जापान बनाम जर्मनी. फुटबॉल में आमतौर पर फै़न्स इस मैच के ख़त्म होने तक जर्मनी की जीत का इंतज़ार करते हैं. हालांकि, इस बार के फीफा वर्ल्ड कप में उलटफेर हो गया. कतर के ख़लीफ़ा इंटरनेशनल स्टेडियम में 23 नवंबर को जापान ने जर्मनी को 2-1 से हरा दिया.
कौन हैं ये दो जापानी खिलाड़ी, जिन्होंने फीफा वर्ल्ड कप में 4 बार की चैंपियन जर्मनी को धो दिया?
दिलचस्प बात ये है कि ये दोनों खिलाड़ी जर्मन क्लब्स के लिए भी खेलते हैं.

पहले हाफ में जर्मनी के मिडफील्डर इल्के गुन्डगान ने पेनल्टी मारकर गोल किया. जापान ने दूसरे हाफ में शानदार वापसी की. जापान के लिए रिटसु डोआन और टकुमा असानो ने 75वें और 83वें मिनट में गोल कर एक और अपसेट रच दिया.
इससे पहले, 2018 के वर्ल्ड कप में भी जर्मनी के साथ ऐसा ही कुछ हुआ था. साउथ कोरिया और मेक्सिको से ग्रुप स्टेज में हारकर 2014 की वर्ल्ड कप विजेता टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी. अब इस वर्ल्ड कप में क्या होता है, ये देखना होगा. फिलहाल आपको जापान के उन दोनों प्लेयर्स के बारे में बताते हैं, जिन्होंने जर्मनी की शुरुआत को खराब कर दिया है. दिलचस्प बात ये है कि गोल करने वाले दोनों प्लेयर्स जर्मनी के क्लब्स के लिए भी खेलते हैं. तो चलिए, शुरू करते हैं.
#Ritsu Doan
रिटसु डोआन 24 साल के हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत जापानी क्लब गांबा ओसाका से की. इसके बाद डोआन का सफर नीदरलैंड्स पहुंचा. वहां उन्होंने ग्रोनिनगेन के लिए साइन किया और तीन साल बिताए. काफिला आगे बढ़ा, और नीदरलैंड्स के बड़े क्लब PSV तक पहुंचा.
यहां डोआन ने बहुत नाम कमाया. यहीं से वो जर्मन क्लब्स की नज़र में आए. पहले उन्होंने आर्मिनिया बिएलफेल्ड और फिर बाद में एससी फ्राइबर्ग के लिए साइन किया. वो अब भी फ्राइबर्ग के लिए ही खेलते हैं.
नेशनल टीम की बात करें तो डोआन U-16 एज ग्रुप से ही जापान के लिए खेल रहे हैं. U-19, U-20, U-23 के लिए खेलने के बाद डोआन ने 2018 में सीनियर टीम के लिए डेब्यू किया. जापान के लिए उन्होंने अब तक चार गोल ही किए हैं. इनमें से दो गोल 2019 AFC एशियन कप के दौरान आए थे. और सबसे यादगार गोल जर्मनी के खिलाफ 23 नवंबर 2022 को आया.
#Takuma Asano
टकुमा असानो का काफिला तो डोआन से भी ज्यादा घूम चुका है. शुरुआत सैनफ्रीस हिरोशिमा से हुई. इसके बाद असानो इंग्लैंड के बड़े क्लब आर्सनल पहुंचे. यहां उन्होंने तीन साल बिताए, लेकिन खेलने का मौका नहीं मिला. इसी तलाश में सवारी जर्मनी पहुंची और पहले स्टटगर्ट और फिर हैनोवर 96 के लिए लोन डील हुए.
खेलने की चाहत असानो को सर्बिया ले गई. वहां असानो ने पार्टिज़ान के लिए 56 मैच में 22 गोल दाग दिए. VfL बोचुम ने ये देखा और असानो को वापस जर्मनी बुला लिया. अब इस 28 साल के फॉरवर्ड ने जर्मनी को सिरदर्द दे दिया है.
2015 से जापान के लिए खेल रहे असानो ने 37 मैच में नौ गोल दागे हैं. और जर्मनी के खिलाफ उनके गोल ने दोनों देशों में खलबली मचा दी है.
जर्मनी के लिए इस ग्रुप से आगे बढ़ना अब मुश्किल होगा. ग्रुप में स्पेन भी है, जिसने पहले मैच में कोस्टा रिका को 7-0 से हराया है. अब जर्मनी के लिए रास्ता आसान तब ही होगा, जब वो स्पेन और कोस्टा रिका, दोनों को हरा दे. हालांकि स्ट्राइकर की समस्या जब तक सुलझती नहीं, तब तक ऐसा होना थोड़ा मुश्किल लगता है.
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