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विराट कोहली ने आते ही नरेंद्र मोदी स्टेडियम में क्या कमी निकाल दी?

ये वाली दिक्कत तो सबको आनी है.

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Virat Kohli ने Motera Stadium Lighting से असंतुष्टि (पीटीआई फोटो)
नरेंद्र मोदी स्टेडियम. जी हां. अहमदाबाद के मोटेरा इलाके में बने स्टेडियम को दुनिया इसी नाम से जानेगी. दुनिया के इस सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड की टीमें डे-नाइट टेस्ट खेल रही हैं. इंग्लैंड और भारत दोनों ही टीमों के क्रिकेटर इस स्टेडियम की सुविधाओं से चमत्कृत हैं. लेकिन इसके बावजूद इंडियन कैप्टन विराट कोहली को लगता है कि इस स्टेडियम की लाइट्स में समस्या है. टॉस के वक्त कोहली लाइट्स से फील्डिंग टीम को आने वाली समस्याओं से चिंतित दिखे. कोहली ने कहा कि लाइट्स से विजिबिलिटी पर असर पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि प्लेयर्स को यहां तेजी से अडॉप्ट करना होगा. बता दें कि नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ट्रेडिशनल फ्लडलाइट्स टावर नहीं हैं. इनकी जगह छत की परिधि के इर्द-गिर्द LED लाइट्स की रिंग लगाई गई है. यह दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम के 'रिंग ऑफ फायर' जैसी है. इससे फील्डिंग करने वाली टीमों को अक्सर दिक्कत होती है. चटकीले रंगों वाली सीटों के बारे में सवाल होने पर कोहली ने टॉस के वक्त कहा,
'सबसे बड़े स्टेडियम में सच में उत्साहित करने वाला माहौल है. मैं सीटों के रंग से ज्यादा लाइट्स के बारे में चिंतित हूं. पीछे से आने वाली लाइटों के चलते गेंद को देख पाना मुश्किल होता है. हम ऐसे ही स्टेडियम में दुबई में खेल चुके हैं. यह एंगल्स के बारे में है, शरीर की पोजिशन. आपको काफी तेजी से अडॉप्ट करना होगा.'
बीते बरस के IPL के दौरान दुबई में ऐसी लाइट्स के चलते फील्डर्स से कई आसान कैच टपके थे. दुबई की तुलना में अबू धाबी और शारजाह में ऐसा नहीं हुआ. मैच की बात करें तो इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया. लेकिन उनका ये फैसला सही नहीं साबित हो पाया. दिन के 43 ओवर्स बीतने के बाद इंग्लैंड की टीम 104 रन पर आठ विकेट गंवा चुकी है. अक्षर पटेल ने चार और रविचंद्रन अश्विन ने तीन विकेट निकाले. जबकि एक विकेट ईशांत शर्मा को मिला.

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