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यशस्वी से दूर रहें मीडिया वाले... डबल सेंचुरियन की तारीफ़ में मीडिया को हौंक गए गंभीर!

यशस्वी जायसवाल ने डबल सेंचुरी मार दी है. पूरी दुनिया उनकी तारीफ़ कर रही है. लोग बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं, लेकिन गौतम गंभीर इन लोगों से खुश नहीं हैं. उन्होंने ऐसे लोगों को सख्त शब्दों में चेतावनी दी है.

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गंभीर चाहते हैं कि यशस्वी की बढ़ा-चढ़ाकर तारीफ़ ना की जाए (एपी, स्क्रीनग्रैब)

गौतम गंभीर. अक्सर ही अपने बयानों से चर्चा में रहते हैं. गंभीर ने एक बार फिर से ऐसा ही एक बयान दिया है. इस बार वह बोले हैं यशस्वी जायसवाल पर. जब पूरी दुनिया यशस्वी की तारीफ़ कर रही है, गंभीर ने अलग ही बात बोल दी है. उन्होंने यशस्वी की तारीफ़ करने वालों को चेताया है. उन्होंने कहा है कि दिग्गजों से तुलना उनके पतन का कारण बन सकती है. गंभीर ने स्पष्ट कहा कि 22 साल के यशस्वी को अपना गेम खेलने देना चाहिए. साथ ही उनसे ग़ैरजरूरी उम्मीदें ना पाली जाएं, क्योंकि इससे उन पर प्रेशर पड़ेगा.

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PTI से बात करते हुए गंभीर ने कहा,

'मैं इस अचीवमेंट के लिए इस युवा को बधाई देना चाहता हूं, लेकिन सबसे जरूरी है कि मैं बाक़ियों को बोलना चाहता हूं कि इसे खेलने दें. हमने पहले देखा है कि भारत में एक आदत है, खासतौर से मीडिया में.

ये लोग किसी भी उपलब्धि को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं, तमाम टैग्स देकर उन्हें हीरो बना देते हैं. उम्मीदों का प्रेशर प्लेयर्स पर भारी पड़ जाता है और वो अपना नेचुरल गेम नहीं खेल पाते. उन्हें आगे बढ़ने और अपना गेम एन्ज़ॉय करने दीजिए.'

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बता दें कि वाइज़ाग टेस्ट में यशस्वी ने डबल सेंचुरी मारी. वह ऐसा करने वाले सबसे युवा भारतीयों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं. विनोद कांबली इस लिस्ट के टॉप पर हैं. उनके बाद सुनील गावस्कर का नंबर आता है. यशस्वी ने छक्का और फिर चौका मार, अपनी डबल सेंचुरी पूरी की. 22 साल के यशस्वी ने 209 न बनाए. उनके चलते भारत की पहली पारी 396 रन पर खत्म हुई. पहले दिन का खेल खत्म होने पर यशस्वी 179 रन बनाकर नाबाद लौटे थे. और कहा था कि वह डबल सेंचुरी मारना चाहते हैं.

दूसरे दिन यशस्वी ने अपनी इच्छा पूरी की. 290 गेंदों पर 209 रन बनाए और आठवें विकेट के रूप में आउट हुए. यशस्वी साल 2008 के बाद टेस्ट में डबल सेंचुरी मारने वाले पहले भारतीय लेफ़्ट हैंड बैटर भी हैं. उनसे पहले गौतम गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ ये कारनामा किया था. वाइज़ाग टेस्ट पर लौटें तो यशस्वी के बाद जसप्रीत बुमराह ने बोलिंग में कमाल किया. बुमराह ने छह विकेट लेते हुए इंग्लैंड को 253 रन पर समेट दिया.

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हालांकि भारतीय बल्लेबाज दूसरी पारी में भी पहली पारी की तरह ही खेले. इस बार शुभमन गिल ने एक छोर संभाला, लेकिन दूसरे एंड से उन्हें इतना सहयोग नहीं मिला. तीसरे दिन लंच तक भारत ने 130 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे. गिल 60 रन बनाकर नाबाद हैं.

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