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टेस्ट टीम की कप्तानी नहीं मिलने पर अब खुद जसप्रीत बुमराह ने बोल दिया है

India-England Test Series के लिए इंडियन टीम की कमान युवा कप्तान Shubman Gill को सौंपी गई है. हालांकि, इसे लेकर कई एक्सपर्ट्स का कहना था कि Jasprit Bumrah कप्तानी के लिए सही विकल्प होते. अब बुमराह ने खुद इस मामले में बड़ा खुलासा किया है.

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इंग्लैंड के ख‍िलाफ टेस्ट सीरीज में जसप्रीत बुमराह सिर्फ तीन मुकाबले खेलेंगे. (फोटो-PTI)

इंडिया-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज (India-England Test Series) के लिए इंडियन टीम की कमान युवा कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) को सौंपी गई है. हालांकि, उनके नाम के एलान से पहले टेस्ट में कप्तानी को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जिस नाम की थी, वो थे जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah). कई एक्सपर्ट्स तक का ये मानना था कि जसप्रीत बुमराह से बेहतर कप्तान अभी टीम इंडिया के लिए कोई नहीं हो सकता. हालांकि, टीम के एलान के साथ ही लीडरशिप रोल में दो नाम आए. कप्तान शुभमन गिल और उपकप्तान ऋषभ पंत (Rishabh Pant). अब जसप्रीत बुमराह ने इस मामले में खुद एक बड़ा खुलासा किया है.

बुमराह ने कप्तानी पर क्या कहा?

Sky Sports Cricket के लिए दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) को दिए एक इंटरव्यू में जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने बताया है कि उन्होंने खुद BCCI को उनके नाम पर विचार करने से मना किया था. बुमराह से जब ये पूछा गया कि पर्थ टेस्ट में इतनी शानदार कप्तानी के बाद कई एक्सपर्ट्स के पहले चॉइस वही थे. लेकिन, फिर इंग्लैंड सीरीज के लिए शुभमन का नाम कैसे आगे आया? इस पर बुमराह ने बताया,  

इसमें कोई फैंसी कहानी नहीं है. कोई विवाद नहीं है या ऐसी कोई सुर्खियां नहीं हैं कि मुझ पर ध्यान नहीं दिया गया. रोहित और विराट के IPL के दौरान रिटायर होने से पहले मैंने BCCI से बात की थी. 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में आगे बढ़ने के लिए मैंने अपने वर्कलोड के बारे में चर्चा की. मैंने बताया कि सर्जन और फिजियो से मेरी बात हुई थी. उन्होंने मुझे अपने वर्कलोड को लेकर थोड़ा स्मार्ट होने को कहा है.

बुमराह ने आगे बताया कि उन्होंने खुद कप्तानी नहीं करने का फैसला किया. उन्होंने कहा,  

मैंने खुद BCCI को फोन कर कहा कि मैं लीडरशिप रोल में खुद को नहीं देखना चाहता हूं. क्योंकि 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में सभी मैच में नहीं खेल सकता. बोर्ड मुझे कप्तान के रूप में देख रहा था. लेकिन, ये सही नहीं होता कि तीन मैच मैं कप्तानी कोई और करे और दो मैच में कोई और. ये टीम के लिए सही नहीं होता. मैं हमेशा टीम को पहले रखना चाहता हूं.

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बुमराह ने इसी के साथ बताया कि अगर वो अपने वर्कलोड मैनेजमेंट पर ध्यान नहीं देते हैं तो इसका असर उनके करियर पर पड़ता. बुमराह ने कहा, 

कप्तानी एक पोस्टर है. आपके पास हमेशा टीम में लीडर्स होते हैं. मैं ऐसा करना चाहता था. जाहिर है कि अगर मैं सावधान नहीं रहा, तो मैं भविष्य के बारे में नहीं जानता. मैं ऐसी स्थिति में नहीं रहना चाहता, जहां मुझे अचानक इस फॉर्मेट से दूर जाना पड़े. इसलिए मैंने सोचा कि निरंतरता के लिए और टीम के लिए भी यही उचित है कि आप लॉन्ग टर्म सोचें. मैं जिस तरह से भी मदद कर सकता हूं, करना चाहूंगा.

कप्तान नहीं बनने का कॉल बुमराह के लिए आसान नहीं था. उन्होंने कहा, 

कप्तानी की वैल्यू बहुत है. मैंने इसके लिए बहुत मेहनत की थी, लेकिन दुर्भाग्य से कभी-कभी आपको बड़ी तस्वीर देखनी पड़ती है. मुझे कप्तानी से ज्यादा क्रिकेट पसंद है. इसलिए मैं एक क्रिकेटर के तौर पर और भारतीय टीम में एक खिलाड़ी के तौर पर ज्यादा योगदान देना चाहता हूं. जाहिर तौर पर महत्वाकांक्षाएं होती हैं, लेकिन कई बार आपको हार्ड कॉल्स लेने पड़ते हैं. इसलिए मैंने BCCI को फोन कर कहा कि मुझे लीडरश‍िप रोल में न देखा जाए.

17 साल से नहीं जीती है टीम

इंग्लैंड के ख‍िलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज 20 जून से शुरू होने वाली है. जसप्रीत बुमराह इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं. हालांकि, ये भी तय है कि वो सारे मैच नहीं खेल सकेंगे. लेकिन, वो कौन से मैच खेलते हैं वो तो परिस्थ‍ितियां ही बताएंगी. सीरीज का पहला मुकाबला लीड्स के हेडिंग्ले में खेला जाना है. इंडियन टीम पिछले 17 साल से इंग्लैंड में कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. ऐसे में शुभमन गिल की अगुवाई वाली यंग इंडियन टीम इतिहास रचने के इरादे से उतरेगी. 

वीडियो: शुभमन गिल के समर्थन में रिकी पोंटिंग, जसप्रीत बुमराह को लेकर क्यों जताई असहमति?