प्रभा पटना की रहने वाली हैं. 27 साल की हैं. उनके बाल कमर तक हैं. जो उन्हें बहुत पसंद हैं, पर उनको मैनेज करना मुश्किल हो जाता है. मजबूरी के चलते वो अब अपने बालों को कटवाना चाह रही हैं. क्योंकि उनके स्कैल्प यानी खोपड़ी पर दाने निकल आते हैं. इन दानों में दर्द होता है. यहां तक कि वो ठीक से कंघी भी नहीं कर पातीं. प्रभा जानना चाहती हैं कि उनके स्कैल्प पर दाने क्यों निकल आते हैं, जबकि उन्हें एक्ने की शिकायत भी नहीं है. वो जानना चाहती हैं कि ये दाने कैसे ठीक होंगे, ताकि उन्हें अपने बाल छोटे न करवाने पड़े. वैसे ठंड में कई लोगों को स्कैल्प में खुजली की शिकायत रहती है. गर्मियों में पसीना ज़्यादा आता है, जिसके चलते स्कैल्प पर दाने भी निकल आते हैं. अगर आप भी इस प्रॉब्लम से परेशान हैं, तो जान लीजिए इसकी वजह क्या है. स्कैल्प में दाने निकलने के क्या कारण होते हैं? ये हमें बताया डॉक्टर दीप्ति राणा ने.

-सर्दियों में, उमस में, मौसम बदलते वक़्त सिर में खुजली, दाने और डैंड्रफ की शिकायत ज़्यादा होती है.
-इसके कई कारण हैं.
-जैसे एक्सरसाइज करते समय बालों में पसीना आता है.
-ऐसे में गंदगी और डस्ट सिर में जमा हो जाती है.
-बालों के पोर्स को ब्लॉक हो जाते हैं.
-बालों में बहुत ज़्यादा तेल लगाने से दिक्कत और बढ़ती है.
-नियमित रूप से बाल न धोने पर भी ये समस्या होती है.
-ज़्यादा गर्म पानी इस्तेमाल करने से भी ऐसा होता है.
-कुछ लोग बाइक चलाते समय हेलमेट पहनते हैं.
-या टोपियां लंबे समय तक पहनने रहते हैं.
-उन्हें धोते नहीं हैं.
-ऐसे में सिर पर डस्ट जमा होती है और दाने निकल आते हैं.
-सही तरह से सही शैम्पू न इस्तेमाल करना.
-बहुत सारे हेयर स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करना.

-जैसे हेयर स्प्रे, ब्लोअर, ड्रायर, जेल्स और वैक्स समस्या को बढ़ाते हैं बचाव -एक माइल्ड शैम्पू से अपने स्कैल्प को साफ़ करना है.
-हर दूसरे दिन बाल धोएं.
-अगर बाल लंबे हैं तो हफ़्ते में 3 बार बाल धोएं.
-आप स्कैल्प जितना साफ़ रखेंगे, दाने और खुजली की शिकायत उतनी कम होगी.
-किटोकोनाज़ोल शैम्पू इस्तेमाल करें.
-हफ़्ते में कम से कम 2 बार.
-इससे खुजली नहीं होगी, स्कैल्प साफ़ रहेगा.
-अगर बालों में तेल ज़्यादा बन रहा है तो उससे रहत मिलेगी, जिससे दाने नहीं होंगे.
-जो एंटी-डैंड्रफ या ट्रीटमेंट शैम्पू हैं, उन्हें हफ़्ते में 1-2 बार ही इस्तेमाल करें.
-बालों में बहुत ज़्यादा तेल न लगाएं.
-इससे पोर्स बंद हो जाएंगे.
-जेल्स, वैक्स को ज़्यादा इस्तेमाल न करें.
-ज़्यादा देर के लिए बालों में लगा न छोड़ें.
-बाल धोने के लिए हल्का गुनगुना पानी इस्तेमाल कीजिए.
-अगर टोपियां पहनते हैं तो उन्हें बदलते रहें.
-कॉटन की कैप्स पहनिए.

-मूज़, हेयर स्प्रे ज़्यादा इस्तेमाल न करें.
-अगर ब्लो ड्राय इस्तेमाल करते हैं तो ठंडी हवा का इस्तेमाल करें.
-बालों में ज़्यादा ट्रीटमेंट न लें.
-अगर बालों को कलर करवाते हैं तो और ध्यान दें.
-स्कैल्प को ज़्यादा साफ़ रखें.
-बालों को साफ़ रखेंगे तो खुजली नहीं होगी, दाने नहीं होंगे.
-बालों में बार-बार खुजली न करें.
-अगर खुजली हो रही है तो एक्सपर्ट से मिलें.
-हो सकता है बालों में खुजली किसी कंडीशन की वजह से हो रही हो.
-ज़रूरी नहीं है खुजली दानों की वजह से हो रही हो.
-क्योंकि स्कैल्प पर बाल होते हैं, इसलिए ये एरिया गर्म रहता है.
-ऑइल ज़्यादा बनता है, इसलिए दाने निकल आते हैं.
-दाने बनने के पीछे बैक्टीरियल इन्फेक्शन ज़िम्मेदार हो सकता है.
-फंगल इन्फेक्शन हो सकता है.
-इसलिए एक्सपर्ट से मिलकर जांच करवाएं.
-अगर इलाज न हो तो मोटे दाने बनने के कारण कभी-कभी पैचेज़ में बाल गिर जाते हैं.
-इसलिए इन चीज़ों का ध्यान रखें.
-ज़्यादा दाने हैं तो एंटी-बैक्टीरियल शैम्पू, ट्रीटमेंट, टैबलेट ले सकते हैं.
-इससे स्कैल्प में दानों की दिक्कत बार-बार नहीं होगी.
-स्कैल्प साफ़ रखने से भी दिक्कत ठीक नहीं हो रही तो एक्सपर्ट से मिलें.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर आप बालों पर बहुत सारे प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करते हैं तो कई बार उनका रेसिड्यू यानी उनके बचे-खुचे अंश स्कैल्प पर रह जाते हैं और आपके सिर के पोर्स ब्लॉक हो जाते हैं. ये बहुत ही आम कंडीशन है जिसको एक्ने कॉस्मेटिका भी कहते हैं. वैसे स्कैल्प पर दाने हॉर्मोन्स के कारण भी हो सकते हैं. इसलिए घरेलू जुगाड़ के चक्कर में न पड़ें. किसी एक्सपर्ट को दिखाएं और सही राय लें.