'सभी प्लेयर्स पर गर्व है, क्रेडिट डेब्यू करने वाले गिल और सिराज को जाता है. जिस तरह से उन्होंने कैरेक्टर दिखाया वह कमाल था.'
इंडियन कैप्टन अजिंक्य रहाणे ने ये बयान मेलबर्न टेस्ट की जीत के बाद दिया. एक सच्चे लीडर की तरह रहाणे ने जीत का पूरा क्रेडिट टीम और युवा प्लेयर्स को दिया. लेकिन मैच से आए आंकड़े बताते हैं कि इस जीत के शिल्पकार रहाणे ही थे. टीम इंडिया जब पहली पारी में स्ट्रगल कर रही थी, तब रहाणे ने 112 रन की शानदार पारी खेली. रहाणे की सेंचुरी के दम पर ही भारतीय टीम पहली पारी में 131 रन की लीड ले पाई. इतना ही नहीं, इस पारी से पहले उन्होंने अपनी कैप्टेंसी के दम पर भी खूब चर्चा बटोरी थी. रहाणे के बोलिंग चेंज और फील्ड प्लेसमेंट भी कमाल के थे.
# कमाल के आंकड़े
मेलबर्न टेस्ट जीतने के बाद अब रहाणे अपनी कप्तानी में पहले तीन टेस्ट मैच जीत चुके हैं. इस मामले में उनसे बेहतर भारतीय रिकॉर्ड सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी का है. धोनी ने अपने पहले चार टेस्ट मैच जीते थे. रहाणे अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को दो बार जबकि अफगानिस्तान को एक बार हरा चुके हैं. उन्होंने साल 2017 में धर्मशाला टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हराया था. इसके बाद उन्होंने साल 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट एक पारी और 262 रन से जीता. पहले दो टेस्ट घर में जीतने के बाद अब रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया को मेलबर्न में आठ विकेट से पीट दिया है.
पहली पारी की सेंचुरी के बाद रहाणे ने दूसरी पारी में 27 रन की नॉटआउट पारी खेली. रहाणे को इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया. वह मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में मैन ऑफ द मैच जीतने वाले सिर्फ दूसरे विजिटिंग कैप्टन बन गए. उनसे पहले साल 1999 में सचिन तेंडुलकर को यहां मैन ऑफ द मैच चुना गया था.
इतना ही नहीं, रहाणे अब ऑस्ट्रेलिया में विनिंग रन स्कोर करने वाले सिर्फ पांचवे विजिटिंग कैप्टन भी बन गए. उनसे पहले ऑर्थर श्रेवबरी, आर्ची मैक्लारेन, माइक ब्रेयर्ली और क्लाइव लॉयड यह कारनामा कर चुके हैं. मेलबर्न की यह सेंचुरी रहाणे के करियर की 12वीं टेस्ट सेंचुरी थी. इन 12 टेस्ट मैचों में से नौ में भारत जीता है जबकि तीन टेस्ट ड्रॉ रहे हैं.
चार मैचों की सीरीज अब 1-1 से बराबर है. सीरीज का तीसरा टेस्ट 7 जनवरी से खेला जाएगा.