एक महिला है. कभी कॉलेज नहीं गई. 55 साल की उम्र में पति की अचानक मौत हो गई, तो बिज़नेस सम्भालना पड़ा. 9 बच्चे थे और बिज़नेस का एक अनुभव नहीं. परिवार की ज़िम्मेदारी, दिवंगत पति का बिज़नेस और राजनीतिक विरासत सामने खड़ी थी. सबका अनुमान यही था कि सालों का बना बनाया बिज़नेस बिखर जाएगा. परिवार बिखर जाएगा. और, अगर वो किसी तरह बिज़नेस को चला भर लें, तो ये उनकी बहुत बड़ी जीत है.
दो साल में एक लाख करोड़ कमाने वाली सावित्री जिंदल करती क्या हैं?
सावित्री जिंदल कई साल से भारत की सबसे अमीर महिला बनी हुई हैं.

आज ये महिला देश की सबसे अमीर महिला है. ये कहानी फ़िल्मी लगती ज़रूर है, लेकिन है नहीं. ये कहानी है जिंदल ग्रुप की कर्ताधर्ता सावित्री जिंदल की.
दरअसल, दुनियाभर के बहुत पइसे वालों की दो लिस्ट्स आई हैं. फ़ोर्ब्स बिलनियर्स लिस्ट और ब्लूम्सबर्ग बिलनियर्स इंडेक्स. इन्हीं लिस्ट्स के मुताबिक़, सावित्री देश की सबसे अमीर महिला हैं. कुल सम्पत्ति है क़रीब 18 मिलियन डॉलर यानी एक लाख 43 हज़ार करोड़ रुपये. और, लिस्ट में ये बात भी सामने आई कि बीते दो सालों में कुल संपत्ति तीन गुना से ज़्यादा हो गई है. 2020 में 4.8 बिलियन डॉलर से 2022 में 17.7 बिलियन डॉलर. यानी क़रीब एक लाख करोड़ का इज़ाफ़ा. वर्ल्ड लेवल पर फोर्ब्स की लिस्ट में सावित्री 91वें नंबर पर हैं और ब्लूम्सबर्ग वाली लिस्ट में 172वें पर.
सावित्री जिंदल के बारे में जानने से पहले लगे हाथ ये जान लीजिए कि सावित्री के बाद नायका की संस्थापक फाल्गुनी नायर, लीना तिवारी और किरण मजूमदार-शॉ भारतीय बिलियनर महिलाओं की लिस्ट में शामिल हैं. अब वापस कहानी पर कि..
कौन हैं सावित्री जिंदल?- जन्म हुआ 20 मार्च 1950 को. ऊपरी असम के तिनसुकिया शहर में पली-बढ़ीं. उनकी शुरुआती ज़िंदगी के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है. बस इतना है कि वो कभी कॉलेज नहीं गईं. इसके बाद बीस की उम्र में तो शादी ही हो गई. और, शादी हुई ओम प्रकाश जिंदल से. स्टील और बिजली जायंट जिंदल ग्रुप के संस्थापक से. हालांकि, उनकी कहानी भी फ़िल्मी ही है. हरियाणा के किसान परिवार में जन्म हुआ और आज जिंदल ग्रुप देश के सबसे बड़े स्टील और बिजली कंपनियों में गिना जाता है. ख़ैर, ये उनकी कहानी नहीं है. साल 2005 में एक हेलिकॉप्टर क्रैश में ओ पी जिंदल की मौत हो गई.
- बिज़नेस के अलावा ओपी जिंदल हिसार से विधायक और हरियाणा सरकार में मंत्री थे. तो उनकी मौत के बाद सावित्री ने भी हिसार निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा. और, जीता. 2005 और 2009 में. भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार में दो बार वो मंत्री बनीं. अपने कार्यकाल के दौरान राजस्व, आपदा प्रबंधन, पुनर्वास और आवास राज्य मंत्री जैसे पदों पर रहीं.
- अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि जिंदल परिवार में महिलाएं घर की देख-रेख करती हैं और पुरुष बाहर की हर चीज़ की देखभाल करते हैं. यही कहने वाली महिला कुछ सालों से देश की सबसे अमीर महिला बनी हुई हैं. और, दुनिया की टॉप-10 अमीर महिलाओं लिस्ट में दाख़िल हो चुकी हैं.
- 2018 और 2019 में संपत्ति में 50% की गिरावट के बाद उनकी संपत्ति में उछाल आया है. 2018 में 8.8 बिलियन डॉलर से उनकी कुल संपत्ति 2019 में 5.9 बिलियन डॉलर और 2020 में 4.8 डॉलर हो गई थी.
- फोर्ब्स के अनुसार ग्रुप के अलग-अलग डिविज़न्स को अब उनके चारों बेटे चलाते हैं. पृथ्विराज, सज्जन, रतन और नवीन जिंदल. ग्रुप की सबसे बड़ी प्रॉपर्टी JCW स्टील उनके बेटे सज्जन देखते हैं. नवीन जिंदल स्टील एंड पावर को मैनेज करते हैं.
- बिज़नेस के अलावा सावित्री समाज कार्यकर्ता हैं. और, वो महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष भी हैं.
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