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वीजा के झमेले को पीछे छोड़ अवनि ने फिर रचा इतिहास!

अवनि लेखरा के एस्कॉर्ट और कोच को वीज़ा नहीं मिलने से गोल्ड मेडल तक की कहानी.

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अवनि लेखरा (फाइल फोटो)

‘मैं दुखी हूं. फ्रांस नहीं जा पा रही हूं. मेरी एस्कॉर्ट श्वेता जेवरिया और कोच राकेश मनपत के वीजा अभी तक नहीं आए हैं. 7 जून को होने वाला मैच मेरे लिए जरूरी है. क्या कोई मेरी मदद कर सकता है?’

पैरा शूटर अवनि लेखरा (Avani Lekhara) ने हाल ही में ये ट्वीट किया था. ये वही अवनि हैं जिन्होंने टोक्यो2020 में 10m एयर राइफल में गोल्ड और 50m राइफल थ्री पोजीशन में ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था. अवनि ने अपने ट्वीट में अनुराग ठाकुर, डॉ. एस जयशंकर, किरन रिजिजू और फ्रेंच दूतावास को भी टैग किया था. और इस ट्वीट के बाद कहीं जाकर उन्हें पता चला कि उनके साथियों के वीजा अप्रूव हो गए हैं.

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Tokyo2020 के बाद ये अवनि का पहला टूर्नामेंट था. और 4 जून की इस घटना के कुछ ही घंटों बाद अवनि की बंदूक ने एक और बार सोना उगला. फ्रांस के शैतेरू में वर्ल्ड कप का स्टेज सेट था. अवनि पर खुद को साबित करने का दबाव भी था. तैयारी अच्छी थी, पर पूरे देश को दिखाना था कि टोक्यो की जीत तुक्का नहीं थी. ओलंपिक चैंपियन ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी कमाल किया.

अवनि ने 10m एयर राइफल में गोल्ड तो जीता ही, अपना ही वर्ल्ड रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. अवनि ने 250.6 पॉइंट्स बनाकर अपने ही 249.6 के वर्ल्ड रिकॉर्ड को सुधारा. पोलैंड की एमिलिया बाब्सका ने 247.6 के स्कोर के साथ सिल्वर मेडल जीता और एना नॉरमन ने 225.6 के साथ ब्रॉन्ज़ जीता. गोल्ड मेडल के साथ अवनि ने पेरिस 2024 के लिए भी अपनी जगह पक्की कर ली.

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जीत के बाद अवनि ने ट्विटर पर लिखा -

10m एयर राइफल SH1 में गोल्ड, नए वर्ल्ड रिकॉर्ड और पेरिस का पहला कोटा बुक. मुझे अपने प्रदर्शन पर गर्व है. टोक्यो पैरालंपिक्स के बाद मेरा पहला इंटरनेशनल इवेंट था. जिन्होंने भी मेरा साथ दिया, उनका शुक्रिया.

बता दें कि टोक्यो पैरालंपिक्स में इंडिया ने रिकॉर्ड 19 मेडल जीते थे. अवनि पहली भारतीय महिला प्लेयर हैं, जिन्होंने पैरालंपिक्स के इतिहास में दो मेडल जीते हैं. मार्च 2022 में अवनि को पद्म श्री से भी नवाज़ा जा चुका है.

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