ऐसे चला तो टीम इंडिया से बाहर हो जाएंगे चेतेश्वर पुजारा!
बोलर्स ने निकाल लिया है पुजारा का तोड़.
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Boxing Day Test में Cheteshwar Pujara को आउट कर जश्न मनाते Pat Cummins (एपी फोटो)
चेतेश्वर पुजारा. जिनकी बैटिंग पर तमाम जोक बनते हैं. लेकिन अक्सर यही बैटिंग भारतीय टीम को बचाती है. पुजारा को बीते कुछ वक्त से टीम इंडिया की दीवार माना जा रहा है. लेकिन हालिया प्रदर्शन देखें तो इस दीवार में दरार पड़ती दिख रही है. साल 2020 में पुजारा के आउट होने के तरीकों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. ऐसा लग रहा है कि बोलर्स ने उनका तोड़ निकाल लिया है. साल 2018 के ऑस्ट्रेलिया टूर के बाद से ही पुजारा का प्रदर्शन खराब चल रहा है. इस बेहद सफल टूर के बाद पुजारा टीम इंडिया के साथ वेस्ट इंडीज़, न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया टूर कर चुके हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने इस बीच भारत में भी पांच टेस्ट खेले हैं. साल 2018 के बाद टोटल 11 टेस्ट मैचों की 17 पारियों में पुजारा के नाम सिर्फ 474 रन हैं. इस दौरान उनका हाईएस्ट स्कोर 81 रन है. पुजारा ने ये रन 27.88 की ऐवरेज से बनाए हैं. जो कि उनके करियर ऐवरेज 47.96 से बेहद कम है.
साल 2020 में तो उनका रिकॉर्ड और भी खराब है. इस साल की सात पारियों में उन्होंने 11, 11, 54, 24, 43, 0 और 17 रन बनाए हैं. इन पारियों को और क़रीब से देखें तो उन्होंने इन पारियों के लिए 42, 81, 140, 88, 160, 8 और 70 गेंदें खेली हैं. यानी क्रीज़ पर पूरा वक्त बिता रहे हैं, लेकिन वो टच नहीं मिल रहा जिसकी जरूरत है.
स्टैट्स के मुताबिक यह 50 से कम स्ट्राइक रेट वाली उनके करियर की सबसे लंबी स्ट्रीक है. इस दौरान सिर्फ एक बार उनका स्ट्राइक रेट 30 के पार गया है. पुजारा जैसे कैलिबर वाले बल्लेबाज के लिए यह बेहद चिंता की बात है. वह इतनी ज्यादा गेंदें खेलने के बाद भी रन नहीं बना पा रहे. इस साल पुजारा के आउट होने का पैटर्न भी लगभग एक जैसा है. साल 2020 की सात पारियों में से चार बार वह विकेटकीपर के हाथों लपके गए हैं. इस सीरीज में पुजारा को दो बार टिम पेन ने लपका है, जबकि दो बार न्यूज़ीलैंड के विकेटकीपर बीजे वॉटलिंग ने उन्हें कैच किया था. इसके अलावा वह दो बार बोल्ड हुए हैं.
पुजारा बीते कुछ समय से लगातार ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर परेशान हो रहे हैं. बॉक्सिंग डे टेस्ट में भी वह कई बार ऐसी गेंदों पर बचे. लेकिन अंत में ऑफ स्टंप की लाइन पर पड़कर बाहर निकलती एक गेंद ने उन्हें आउट कर दिया. इस साल पुजारा कम से कम पांच बार बोल्ड/विकेट के पीछे कैच हो चुके हैं. अगर जल्दी ही उन्होंने अपनी ये कमी ना सुधारी तो उनके लिए टीम इंडिया में जगह बनाना मुश्किल हो जाएगा.
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