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उदयपुर की घटना पर मोहम्मद कैफ ने एकदम सही बात बोली है!

'हत्यारे कभी भी किसी समुदाय के सच्चे प्रतिनिधि नहीं हो सकते.'

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उदयपुर की घटना पर कैफ ने जताई नाराजगी (Mohammad Kaif/ Instagram)

28 जून 2022. मंगलवार के दिन राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में एक ऐसी घटना हुई जिससे पूरा देश हैरान रह गया. कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) नाम के एक टेलर की दो युवकों ने उनकी दुकान में ही घुसकर बेरहमी से हत्या कर दी. दोनों ने हत्या का वीडियो बनाकर वायरल भी किया. कन्हैयालाल की हत्या इसलिए की गई क्योंकि उनके सोशल मीडिया अकाउंट से नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट लिखी गई थी.

इस घटना के बाद पूरे देश में बवाल मच गया. लोग सड़कों पर उतर आए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे. आम लोगों से लेकर खेल जगत के कई दिग्गजों ने भी इसके खिलाफ सोशल मीडिया पर आवाज उठाई. जिसमें मोहम्मद कैफ का नाम भी शामिल है.

‘हत्यारों को कोई धर्म नहीं हो सकता’

इस मामले को लेकर कैफ ने गुरुवार, 30 जून को ट्वीट कर कहा कि हत्यारे किसी समुदाय के प्रतिनिधि नहीं हो सकते. कैफ ने ट्वीट किया,

‘मैं पूरी मज़बूती से इस बात पर यक़ीन करता हूं कि हत्याओं की कोई सफाई नहीं हो सकती. और हत्यारे कभी भी किसी समुदाय के सच्चे प्रतिनिधि नहीं हो सकते. उदयपुर में बेरहमी से की गई हत्या इस सभ्य समाज के लिए शर्म की बात है.’

क्यों की गई कन्हैयालाल की हत्या?

आरोपी मोहम्मद रियाज़ अख्तारी और मोहम्मद गौस कन्हैया लाल की दुकान में आए थे. नाप देने के बहाने दोनों ने धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया था. इसका एक वीडियो भी उन्होंने वायरल किया. जिसमें देखा जा सकता हैं कि पुराने उदयपुर शहर में दोपहर के करीब 2.30 बजे दोनों आरोपी कन्हैया लाल की दुकान पर आए. कन्हैया उनमें से एक की नाप लेते हैं, कपड़ों की नाप को कागज पर नोट करते हैं. ये सब कुछ करीब 30 सेकेंड तक चलता है, दूसरा आरोपी वीडियो रिकॉर्ड करता है.

नाप लेकर जब कन्हैया लाल पीछे घूमते हैं, इतने में सामने वाला शख्स धारदार चाकू से उनकी गर्दन पर वार करने लगता है. वो चीखते, चिल्लाते हैं, पूछते हैं कि उन्होंने किया क्या है. लेकिन दोनों आरोपी उनकी गर्दन पर तब तक वार करते रहे, जब तक उनकी जान नहीं चली गई. कन्हैया लाल की हत्या के बाद आरोपियों ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए एक वीडियो भी जारी किया. बताया गया है कि इन दोनों ने कथित रूप से निलंबित बीजेपी नेता नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर कन्हैया लाल की बेरहमी से हत्या की है. पिछले महीने नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर एक विवादित टिप्पणी कर दी थी, जिसे लेकर काफी बड़ा हंगामा हुआ था.

कैसे पकड़ में आए आरोपी?

राजस्थान पुलिस के अधिकारी गजेंद्र सिंह ने आजतक से जुड़े अरविंद ओझा से बताया कि पुलिस की टीम ने दोनों आरोपियों को राजसमंद में पकड़ा. गजेंद्र सिंह के मुताबिक दोनों आरोपी बाइक पर सवार थे. उन्हें नाकाबंदी के दौरान राजसमंद के भीम इलाके से हिरासत में लिया गया. आरोपी उदयपुर से दूर भागने की कोशिश कर रहे थे.