आपने कई बार सुना होगा कि फलां-फलां को स्टेज 1 कैंसर हुआ है. किसी को स्टेज 4 कैंसर हो गया है. हम जब भी कैंसर की बात करते हैं, इसके स्टेज का भी ज़िक्र आता है. स्टेज वन, स्टेज टू, स्टेज थ्री और स्टेज फोर. लेकिन, आखिर इनका मतलब क्या है? किस स्टेज के कैंसर में इलाज मुमकिन है? कौन-सी स्टेज जानलेवा है और कौन-सी नहीं? सेहत के इस एपिसोड में डॉक्टर से इन सारे सवालों के जवाब जानेंगे. ये भी समझेंगे कि कैंसर की कितनी स्टेज होती हैं? ये कैसे तय की जाती हैं? इनके क्या मतलब होता है और हर स्टेज का क्या इलाज है? वीडियो देखें.
सेहत: कैंसर के अलग-अलग स्टेज का मतलब क्या होता है? किसमें मुमकिन है इलाज?
कैंसर का स्टेज बताने के लिए TNM स्टेजिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है. TNM में T का मतलब ट्यूमर है. इससे पता चलता है कि ट्यूमर का साइज़ कितना है. इसके बाद TNM में N आता है. N यानी नोड. ये बताता है कि हमारे गले या बगल में मौजूद लिम्फ नोड्स में कैंसर के सेल्स हैं या नहीं. फिर आता है M यानी मेटास्टेसिस. ये बताता है कि कैंसर कहीं शरीर के दूसरे हिस्से में तो नहीं फैल गया.
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