एशेज सीरीज के पहले मुकाबले में इंग्लैंड की बड़ी हार के बाद टीम की काफी आलोचना हो रही है. टीम के पूर्व कप्तान जॉफरी बॉयकॉट (Geoffrey Boycott) ने भी इंग्लिश टीम के अप्रोच पर जमकर गुस्सा निकाला है. उन्होंने टीम पर बेवकूफी भरी गलतियां फिर दोहराने का आरोप लगाया है. साथ ही दूसरी इनिंग में अपनी गलतियों से हुए कोलैप्स के लिए उनके माइंडसेट पर भी सवाल उठा दिया है.
Ashes में पहला टेस्ट हारते ही इंग्लैंड के दिग्गज ने अपनी ही टीम की भयंकर बेइज्जती कर दी!
एशेज सीरीज के पहले टेस्ट में इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट से रौंद दिया. इस दौरान दूसरी इनिंग में कंगारुओं की ओर से Travis Head ने धुआंधार सेंचुरी लगाई. अब इंग्लैंड की इस हार को लेकर पूर्व कप्तान Geoffrey Boycott ने इंग्लिश टीम पर जमकर गुस्सा निकाला है.


हाल ही में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने पूर्व क्रिकेटर्स की आलोचनाओं को लेकर कहा था कि ‘वो अब बीती बातें’ हो गए हैं. साथ ही कहा था कि मॉडर्न गेम वो आगे बढ़ चुका है. हालांकि, बॉयकॉट ने ये क्लीयर कर दिया कि अभी भी अनुभव मायने रखता है. खासकर जो बेसिक चीजें और वैसी गलतियां जिनसे बचा जा सकता है वही इंग्लैंड को जरूरी मैचों में हरवा दे रही हैं. बॉयकाट ने इसे लेकर अपने कॉलम में लिखा,
एक बीते हुए इंसान की ओर से मैसेज बहुत सिंपल है : जब आप टेस्ट मैच वही बेवकूफी भरी गलतियां दोहराते हुए हारेंगे तो आपको सीरियसली लेना असंभव हो जाएगा.
इंग्लैंड ने शानदार बॉलिंग करके पर्थ टेस्ट की पहली इनिंग में 40 रनों की बढ़त बना ली थी. लेकिन, इसके बाद दूसरी इनिंग में बैटर्स ने निराशाजनक प्रदर्शन कर टीम को सिर्फ 164 तक पहुंचाया. वो भी तब जब एक समय 100 रन पर इंग्लैंड का सिर्फ एक विकेट गिरा था और बेन डकेट और ओली पोप काफी सहज नज़र आ रहे थे. लग रहा था कि इंग्लैंड अब ऑस्ट्रेलिया से ये मैच दूर ले जाएगी. लेकिन, फिर से हुए एक कोलैप्स ने उनका बंटा धार कर दिया. बॉयकॉट ने इसे लेकर पूछा,
डकेट एक शानदार बॉल पर आउट हुए. लेकिन, पोप ने दूसरी इनिंग में भी मैच के अपना विकेट फेंक दिया. ऑफ स्टंप के बहुत बाहर गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में वो आउट हो गए. उन्हें कैसे समझ नहीं आया कि वो गेंद उन्हें कुछ वैसी ही बेवकूफी करने के लिए एक टेंपटेशन था?
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हैरी ब्रूक दूसरी इनिंग में सिर्फ तीन बॉल खेल सके. वो भी एक वाइड डिलीवरी को छेड़कर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए. वहीं, जो रूट जबरदस्ती की एक ड्राइव लगाने की कोशिश में मिचेल स्टार्क के खिलाफ आउट हो गए. इसके कारण एक बार फिर टीम को कोलैप्स का सामना करना पड़ा. बॉयकॉट ने आगे लिखा,
बॉलिंग अप्रोच पर भी टीम को घेराइंग्लैंड एक मजबूत स्थिति से निराशा की गहराइयों तक पहुंच गया. वो इनिशिएटिव और मोमेंटम दोनों सिर्फ उतनी देर में गंवा बैठे, जितनी देर में चाय बनती है.
बॉयकॉट ने सेकेंड इनिंग में इंग्लैंड की बॉलिंग में अप्रोच को लेकर भी सवाल उठाए. उनका कहना था कि बहुत जल्द टीम की इंटेनसिटी गिर गई. जोफ्रा आर्चर शुरुआत में बहुत खतरनाक दिख रहे थे. लेकिन, बहुत जल्द उनकी पेस कम हो गई. वहीं, मार्क वुड भी एक्स्ट्रा बाउंस निकालने में संघर्ष करते दिखे. बॉयकॉट के अनुसार, इंग्लैंड के बॉलर्स लगातार शॉर्ट पिच बॉलिंग करते रहे और ट्रेविस हेड को लय मिलने के बावजूद अपनी लेंथ में कोई बदलाव नहीं किया. उन्होंने लिखा,
एक बार जब हेड को मोमेंटम मिल गया इंग्लैंड ने जैसे हार मान लिया हो. लगातार वो बाउंसर पर बाउंसर करते रहे. मैच में कई बार मुश्किल परिस्थितियों में बैट्समैन, बॉलर्स और कप्तान को थोड़ा अलग सोचने की जरूरत होती है. लेकिन, दुखद ये है कि हमारी टीम सिर्फ एक ही तरीका अपनाते रही.
बॉयकॉट ने दोनों ही इनिंग्स में इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर बैटर्स के शॉट सेलेक्शन पर भी सवाल उठाए. उनके अनुसार, दोनों ही इनिंग्स में गैरजरूरी शॉट खेलने की कोशिश में टॉप ऑर्डर के आधे बैटर्स आउट हुए. उन्होंने आगे लिखा,
बैजबॉल, गलत जजमेंट, ओवर कॉन्फिडेंस, जो भी कारण हो. इसने हमारे लिए मैच जीतना मुश्किल कर दिया है. टॉप टीम्स जैसे कि इंडिया और ऑस्ट्रेलिया ये हार का एक बड़ा फैक्टर है.
एशेज सीरीज में अब इंग्लैंड 1-0 से पिछड़ रहा है. उनका अगला मुकाबला अब ब्रिस्बेन में 4 दिसंबर से है. ऐसे में अगर उन्हें सीरीज में वापसी करनी है तो अपनी सोच में बदलाव करना होगा. उनके बॉलर्स ने दिखाया है कि वो कंपीट कर सकते हैं. लेकिन, जब तक टॉप ऑर्डर बैटर्स रन नहीं बनाएंगे उनके लिए मैच जीतना आसान नहीं होगा.
वीडियो: एशेज के पहले टेस्ट में ट्रैविस हेड ने इंग्लैंड को सिखाई बैज़बॉल











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