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मुझे जहर दिया गया था... पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने किया सनसनीखेज दावा!

शाहिद भाई ने मेरी बहुत मदद की.

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इमरान नज़ीर को जहर दिया गया, तो अफ़रीदी ने इलाज में बहुत मदद की (एएफपी)

पाकिस्तान क्रिकेट से एक और सनसनीखेज दावा आया है. पूर्व ओपनर इमरान नज़ीर का कहना है कि उन्हें खेलने के दिनों में जहर दिया गया था. जिससे उन्हें बहुत दिक्कतें हुईं और आठ से दस साल तक उनके जोड़ों का इलाज कराना पड़ा.

नज़ीर के मुताबिक उन्हें 'मर्करी' दिया गया था, जिसे उन्होंने 'धीमा जहर' करार दिया. नज़ीर के मुताबिक उन्हें एक वक्त में ये भी डर लगा था, कि कहीं वह बिस्तर ना पकड़ लें. 41 साल के हो चुके नज़ीर ने 1999 से 2012 के बीच, पाकिस्तान के लिए आठ टेस्ट, 79 वनडे और 25 T20I मैच खेले थे.

एक पॉडकास्ट में बात करते हुए नज़ीर ने कहा,

'जब हाल ही में मेरा इलाज हुआ, जिसमें MRI वगैरह भी शामिल थे, एक बयान दिया गया कि मुझे मर्करी नाम का जहर दिया गया था. यह एक धीमा जहर है. यह आपके जॉइंट्स तक पहुंचता है और उन्हें नुकसान पहुंचाता है. 8-10 साल तक, मेरे सभी जॉइंट्स का इलाज चला. मेरे सभी जॉइंट्स डैमेज हो चुके थे और इसी के चलते मैंने लगभग 6-7 साल तक तकलीफ झेली.

लेकिन उस दौर में भी मैं ऊपरवाले से यही दुआ करता था कि प्लीज़ मुझे बिस्तर ना पकड़ाएं. और खुशकिस्मती से ऐसा कभी नहीं हुआ. मुझे बहुत लोगों पर शक़ हुआ लेकिन मैंने कब और क्या खाया, मुझे कभी समझ नहीं आया. क्योंकि जहर तुरंत रिएक्ट नहीं करता. यह आपको सालों तक मारता है. इसके बाद भी मैंने कभी भी उस बंदे का बुरा नहीं चाहा. मारने वाले से बचाने वाला बेहतर होता है.'

नज़ीर के आखिरी मैच की बात करें, तो वह साल 2012 में पाकिस्तान के लिए एक T20I मैच खेले थे. श्रीलंका के खिलाफ़ हुए वर्ल्ड कप के इस मैच में नज़ीर ने 20 रन बनाए थे.

इसी बातचीत में नज़ीर ने एक और खुलासा किया. उन्होंने कहा कि इलाज के पैसे ना होने पर, पूर्व पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफ़रीदी ने उनकी मदद की थी. नज़ीर ने कहा कि उन्होंने अपनी सारी सेविंग्स इलाज पर खर्च कर दीं. और अंत में, जब फाइनल ट्रीटमेंट का वक्त आया, तो अफ़रीदी ने उनकी मदद की. नज़ीर के मुताबिक अफ़रीदी ने उनकी मदद करते वक्त साफ कर दिया था, कि इलाज सही से हो. और पैसे की चिंता ना की जाए.

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