कप के लिए क्वालिफाई किया. ये इतिहास में पहली बार था, जब हमारे देश ने ये कारनामा किया हो. और अब एक और अच्छी खबर निकलकर सामने आई है. पूरी बात आपको तसल्ली से बताते हैं.

दरअसल कमेटी के कामकाज और फुटबॉल की स्थिति को समझने फीफा और एएफसी से एक डेलिगेशन इंडिया आया हुआ है. इंडिया आकर इस डेलिगेशन की मुलाकात इंडियन फुटबॉल के एक रीप्रेजेंटेटिव ग्रुप से हुई. इसी मीटिंग से ये खबर आई है कि प्रमोशन-रेलिगेशन की प्रक्रिया अगले सीजन से शुरु हो जाएगी. ये क्या है, आसान भाषा में बताते हैं.

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दुनियाभर की स्पोर्टिंग लीग्स में प्रमोशन-रेलिगेशन की प्रक्रिया चलती है. इसमें एक सीनियर लीग होती है, उसके बाद एक लीग सेकंड लेवल पर खेली जाती है. फिर थर्ड, फोर्थ और इसके आगे भी, अगर उतने क्लब्स हों. इंग्लैंड या स्पेन का उदाहरण ले लेते हैं. इंग्लैंड की टॉप लीग को प्रीमियर लीग कहते हैं. दूसरे नंबर वाली लीग का नाम EFL चैंपियनशिप है. स्पेन की ओर बढ़ते हैं. यहां सीनियर लीग का नाम ला लीगा है. दूसरे नंबर वाली लीग का नाम लीगा सेगुंडा हैं. इसे ला लीगा 2 भी कहते हैं.

इंग्लैंड की प्रीमियर लीग में हर सीजन 20 टीम्स हिस्सा लेती हैं. हर टीम एक सीजन में कुल 38 मैच खेलती है. यानी की हर टीम को हर दूसरी टीम के खिलाफ दो बार खेलना होता है. सीजन खत्म होने के समय टेबल पर सबसे ऊपर रहने वाली टीम ट्रॉफी जीत जाती है. टेबल की आखिरी तीन टीमें प्रीमियर लीग से गिरकर चैंपियनशिप में पहुंच जाती हैं. वहीं चैंपियनशिप की टॉप थ्री टीम्स अपने डिवीजन से प्रमोट होकर प्रीमियर लीग में पहुंच जाती हैं. अब आपको इसका इंडियन वर्जन बताते हैं.

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इंडियन सुपर लीग, यानी इंडिया की टॉप लीग में अब तक प्रमोशन और रेलिगेशन नहीं था. मोहन बगान और ईस्ट बंगाल के जुड़ने के बाद से इस लीग की 11 टीम्स आपस में ही खेल रही हैं. लेकिन AFC और FIFA के डेलिगेशन के साथ हुई मीटिंग में ये तय किया गया है कि आने वाले सीजन से प्रमोशन और रेलिगेशन इंडियन सुपर लीग पर भी लागू होगा. यानी I-league के क्लब्स अब ISL में भी हिस्सा लेंगे. 2022-23 में जो क्लब I-league जीतेगा वो 2023-24 में ISL में खेलेगा.

इस मामले पर काफी समय से चर्चा चल रही थी. 2021 में AIFF के सचिव कुशल दास ने बताया था कि 2023-24 से प्रमोशन-रेलिगेशन शुरु होगा. हाल ही में लल्लनटॉप से बात करते हुए दिल्ली फुटबॉल फेडरेशन के प्रमुख डॉ. शाजी प्रभाकरण ने भी बताया था कि 2024 से प्रमोशन-रेलिगेशन शुरु हो जाएगा. यानी इंडियन फुटबॉल फ़ैन्स की सालों की तमन्ना आख़िरकार पूरी होने जा रही है!

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