पृथ्वी शॉ. टीम इंडिया के युवा ओपनर. खराब फॉर्म से गुजर रहे शॉ लगातार चर्चा में हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट की दोनों पारियां मिलाकर शॉ सिर्फ चार रन बना पाए थे. इसके बाद से ही लोग लगातार उनकी ही बात कर रहे हैं. पहली पारी में शॉ के बोल्ड होते ही कॉमेंट्री कर रहे सुनील गावस्कर और रिकी पॉन्टिंग ने उनकी टेक्नीक पर सवाल उठाए थे. फैंस ने भी शुभमन गिल और KL राहुल की जगह उन्हें प्लेइंग XI में लेने के फैसले पर सवाल किए थे. लेकिन कुछ लोगों को उम्मीद थी कि वह दूसरी पारी में आलोचकों को जवाब दे देंगे. लेकिन यहां भी कुछ नहीं हो पाया. एक चौका मारने के बाद शॉ पहली पारी की तरह ही बोल्ड हो गए. अब यहां अगर भारत जीत जाता तो शायद शॉ की फॉर्म पर इतनी चर्चा नहीं होती. लेकिन टीम इंडिया दूसरी पारी में 36 रन पर सिमट गई. और शॉ लोगों के निशाने पर आ गए.
# नहीं हैं तैयार
शॉ के आलोचकों में इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान गुंडप्पा विश्वनाथ भी शामिल हैं. विश्वनाथ ने साफ कह दिया कि शॉ ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों का सामना करने के लिए तैयार नहीं हैं. उन्होंने स्विंग करती गेंदों का सामना करने के लिए शॉ को कमतर बताया. मिड-डे से बात करते हुए विश्वनाथ ने कहा,
'शॉ का सेलेक्शन ही नहीं होना चाहिए था. वह ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों की गति का सामना करने के लिए तैयार नहीं है. साथ ही स्विंग करती गेंदों को खेलने के लिए भी वह अयोग्य दिखता है.'
सेलेक्शन कमिटी के चेयरमैन रह चुके विश्वनाथ ने एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी के खराब प्रदर्शन के लिए भारतीय बल्लेबाजों के फुटवर्क को दोषी ठहराया. विश्वनाथ ने कहा,
'चेतेश्वर पुजारा एक कमाल की गेंद पर आउट हुए. लेकिन बाकी किसी ने अपने पैरों का इस्तेमाल ही नहीं किया. वे शॉट खेलने से पहले भ्रमित हो गए और सबमें आत्मविश्वास की कमी दिखी.'
इस मैच में भारतीय टीम ने 36 रन पर ऑलआउट होकर अपना 42 रन का रिकॉर्ड तोड़ा. विश्वनाथ इंग्लैंड के खिलाफ 42 रन पर सिमटी टीम का हिस्सा थे. इस बारे में उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि उन्होंने सोचा नहीं था कि उन्हें दोबारा से ऐसा स्कोर देखने को मिलेगा. विश्वनाथ ने कहा,
'जब लॉर्ड्स में हम इंग्लैंड के खिलाफ 42 पर ऑलआउट हुए थे तब मैं उस टीम में था. लेकिन मैं ये कभी नहीं कहूंगा कि 36 रन का यह टोटल उसे भुला देगा. मैं कभी भी खुश नहीं हो सकता. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने जीवन में भारत को 42 या उससे कम पर ऑलआउट होते हुए देखूंगा. यह बहुत बुरा है. लेकिन उन्हें यह पीछे छोड़कर आगे का देखना होगा.'
आगे का देखने की बात करें तो टीम इंडिया 26 दिसंबर से दूसरा टेस्ट खेलेगी. मेलबर्न में होने वाले इस टेस्ट में टीम विराट कोहली और मोहम्मद शमी के बिना उतरेगी. शमी चोट जबकि कोहली पैटरनिटी लीव के चलते टूर से बाहर हो चुके हैं.