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'गंभीर मैनेजर हैं, कोच नहीं', कपिल की ये बात गौतम को चुभ जाएगी!

पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने गौतम गंभीर को कोच मानने से ही इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि गंभीर जो कर रहे हैं वह कोचिंग नहीं है.

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गौतम गंभीर 2024 टी20 वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया के हेड कोच थे. (Photo-PTI)

भारतीय हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) इन दिनों पूर्व खिलाड़ियों के निशाने पर हैं. गंभीर की रणनीतियां, उनके फैसले और उनके बयान इन दिग्गज खिलाड़ियों को समझ नहीं आ रहे हैं. कभी सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) तो कभी अनिल कुंबले (Anil Kumble) गंभीर पर सवील उठाते नजर आए हैं. हालांकि, वर्ल्ड चैंपियन कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) तो एक कदम आगे निकल गए. उन्होंने गंभीर को कोच मानने से ही इनकार कर दिया है.  उनका कहना है कि गंभीर जो कर रहे हैं, वह कोचिंग नहीं है. टीम को वर्ल्ड चैंपियन बनाने की कवायद में लगे गंभीर को कपिल देव का बयान पसंद नहीं आएगा.

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कपिल देव ने गंभीर को बताया मैनेजर

कपिल ने ICC के एक सेशन में बताया कि उन्हें नहीं लगता कि गंभीर कोच हैं. उन्होंने कोच शब्द के मायने समझते हुए कहा,

‘कोच’ आज बहुत आम शब्द है. गौतम गंभीर कोच नहीं हो सकते. वह टीम के मैनेजर हो सकते हैं. जब आप कोच कहते हैं तो कोच वह होता है जिससे मैं स्कूल और कॉलेज में सीखता हूं. वह लोग मेरे कोच थे. वह मुझे मैनेज कर सकते हैं.

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 कपिल ने सवाल उठाया है कि गंभीर बल्लेबाज थे तो वह विकेटकीपर और स्पिनर्स के कोच कैसे हो सकते हैं. कपिल ने कहा,

गंभीर कोच कैसे हो सकते हैं. वह लेग स्पिनर या विकेटकीपर के कोच कैसे हो सकते हैं? मुझे लगता है कि उन्हें मैनेज करना होगा. यह ज्यादा जरूरी है. एक मैनेजर के तौर पर आप उन्हें मोटिवेट कर देते हैं कि आप यह कर सकते हैं, क्योंकि जब आप मैनेजर बनते हैं तो युवा लड़के आप पर भरोसा करते हैं.

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कपिल देव ने बताया क्या है कप्तानी का रोल?

कोच के बाद कपिल देव ने कप्तानी को लेकर भी बात की. अपनी कप्तानी में भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कपिल देव ने बताया कि एक अच्छे कप्तान का काम क्या होता है. कपिल ने कहा,

मुझे लगता है कि जो खिलाड़ी अच्छा नहीं खेल रहे हैं, उन्हें हौसला देना जरूरी है. अगर किसी ने शतक बनाया है, तो मैं उसके साथ ड्रिंक और डिनर नहीं करना चाहूंगा. वहां बहुत सारे खिलाड़ी हैं... एक कप्तान के तौर पर, मैं उन लोगों के साथ ड्रिंक या डिनर करना पसंद करूंगा जो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं. आपको उन्हें कॉन्फिडेंस देना होगा और तभी सफलता मिलेगी. इसलिए मुझे लगता है कि एक कप्तान के रूप में यह बहुत अहम है और आपकी भूमिका सिर्फ प्रदर्शन तक सीमित नहीं है, बल्कि टीम को एकजुट रखना भी है.

कप्तानी को लेकर कपिल देव किसकी बात कर रहे थे यह तो तय नहीं है, लेकिन कोच को लेकर दिए बयानों से गौतम गंभीर सीधे निशाने पर हैं. गंभीर को कोच बने हुए डेढ़ साल हो चुका है. इस दौरान उन्होंने वॉइट बॉल क्रिकेट में काफी सफलता हासिल की है. उनके कोच रहते हुए भारत ने वनडे फॉर्मेट की चैंपियंस ट्रॉफी जीती. वहीं, अब तक एक भी टी20 सीरीज नहीं हारा है. हालांकि, टेस्ट फॉर्मेट में गंभीर जरूर निशाने पर आते हैं क्योंकि टीम को अपने घर पर दो शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. पहले न्यूजीलैंड भारत को 3-0 से हराकर गया और फिर साउथ अफ्रीका ने 2-0 से मात दी. इसी कारण टेस्ट में अलग कोच की मांग भी उठ रही है.  

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